10)मकर राशि इस राशि से राहू छठे तथा केतु बारहवें भाव में गोचर करेंगे क्योंकि राहु
उल्टे चलते हैं इस राशि वालों को इसलिए डेढ़ साल से चली आ रही है जीवन की समस्याओं
का समाधान होगा और धीरे-धीरे धन संबंधी परेशानियां भी खत्म होती चली जाएंगी | राहु का छठे भाव का गोचर लाभकारी माना जाता है परंतु स्वास्थ्य अथवा कर्ज़ संबंधी परेशानी खड़ी
कर सकता है जिस कारण आपको उधार लेना पड़ सकता है तथा पाचन संबंधी अथवा त्वचा
संबंधी परेशानियां हो सकती हैं,जिस कारण
आपको अस्पताल से संबंधित खर्चा करना पड़ सकता है,बड़े भाई बहनों
से विवाद होने के योग हैं किसी खास मित्र की मृत्यु भी हो सकती है,जातक विशेष को खान-पान पर ध्यान देना चाहिए छठे भाव में क्योंकि वायु तत्व
की राशि है जिसके कारण फूड प्वाइजनिंग होने का योग बनता दिखाई दे रहा है वर्तमान में
आप साढ़ेसाती के प्रभाव में भी हैं |
शनि और केतु का
बारहवें भाव से जाना जातक की आर्थिक स्थिति के लिए अच्छा नहीं है खर्चों में
निरंतरता बनी रहेगी तथा कानों में भी दिक्कत बनेगी,चरित्र का हनन होने के योग भी बन रहे हैं अतः हर
प्रकार से सावधान रहना चाहिए |
विद्यार्थी
वर्ग हेतु उनकी भविष्य की योजनाओं में नुकसान हो सकता है बारहवें भाव
में शनि केतु अवश्य ही परेशानी खड़ी करेंगे | स्त्री जातक
को हेतु वैवाहिक जीवन में तनाव होने के प्रबल योग हैं कोई लंबी तीर्थ
यात्रा होने की संभावनाएं बनी रहेंगी कुछ जातिकाओ को अत्यधिक थकान
भी रहेगी |
उपाय के तौर पर
विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ प्रत्येक बुधवार को पढ़ना,गणेश जी की पूजा करना तथा प्रत्येक गुरुवार मंदिर में केसर का दान करना
लाभदायक रहेगा |
11)कुंभ राशि इस राशि से राहु पंचम भाव तथा केतु 11 भाव से गुजरेगा | पांचवा भाव जातक की मानसिक अवस्था,पढ़ाई लिखाई एवं
संतान के विषय में बताता है राहू यहा जातक विशेष को मानसिक रूप से
परेशान करेगा जिससे जातक को कोई भी निर्णय ले पाने में मुश्किलें खड़ी होंगी,जातक के हर काम में देरी होगी,मानसिक परेशानीया उसका पीछा नहीं
छोड़ेगी जातक को स्वप्न प्रवृति छोड़कर कर्म की ओर बढ़ना पड़ेगा क्योंकि राहु
पंचम भाव में संतान को भी प्रभाव में लेगा कुछ को अपनी संतानों से दूर जाना पड़ सकता
है,बच्चों से संबंधित खर्चे बढ़ने के योग भी बनेंगे,स्वास्थ्य की दृष्टि से देखें तो यह राहु गले से सबंधित परेशानियां
दे सकता है,उधार में दिया हुआ पैसा वापस आना मुश्किल होगा
|
केतु 11 भाव से
गुजरना लाभकारी रहेगा शनि और केतु 11 भाव में होकर प्रत्येक क्षेत्र में लाभ देने की
योजना बनाएंगे,नए दोस्तों का बनना तथा विदेशी
आर्थिक लाभ होने के योग बनेंगे परंतु 11वे भाव के प्रभाव मे होने से बड़े
भाई बहनों से तनाव रहता है |
विद्यार्थी वर्ग
के लिए यह समय अच्छा नहीं रहेगा उन्हें ध्यान लगाना चाहिए तथा कोई भी दोस्ती सोचकर ही करना चाहिए | स्त्री जातिकाओ और गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधान रहने की
जरूरत है वह गाड़ी इत्यादि ना चलाएं तो अच्छा रहेगा |
उपाय के तौर पर
दुर्गा सूक्त का पाठ करना तथा नहाने के पानी में लाल चंदन डालकर नहाना लाभदायक
रहेगा |
12)मीन राशि से राहु का गोचर चतुर्थ भाव से होगा तथा केतु का
गोचर दशम भाव से होगा | चतुर्थ भाव
माता,शिक्षा,वाहन,जमीन और सुख सुविधाओं का होता है | राहु इस भाव में आकर इन सभी कारकों पर अपना प्रभाव डालेगा परंतु गुरु की
दृष्टि भी चतुर्थ भाव में है जो जातक को थोड़ी बहुत राहत भी
प्रदान करेगी इस समय जातक को धन के साथ-साथ कुछ वक्त अपनी माता को भी देना
पड़ेगा क्योंकि उनकी सेहत में परेशानियां आएंगी,जातक विशेष को
कुछ समय के लिए माता से दूर अथवा मातृभूमि से दूर भी जाना पड़ सकता है,पुरानी गाड़ियों में खर्चा होने के योग बनेंगे अथवा उसे बेचकर नई गाड़ी लेने
की संभावना बनेगी,जिन जातकों के
जमीन विवाद चल रहे हैं उनमें भी राहत मिल पाना मुश्किल होगा राहु का सुख भाव अथवा वायु
राशि से गुजरना कुछ जातकों को दमे से संबंधित शिकायत दे सकता है कुछ जातकों
को हृदय से संबंधित परेशानियां भी हो सकती हैं,विशेष तौर से
मई और जून के महीने में उस समय पर गाड़ी चलाने मे भी सावधानी रखें |
शनि और केतु का
दशम भाव से गुजरना नौकरी हेतु उठापटक
वाला समय रहेगा कुछ लोगों को नौकरी से निकाला भी जा सकता है अथवा उनका तबादला भी हो
सकता है,जातक विशेष के साथी ही उसको परेशानी खड़ी कर
सकते हैं | विद्यार्थी वर्ग के लिए यह समय अच्छा नहीं रहेगा
घर में बीमारी के कारण पढ़ाई में मन नहीं लगेगा तथा गृह क्लेश की संभावनाएं
बनी रहेंगी | स्त्रियों के लिए हेतु स्वास्थ्य अथवा मात्र
सेवा हेतु अस्पताल से संबंधित खर्चे बढ़ सकते हैं |
उपाय के तौर पर
पक्षियों को पांच प्रकार का अनाज खिलाना तथा चांदी के गिलास में
पानी पीना लाभदायक रहेगा |