गुरुवार, 28 जनवरी 2016

आत्महत्या ( एक शोध )......1

आत्महत्या ( एक शोध )-यह शोध आप 10 भागो की श्रंखला मे पढ पाएंगे कृपया आगे पढ़ते रहे |

आज जीवन की भागदौड़ पहले के समय से कई गुना तेज हो चुकी हैं प्रत्येक व्यक्ति अपने को कामयाब अथवा सफल बनाने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहा हैं आज अभी इसी वक्त सब कुछ प्राप्त करने की इच्छा सबमे तेजी से व्याप्त होती जा रही हैं | हर कोई किसी ना किसी प्रकार से अपने को सफल अथवा धनी बनाना चाहता हैं और इसके लिए वह कुछ भी अच्छा या बुरा करने को तैयार रहता हैं | इस भौतिकतावादी युग मे सफल होने से कहीं ज़्यादा महत्व कामयाब व वान होने का हो गया हैं, यह न ही हैं जिस के कारण हमारी सारी दुनिया चल रही हैं | इस भागमभाग भरी दुनिया मे बहुधा देखने मे आता हैं की जब कोई भी व्यक्ति किसी ना किसी रूप मे अपने को हारा हुआ महसूस करता हैं अथवा उसे अपने जीवन जीने का कोई भी आधार नज़र नहीं आता तो तो वह अपने जीवन को समाप्त करने की सोचने लगता हैं जिसे हम आम भाषा मे आत्महत्या करना कहते हैं कई बार उसके ऐसा करने के अन्य कारण भी होते हैं जिनमे से कुछ कारण धन की कमी,गृह क्लेश,असफल दाम्पत्य जीवन व प्रेम संबंध,कर्ज़,विवाद,कैरियर मे असफलता,बदनामी,आदि हो सकते हैं |

प्रस्तुत शोधकीय लेख मे हम ऐसी ही कुछ कुंडलियों का ज्योतिषीय अध्ययन कर रहे हैं जिन्होने किसी ना किसी कारण के चलते अपने जीवन को समाप्त किया या यूं कहे की आत्महत्या करी | यहाँ हमने यह भी जानने का प्रयास किया की ज्योतिषीय दृस्टी से ऐसे क्या कारण हैं जिनके कारण कोई भी जातक अपना जीवन स्वयं समाप्त कर लेता हैं अथवा करने का प्रयास करता हैं | अपने इस शोध मे हमने देश-विदेश के लगभग 200 आत्महत्या करने वाले लोगो की पत्रिकाओ का अध्ययन कर कुछ इस प्रकार के तथ्य पाये हैं |
सभी पत्रिकाओ मे हमने निम्न तथ्य कुछ इस प्रकार से पाये |

1)सूर्य,चन्द्र व बुध -यह सभी ग्रह सभी पत्रिकाओ मे अशुभ अवस्था मे अथवा पीड़ित अवस्था मे पाये गए |


सूर्य –शरीर (लग्न ),आत्मा,ऊर्जा,सत्यता,भयहीनता आदि का कारक होने के कारण सूर्य को देखने पर ज्ञात हुआ की सभी पत्रिकाओ मे यह सूर्य किसी ना किसी प्रकार से अशुभ प्रभाव लिए हुए था | कालपुरुष की पत्रिका मे सूर्य पंचम भाव का स्वामी बनता हैं जो की शिक्षा,बुद्दि,विधा,भावनाओ व प्रेम संबंधो का प्रतिनिधित्व करता हैं |

1 टिप्पणी:

Unknown ने कहा…

mera dete of birth 26.7.1982 kanya rashi hasta nakshtra time.6.05pm muje marana he ya jina ?pls reply