प्रतिदिन कामकाज करते हुये कभी ना कभी हमारी कोई वस्तु खो जाती हैं काफी प्रयास करने पर भी नहीं मिलती तो हम उसे खोया हुआ मान लेते हैं | ज्योतिष विज्ञान मे कुछ सूत्र दिये गए हैं जिनसे ये जाना जा सकता हैं की खोई वस्तु कहाँ हो सकती हैं हमे मिल पाएगी या नहीं |
आज हम अपने इस लेख मे हम हमारे पाठको को कुछ ऐसी ही जानकारी दे रहे
हैं |
(1) अन्धाक्ष
नक्षत्रों में गुम अथवा चोरी हुई वस्तु पूर्व दिशा की ओर जाती है और उसकी पुन:
प्राप्ति की सम्भावना भी बनी रहती है ।
(2) सुलोचन
नक्षत्रों में खोई/गुम हुई वस्तु उत्तर दिशा की ओर जाती है । उसका न तो पता चलता है
और न ही पुनः प्राप्ति सम्भव है ।
(3) मध्याक्ष
नक्षत्रों में खोई/गुम हुई वस्तु पश्चिम की ओर अत्यन्त दूर चली जाती है । पता चलने
पर भी उसकी पुन: प्राप्ति सम्भव नहीं होती है ।
(4) मन्दाक्ष
नक्षत्रों में खोई अथवा गुम हुई वस्तु दक्षिण की ओर चली जाती है । अत्यधिक प्रयत्न
के बाद ही वह पुनः प्राप्त
होती है ।
अन्धाक्ष,
सुलोचनादि ये नक्षत्र कौन - कौन से हैं और उनमें खोई वस्तु मिलेगी या
नहीं मिलेगी, इसके ज्ञान बारे नीचे दिया गया हैं |
अन्धाक्ष - रोहिणी, पुष्य,
उ.फा., विशा., पू.षा., धनि.,
रेव., - शीघ्र मिलेगी ।
सुलोचन - कृत्तिका,
पुन., पू.फा., स्वा., मूल,
श्रव, उ.भा., - नहीं मिलेगी ।
मध्याक्ष - भर., आर्द्रा,
मघा, चित्रा, ज्येष्ठा,
अभि., पू.भा.,- पता लगने पर भी
नहीं मिलेगी ।
मन्दाक्ष - अश्विनी,
मृग, आश्ले., हस्त, अनु.,
उ.षा., शत., - बहुत प्रयत्न
करने पर मिलेगी ।
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