शनिवार, 18 जुलाई 2009

खिलाड़ियों पर हमला

३ मार्च २००९ को खेल इतिहास के बुरे दिनों में गिना जायेगा कारण इस दिन पाकिस्तान में क्रिकेट खेलने गयी श्रीलंका टीम पर कातिलाना हमला किया गया वैसे तो खिलाड़ियों पर हमले पहले भी होते आए हैं परन्तु भारतीय उपमहाद्वीप में तथा क्रिकेट खिलाड़ियों पर हमला पहली बार हुआ आइये देखते हैं की किन परिस्तिथियों में यह हमला हुआ और क्यों

इस हमले में सर्वप्रथम अंको की काफी समानताये पाई गई दिनाक ३/३/२००९ का योग =८ टीमो के नामाक्षर (श्रीलंका ,पाकिस्तान )=८
खिलाड़ियों समेत घायलों की संख्या =८ (६ खिलाड़ी,कोच ,इम्पायर ) बचाने वाले ड्राईवर के नामाक्षर के अंको का योग =८ टीमो के नामाक्षर अंक शास्त्र अनुसार जोड़ श्रीलंका=९,पाकिस्तान=७ स्टेडियम के अक्षर अंको का योग =९ समस्त घटनाक्रम ८ और ९ अंको के ईर्द गिर्द ही हैं

घायलों की सूची :
महिला जयवर्धने
चामिंडा वास
अजन्ता मेंडिस
कुमार संगकारा
थारंगा पर्नाविताना
थिलन समरविताना (सभी खिलाड़ी )
पाल फाब्रेस कोच
अहसान रजा इम्पायर

टीमो के नामाक्षर अंक श्रीलंका ३+२+१+३+१+५+२+१=१८=९
पाकिस्तान ८+१+२+१+३+४+१+५=२५=७
ड्राईवर का नामाक्षर अंको में मेहर मोहम्मद खालिद ४+५+५+१+२+४+७+५+१+४+४+१+४+२+५+१+३+१+३=६२=८
गद्दाफी स्टेडियम ३+१+४+४+१+८+१+३+४+१+४+१+६+४=४५=९

आएये अब देखते हैं इस घटना का ज्योतिषीय विवरण ३/३/२००९ घटना के समय की कुंडली
  • घटना के समय मेष लग्न था सूर्य ३ मार्च को शतभिषा नक्षत्र से ४ मार्च को पूर्व भाद्रपद को तथा १४ मार्च को मीन राशिः में जाने वाला था तथा पंचम भावः के शनि से द्रष्ट तथा राशिः परिवर्तित भी था
  • खेल से सम्बंधित ३ व ६ भावः का स्वामी बुध धनिस्था नक्षत्र मकर राशिः में मंगल गुरु व राहू संग चंडाल योग के प्रभाव में था व ५ मार्च से कुम्भ राशिः में जा रहा था
  • मंगल धनिस्धा नक्षत्र में मकर राशिः बुध गुरु राहू संग तथा ७ मार्च से कुम्भ राशिः में जाने वाला था
  • चंद्र वृसभ राशिः में ऊच बना ही था तथा शुक्र मीन में ऊच तथा ६ मार्च से वक्री होने वाला था
  • शनि ,राहू,केतु क्रमश सिंह,मकर व कर्क में वक्री थे तथा गुरु शनि राशिः चंद्रनक्षत्र में नीच का होकर बैठा था
इस प्रकार चार ग्रहों का नक्षत्र व राशिः परिवर्तन ,गुरु का नीच राशिः में होना,३ ग्रहों का वक्री होना तथा खेल व पराक्रम स्वामी बुध का बुरे ग्रहों से प्रभावित होना खेल व खिलाड़ियों को खतरा बता रहा था

अब देखते हैं की घटना पाकिस्तान में क्यों हुई :

पाकिस्तान का लग्न व घटना का लग्न मेष तथा स्वामी मंगल घटना समय अंगारक व चंडाल योग के प्रभाव में ऊच राशिः पर केतु को जो की चतुर्थ भावः पुष्य नक्षत्र (पाकिस्तान का चंद्र कालिक नक्षत्र )पर दृष्टी दाल रहा था चतुर्थ भावः स्वामी तथा जन्मकालिक चंद्र अपनी ऊच राशिः में द्वितीय भावः पर था
पाकिस्तान की दशा शुक्र में केतु की २५/२/२०१० तक की हैं शुक्र मारक ग्रह बनकर पाकिस्तान की कुंडली में बैठा हैं तथा केतु अष्टम भावः में हैं तथा मंगल कुरूर स्वाभाव रखता हैं जबकि मंगल खेल सम्बन्धी भावः में बैठा हैं वर्तमान समय पाकिस्तान पर साडेसाती शनि का तृतीय चरण चल रहा हैं जिसके कारण गृहकलेश ,बदनामी व अपयश भुगतना पढता हैं इस हमले की वजह से विश्वकप की मेजबानी व भविष्य में पाकिस्तान की ज़मीन पर क्रिकेट ना करवाने का फरमान आईसीसी ने जारी कर ही दिया हैं
इस तरह से हम कह सकते हैं की ज्योतिष बहुत सी घटनाओ को पहले से ही ज्ञात कर जनसामान्य की परेशानियों को सुलझा सकता हैं

(यह लेख आप का भविष्य नामक पत्रिका में जुलाई २००९ में प्रकाशित हुआ हें)

3 टिप्‍पणियां:

Parth ने कहा…

It was a nice research. I am impressed. Waiting for more of these.

Unknown ने कहा…

तो यह सब ग्रह-गोचरों के कारण हुआ है और लीजिए समय सोच रहा था कि यह सब कुछ अतिवादियों के कारण हो रहा है।

आपकों इस शोध का पूरी दुनिया में बेहतर प्रचार करना चाहिए ताकि दुनिया को सच्चाई पता चले और इन बेकसूर आतंकवादियों पर इल्ज़ाम लगना बंद हो।

आपने तो ज्ञान-चक्षु खोल दिए प्रभु!

Pt. D.K. Sharma "Vatsa" ने कहा…

किसी घटना के घट चुकने के पश्चात यदि उसका इस प्रकार से विश्लेषण किया जाता है तो यह किसी भी तरह से ज्योतिष नहीं कहा जा सकता। अब दुनिया को इससे क्या मतलब कि ये सब गुरू के कारण हुआ या शनि के कारण, उस समय कोई ग्रह वक्री था या मार्गी...घटना तो हो चुकी। ज्योतिष की सार्थकता इसमें है कि वो घटनाक्रम से पूर्व फलादेश दे न कि बाद में अपनी तथाकथित विद्वता के प्रदर्शन हेतु इस प्रकार की ग्रह गणना का आश्रय लिया जाए। ये ज्योतिष नहीं है बल्कि ज्योतिष के नाम पर अपनी विद्वता(?) का ढोंग प्रदर्शन मात्र है।
आशा है कि आप मेरी टिप्पणी को अन्यथा न लेंगे ओर इस पर विचार करेंगे। धन्यवाद!!