जैसा की हमने पहले ही लिख दिया था की इस वर्ष का आई पी एल चेन्नई ही जीतेगी और ऐसा ही हुआ |हम जब भी कोई गणना आदि करते हैं तो यह अवश्य देखते हैं की जिस दिन यह होना हैं उस दिन का गोचर कैसा हैं तथा किस विशेष खिलाडी हेतु यह अच्छा साबित होगा | हमने अपने पिछले लेख {आई पी एल का आंकलन} में लिखा था की चेन्नई की टीम यह टूर्नामेंट जीतेगी उसका कारण था की धोनी के सितारे २५ अप्रैल के दिन बहुत प्रबल थे जबकि वही सचिन के सितारे इतना अच्छा प्रभाव नहीं दिखा रहे थे {जबकि मुंबई ही एक मात्र ऐसी टीम थी जो तब तक सेमीफायनल में पहुंची हुई थी} इसका एक और कारण भी था की यदि यह फाइनल २४ तारीख को होता तब यह फाइनल मुंबई जीत सकती थी क्यूंकि सचिन हेतु ६ का अंक हमेशा अच्छा रहा हैं जबकि धोनी के लिए ७ का अंक अच्छा रहता हैं|
इतनी गणनाए करने के बाद भी कई सारी गलतिया हो ही जाती हैं जैसे सेमीफायनल की टीमो का सही आंकलन ना हो पाना इसके लिए हम इतना ही कहना चाहेंगे की हम भी भगवान के बनाये हुए अदने से मानव हैं जिनसे गलतिया होनी ही चाहिए और होती ही हैं पर फिर भी हम यह ज़रूर कहते हैं चाहे दुनिया आपके साथ हो ना हो पर भगवान आपके साथ होना चाहिए और शायद भगवान हमारे साथ तो हैं..............................................
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