प्रत्येक जातक का जन्म
किसी ना किसी नक्षत्र मे अवश्य हुआ होता हैं चूंकि जन्म नक्षत्र जन्मकालीन चन्द्र की राशि द्वारा
निर्धारित होता हैं और प्रत्येक राशि मे करीब सवा 2 नक्षत्र अर्थात 2 नक्षत्र पूरे
व एक नक्षत्र का केवल एक चरण होता हैं ( जिसके आधार पर जातक विशेष का नाम का अक्षर
निकाला जाता हैं ) हर महीने चन्द्र जब इसी जन्मकालीन नक्षत्र से गुजरता हैं तो जातक
पर क्या-क्या प्रभाव पड़ता हैं इस पर हमने जब अपना ध्यान
केन्द्रित किया तो बहुत ही आश्चर्यजनक परिणाम प्राप्त हुये | प्रस्तुत लेख मे हम इसी
चन्द्र के हर माह होने वाले जन्मकालीन नक्षत्रीय भ्रमण अथवा गोचर से जातक के जीवन मे पड़ने
वाले प्रभावो के बारे मे जानकारी दे रहे हैं |
जन्मकालीन नक्षत्र महीने
मे जिस दिन पड़ता हैं उसके अनुसार जातक को उस महीने इस प्रकार से फल प्राप्त होते हैं |
रविवार – मन मे चंचलता रहती हैं तथा
खूब घूमने फिरने के अवसर प्राप्त होते हैं |
सोमवार –सब तरफ से अच्छे
फल व उत्तम भोजन की प्राप्ति होती हैं
|
मंगलवार –शरीर मे आलस
रहता हैं तथा अग्नि,शस्त्र व बिजली से कष्ट
होता हैं |
बुधवार –विद्या मे रुचि
बढ़ने के कारण कुछ पढ़ने का मन करता हैं तथा कोई संताप भी
होता हैं |
गुरुवार –नए वस्त्रो की
प्राप्ति होती हैं तथा सुख अनुभव होता हैं |
शुक्रवार-वाहन व स्त्री सुख की प्राप्ति
तथा आकस्मिक धन लाभ होता हैं |
शनिवार-मन मे परेशानी
व संताप अथवा कोई दुख रहता हैं |
यहाँ चन्द्र के नक्षत्र प्रवेश का जन्मकालीन चरण वाला दिन लिया जाएगा ना की सिर्फ जन्म राशि
वाला नक्षत्र उदाहरण के लिए जैसे आगामी 15 अगस्त 2017 को प्रात:6 बजे जन्मकालीन चन्द्र मेष राशि मे कृतिका नक्षत्र के
प्रथम चरण मे होगा जबकि दोपहर 12 बजे चन्द्र वृष राशि मे होगा परंतु नक्षत्र फिर
भी कृतिका ही होगा जिसका दूसरा चरण चल रहा होगा जिस कारण कृतिका नक्षत्र मे जन्मे जातक
अपने जन्म माह को मंगलवार का मानेंगे क्यूंकी 15 अगस्त को मंगलवार हैं जिसका फल शरीर
मे आलस रहना तथा अग्नि,शस्त्र व बिजली से कष्ट मिलना आया हैं |
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