मार्च २०१० का ग्रह गोचर
सूर्य- १४ तारीख को मीन राशी में प्रवेश करेंगे |
मंगल -पुरे माह कर्क राशी में रहेंगे|
बुध-१४ मार्च को मीन तथा ३० मार्च को मेष राशी में प्रवेश करेंगे|
गुरु- पुरे माह कुम्भ राशी में रहेंगे|
शुक्र- २ मार्च से मीन तथा २७ मार्च से मेष राशी में प्रवेश करेंगे|
शनि,राहू, व केतु क्रमश: कन्या,धनु व मिथुन राशी में रहेंगे|
इस माह पांच सोमवार,पांच मंगलवार तथा पांच ही बुधवार भी पड़ रहे हैं | पांच सोमवार होने से यह मास सुख प्रदान करने वाला रहेगा, राजनीतिज्ञों में सहयोग व तालमेल दिखेगा,आम जनता आनंद महसूस करेगी | पांच मंगलवार होने से प्राकतिक आपदाए व प्रकोप बढेंगे,सीमाओ में अशांति हो सकती हैं, कुछ देशो में सत्ता पलट भी सकती हैं, विस्फोटक घटनाये होगी जिनसे आमजन भयभीत होगा | पांच बुधवार होने से भारत के विद्वानों व खिलाडियो का वर्चस्व बढेगा, नए नए अविष्कार होंगे तथा शोध कार्यो में अच्छी सफलता मिलेगी |
मास आरम्भ में सूर्य मंगल,मंगल राहू व सूर्य शनि के षडाष्टक योग में होने से तथा सूर्य,बुध,गुरु व शुक्र पर मंगल ग्रह की नीच दृष्टि होने से कुछ देशो में आतंरिक कलह, आपदाए, भूकंप, अति वृष्टि व युद्ध तथा महामारी जैसी घटनाये होने की प्रबल संभावनाए हैं | सूर्य का मीन राशी में जाना और अधिक महंगाई करवाएगा वही गुरु ग्रह का उदय होना धार्मिक कार्यो में वृद्दि दर्शा रहा हैं, शुक्र का शनि से षडाष्टक योग किसी नए रोग को जन्म दिलवा सकता हैं |
सोना चांदी-शुरुआत में मंदी के बाद १०,१४,१६,१८,२७, मार्च को तेजी रहेगी तथा ३०,३१ को बाज़ार में अस्थिरता पैदा होगी
राशी भविष्य -यह मास मेष,धनु व मकर राशियो हेतु यह माह अनुकूल | वृष,मिथुन,कर्क,सिंह,कुम्भ व मीन हेतु लाभकारी, तुला व वृश्चिक के लिए मिश्रित तथा कन्या हेतु नुक्सान दायक रहेगा |
इस माह की भविष्यवाणी- इस माह किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति की हानि भारत वर्ष को हो सकती हैं |
1 टिप्पणी:
बहुत ही बढ़िया और महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई आपके पोस्ट के दौरान! इस महीने के बारे में जो आपने जानकारी दी है मैंने तो गौर ही नहीं किया था!
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