सोमवार, 15 अक्तूबर 2012

दुर्गा सप्तशती




दुर्गा सप्तशती के अध्याय से कामनापूर्ति

1) प्रथम अध्याय- हर प्रकार की चिंता मिटाने के लिए |

2) दूसरा अध्याय- मुकदमे,झगडे आदि मे विजय पाने के लिए |

3) तीसरा अध्याय- शत्रु से छुटकारा पाने के लिए |

4) चतुर्थ व पंचम अध्याय- भक्ति,शक्ति तथा दर्शन के लिए |

5) छठा अध्याय- डर,शक बाधा हटाने के लिए |

6) सप्तम अध्याय-हर कामना पूर्ण करने के लिए |

7) अष्टम अध्याय-मिलाप व वशीकरण करने के लिए |

8)नवम व दशम अध्याय- गुमशुदा की तलाश एवं पुत्र प्राप्ति के लिए |

9) एकादश अध्याय- व्यापार व सुख संपती के लिए |

10) द्वादश अध्याय-मान सम्मान व लाभ के लिए|

11) त्रियोदश अध्याय- भक्ति प्राप्ति के लिए |


कोई टिप्पणी नहीं: