आज से भारतवासी रहे सावधान
आकाश मे भ्रमण करते हुये जब भी दो पाप ग्रहो का संबंध बनता हैं
धरती पर उसके विनाशकारी प्रभाव ही पड़ते हैं जिससे धरती पर दुर्घटनाओ की वृद्दि,प्राकृतिक आपदाए,भूकंप,सुनामी,संक्रमित
रोग,अग्निकांड इत्यादि होते हैं तथा जान माल की हानी
अवश्य होती हैं | आज 3 मई 2015 को जैसे ही मंगल ग्रह वृष राशि मे
प्रवेश करेगा उसका दृस्टी संबंध वृश्चिक राशि मे स्थित शनि से बनने लगेगा जिससे इन
दोनों पाप ग्रहो का संबंध हो जाएगा और धरती पर विनाश का आरंभ होने लगेगा यह दोनों
राशियाँ भारत हेतु अति महत्वपूर्ण हैं क्यूंकी यह भारत की लग्न व सप्तम भाव की
राशि हैं अत: भारत को अति सावधान रहने की ज़रूरत हैं संभवत: कोई बड़ी प्राकृतिक आपदा
भारत वर्ष मे इस दौरान घट सकती हैं वही सीमाओ पर विवाद होने से युद्ध जैसे हालात
भी बन सकते हैं | शनि तो वृश्चिक राशि मे 2017 तक रहेंगे मंगल वृष
राशि के बाद 16 जून 2015 को मिथुन राशि मे प्रवेश करेंगे जहां से उसका राहू से
दृस्टी संबंध बनेगा जो की देश मे सांप्रदायिक तनाव,हिंसा व दंगे भी करवा सकता हैं विश्व भर मे भी स्थिति सामान्य
नहीं रहेगी कोई ना कोई बड़ी प्राकृतिक दुर्घटना अवश्य इस दौरान होगी जिससे पूरा
विश्व सकते मे आएगा प्रकृति अपना विनाशकारी प्रभाव अवश्य दिखाएगी ग्रह चल ऐसा ही
दर्शा रहे हैं | मंगल के 31 जुलाई 2015 कर्क राशि मे जाने से वह
अपनी नीच राशि मे होगा तथा गुरु उस समय सिंह मे होंगे जो भारी वर्षा के संकेत दे
रहे हैं ठीक उसी समय शनि वृश्चिक राशि मे मार्गी होंगे जो देश भर मे बाढ़ जैसे
हालात पैदा करने के संकेत स्पष्ट रूप से दे रहे हैं |
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