शुक्रवार, 26 नवंबर 2010

भाग्य अंक का मंत्र

हमारी जन्म तारीख का योग भाग्यांक कहलाता हैं यह भाग्यांक बहुत सी  जानकारी व्यक्ति विशेष के बारे में देता हैं प्रत्येक भाग्यांक का  एक निश्चित मंत्र होता हैं जिस को प्रतिदिन  जपने से भाग्य प्रबल  होता हैं  यहाँ प्रत्येक भाग्यांकानुसार मंत्र दिया जा रहा हैं आशा हैं पाठकगण इनसे लाभान्वित होंगे |

भाग्यांक १ का मंत्र हैं "ॐ"हैं जिसे १० बार प्रतिदिन जपना चाहिए इस अंक के इष्ट देवता "श्री विष्णु" हैं |

भाग्यांक २ का मंत्र "श्री माँ "हैं जिसे ११ बार जपना चाहिए इस अंक के इष्ट "माँ लक्ष्मी" हैं |                             

भाग्यांक ३ का मंत्र "श्री राम "हैं जिसे २१ बार जपना चाहिए इस अंक के इष्ट "श्री राम " हैं |

भाग्यांक ४ का मंत्र "हरे कृष्ण "हैं जिसे ११ बार जपना चाहिए इस अंक के इष्ट "श्री कृष्ण " हैं | 

भाग्यांक ५ का मंत्र "नमः शिवाय"हैं जिसे २१ बार जपना चाहिए इस अंक के इष्ट "भगवान शंकर" हैं |

भाग्यांक ६ का मंत्र "ॐ नमः शिवाय"हैं जिसे २१ बार जपना चाहिए इस अंक के इष्ट "भगवान शंकर " हैं |

भाग्यांक ७ का मंत्र "श्री गणेशाय नमः"हैं जिसे २१ बार जपना चाहिए इस अंक के इष्ट " श्री गणेश " हैं |

भाग्यांक  ८  का मंत्र "ॐ नमो नारायणाय" हैं जिसे ११ बार जपना चाहिए इस अंक के इष्ट "श्री विष्णु "हैं |

भाग्यांक ९ का मंत्र "ॐ गं गणपतये नमः "हैं जिसे २१ बार जपना चाहिए इस अंक के इष्ट देवता "श्री गणेश "हैं |

कोई टिप्पणी नहीं: