3)रत्न धारण करने के पीछे क्या महत्व हैं विभिन्न प्रकार के रत्न जैसे नीलम,पुखराज आदि धारण करने से क्या होता हैं ?
प्रत्येक ग्रह एक विशेष रंग की ऊर्जा अथवा किरणे प्रसारित करता हैं जो की धरती पर रहने वाले प्रत्येक प्राणी पर पड़ती हैं जब किसी व्यक्ति विशेष पर किसी ग्रह विशेष की किरणे किसी भी कारण से कम रूप मे विद्दमान होती हैं तो उसे उस ग्रह से संबन्धित रत्न धारण कर पूरा किया जा सकता हैं जिससे उस व्यक्ति विशेष पर उस ग्रह के रंग की ऊर्जा की कमी पूरी हो जाती हैं |
1 टिप्पणी:
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
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आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल शनिवार (26-04-2014) को ""मन की बात" (चर्चा मंच-1594) (चर्चा मंच-1587) पर भी होगी!
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
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