शुक्रवार, 21 अगस्त 2009

आपके पत्रों के जवाब

आप सभी को नमस्कार ,आपके बहुत से पत्र मिले जिसमे आपने मेरे इन लेखो की काफ़ी सराहना की हैं |इस ब्लॉग को जारी करने का उद्देश्य सिर्फ़ अपने ज्ञान को बाटना या बताना नही था बल्कि इसके माध्यम से आप सभी से सीधे सीधे जुड़ना था |
हमारे बहुत से मित्र हमारे इस प्रयास से बहुत खुश हैं कारण अब वह हमारे विचार व लेख इस माध्यम से भी जान सकेंगे, हमारे एक मित्र ने हमसे यह शिकायत की हैं की किसी घटना के होने के बाद उसपर विश्लेष्ण करना सिर्फ़ अपनी विदयुता दिखाना हैं ना की ज्योतिष ,इस पर मैं सिर्फ़ इतना कहना चाहूँगा की कोई भी घटना जब तक होगी नही तब तक आप उसका विश्लेषण कैसे कर सकते हैं ,जब जन्म नही होगा तो भविष्य कैसे पता लगाया जा सकता हैं |
बहुत से पाठको का कहना हैं की जो लेख ब्लॉग में हैं उनमे नया क्या हैं ,हम कुछ नया कर भी नही रहे जो ज्योतिष पहले से हैं हम उसमे अपने विचार मिला कर उसे जनसाधारण के लिए उपयोगी बनाने का प्रयास मात्र कर रहे हैं इसमे बहुत कुछ किया जाना हैं जिससे यह आम आदमी तक पहुँच सके ज्योतिष एक विशाल सागर हैं जिसमे मानव जीवन के अनंत राज छिपे हैं जिनसे भविष्य कैसे सुखी व अच्छा बनाया जा सकता यह बताये जाने की जरुरत हैं| ज्योतिष भविष्य को सवारने हेतु हैं ना की छोटी बड़ी परेशानियों को हल करवाने हेतु , यह भी एक तरह का विज्ञानं हैं जो सराहे जाने योग्य हैं ना की शक की नज़र से देखे जाने योग्य, इसमे बहुत से सूत्र हैं जो हमें हमारे भावी जीवन में आने वाले पलो को खुशहाल बना सकते हैं |
मेरे इस प्रयास में मैं कितना सफल हुआ हूँ यह तो आप सभी के पत्रों से ही पता चल पायेगा जिसका जवाब भविष्य की गर्त में छुपा हैं फ़िर भी मैं आप सभी विशेषकर पार्थो व विस्वनाथजी का सदा आभारी रहूँगा .......शेष फ़िर

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