गुरुवार, 31 मार्च 2011

सबसे पहले आप सभी पाठको व मित्रो का धन्यवाद जिन्होंने हमें हमारी भविष्यवाणी के सही होने पर मुबारक बाद दी जिनमे प्रमुख नाम विशु,गगन,जयाजी,सुशील मिश्रा,जगदीश व नितिन हैं |
हमने अपने विश्वकप २०११ के पिछले विश्लेषण (क्या भारत विश्वकप जीत पायेगा) में यह बताया था की फाइनल में भारत व लंका की टीमे आएँगी और ऐसा ही हुआ भी हैं |
अब प्रत्येक भारतवासी यह जानना चाह रहा हैं की क्या भारत यह विश्वकप जीतेगा आईये ज्योतिषीय आधारपर इस सवालका जवाब जानने का प्रयास करते हैं |

भारत वर्ष वर्तमान समय में सूर्य में राहू की अन्तर्दशा से गुजर रहा हैं भारत की वृष लग्न की कुंडली में सूर्य तृतीय भाव में तथा राहू लग्न में स्थित हैं वर्तमान समय में राहू धनु राशी (लग्न कुंडली से अष्टम व चन्द्रकुंडली से छठे भाव तथा सूर्य मीन (कुंडली से एकादश तथा नवम भाव) में गोचर कर हैं जिनका गोचरवश प्रभाव सुख,धन लाभ, व अनिष्ट क्लेश होता हैं चूँकि अन्तर्दशानाथ का प्रभाव ज्यादा होता हैं जो की राहू हैं वह शुभफल दर्शा रहा हैं तथा स्वभावगत अचानक कुछ भी करवा पाने में सक्षम हैं अतः भारत को विश्व कप मिल सकता हैं
आईये ज़रा भारतीय कप्तान की कुंडली का विश्लेषण भी करते हैं धोनी की मिथुन लग्न तथा सिंह राशि की कुंडली में वर्तमान समय राहू में शनि की अन्तर्दशा चल रही हैं राहू पंचमेश शुक्र संग दुसरे भाव में हैं व शनि जो की भाग्येश,अष्टमेश हैं चतुर्थ भाव में गुरु संग हैं इन दोनों ग्रहों के प्रभाव से धोनी मार्च २०१२ तक शानदार कामयाबी प्राप्त करते रहेंगे,गोचर में राहू इनके सप्तम भाव में हैं( जिस कारण विवाह अचानक हुआ) तथा शनि चतुर्थभाव में हैं जिसपर कर्मेश गुरु की दृष्टी हैं चूँकि गुरु शनि दोनों की दृष्टी छठे (शत्रु व प्रतियोगिता ) में हैं वर्तमान समय धोनी एंड कम्पनी को हराना लगभग असंभव हैं और यह मई २०११ तक ऐसा ही चलेगा |
विश्वकप जैसे ऊंचे सम्मान के लिए हमें नवांश तथा दशमांस भी देखना पड़ेगा नवांश में दशानाथ राहू मंगल संग चतुर्थ भाव में बैठकर कर्मेश व कर्मभाव दोनों को देख रहा हैं व अन्तर्दशा नाथ शनि सम्मान करक व तृतीयेश सूर्य संग एकादश भाव में बैठकर लग्न व लग्नेश दोनों को देख रहा हैं तथा छठे भाव स्वामी मंगल के साथ ही हैं |
दशमांस में राहू सूर्य को नवम दृष्टी से देख रहा हैं तथा शनि गुरु संग बैठकर (छठे भाव में )मंगल तथा राहू दोनों को देख रहा हैं |
गोचर २ अप्रैल देखे तो भी राहू सप्तम भाव से लग्न को तथा शनि चतुर्थ भाव से दशम भाव में स्थित में सभी ग्रहों देख रहा होगा अतःयह कहा जा सकता हैं भारत यह विश्व कप अवश्य जीतेगा
विश्वकप हो और महान सचिन का ज़िक्र ना हो ऐसा हो नहीं सकता सचिन वर्तमान समय में राहू में शुक्र की दशा से गुजर रहे हैं राहू उनके चतुर्थ भाव में चन्द्र में संग हैं (गोचर में भी अभी वही हैं)तथा शुक्र अष्टम भाव में सूर्य संग हैं (गोचर में उनके छठे भाव में हैं )चन्द्र राशी से राहू का गोचर उन्हें अभी और भी कीर्तिमान बनाने का अवसर देगा हो सकता हैं की सचिन इस फाइनल में अपना महा शतक लगा ले |
अब ज़रा लंका की कुडली देखे तो पता चलता हैं की लंका इस समय गुरु में बुध की अन्तर्दशा से गुजर रहा हैं गुरु पंचम तथा बुध नवम भाव में हैं जो की एक शुभ प्रभाव दर्शा रहे हैं बुध दुसरे तथा ग्यारहवे भाव का स्वामी है जो उचित मात्रा में धन दिलवा सकता हैं परन्तु कप्तान संगकारा जो की इस समय मंगल में शनि के अन्तर्दशा से गुजर रहे हैं मंगल नीच राशी गत हैं तथा शनि दुसरे भाव में धन की प्राप्ति ही दर्शा रहे हैं सम्मान की नहीं |
अतः स्पस्ट रूप से कहा जा सकता हैं भारत,धोनी व सचिन पर राहू गृह का प्रभाव भारत को यह विश्व कप अवश्य दिला सकता हैं |

यह लेख "आप का भविष्य" नामक ज्योतिषीय पत्रिका में भी आप सब पढ़ सकते हैं



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