ज्योतिष शास्त्र में किसी विशेष कार्य को करने के लिए चन्द्र की गति एवं नक्षत्र आदि की गणना से उचित समय (मुहूर्त ) को निकाला जाता हैं परन्तु अंक ज्योतिष में भाग्यांक के अनुसार दिए गए समय में कोई भी अपना शुभ मुहूर्त का समय जान सकता हैं | यहाँ मैं उसी भाग्यांक मुहूर्त तालिका को पाठको हेतु प्रेषित कर रहा हूँ |
भाग्यांक १) प्रात: ५.२० से ८ तथा दोपहर १.२० से ४ बजे तक
भाग्यांक २) प्रात: ८ से १०.४० तथा सायं ६.४० से ९.२० बजे तक
भाग्यांक ३) प्रात: ५.२० से ८ तथा दोपहर १.२० से ४ बजे तक
भाग्यांक ४) प्रात: ८ से १०.४० तथा सायं ६.४० से ९.२० बजे तक
भाग्यांक ५) प्रात: ६.४० से १.२० तथा सायं ४ से ६.४० बजे तक
भाग्यांक ६) प्रात: ५.२० से ८ तथा दोपहर १.२० से ४ बजे तक
भाग्यांक ७) प्रात: १०.४० से १.२० तथा सायं ५ से ६.४० बजे तक
भाग्यांक ८)प्रात: ८ से १०.४० तथा सायं ६.४० से ९.२० बजे तक
भाग्याक ९) दोपहर १.२० से ४ तथा रात्रि ९.२० से १२ बजे तक
अंक ज्योतिष के आधार पर दिन के २४ घंटो में प्रत्येक २.४० मिनट के अंतराल पर "समय खंड"के लिए एक खास अंक रखा गया हैं जिसे "समयांक" कहाँ जाता हैं और अगर यह समयांक आपके भाग्यांक के मित्रो में आता हैं तो अवश्य ही वह आपके लिए हितकर होगा | दी गयी तालिका के समयानुसार आ़प कोई भी शुभ कार्य कर सकते हैं |
1 टिप्पणी:
उपयोगी जानकारी!
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