सोमवार, 21 दिसंबर 2009

२०१० में ग्रह गोचर

२०१० का साल ग्रह गोचर के हिसाब से कुछ अलग ही विशेषता प्रदर्शित कर रहा हैं | इस साल चार बड़े ग्रह (जो मंद गति से भ्रमण करते हैं ) शनि,राहू,केतु तथा ब्रहस्पति ने राशी परिवर्तन किया हैं क्यूंकि यह सभी ग्रह किसी भी राशी पर ज़्यादा से ज़्यादा समय तक रहते हैं इसलिए इनका प्रभाव भी धरती पर ज़्यादा ही पड़ता हैं | आइये देखते हैं इन ग्रहों का विभिन्न राशियो पर क्या क्या प्रभाव पड़ेगा |

शनि
ग्रह का गोचर -शनि ग्रह के गोचर के विषय में हमने अपने लेख "बदल रहे हैं शनि "में कुछ समय पहले ही जानकारी दी हैं | आप सभी उस लेख में शनि ग्रह के कन्या राशी पर जाने से विभिन्न राशियो पर पड़ने वाले प्रभाव के विषय में पढ़ सकते हैं तथा उनके उपाय भी प्राप्त कर सकते हैं |

राहू
,केतु का गोचर -यह दोनों ग्रह १७ नवंबर को अपनी राशी का परिवर्तन कर चुके हैं | ज्योतिष में इन दोनों ग्रहों की कोई अपनी राशी नही मानी गई हैं जिस कारण यह जिस भाव या भावेश के साथ बैठे होते हैं उनके अनुरूप ही फल प्रदान करते हैं | राहू के धनु राशी में प्रवेश करने से कर्क,तुला कुम्भ राशी पर यह गोचर शुभ रहेगा |

मेष
राशी -इस राशी से राहू का नवम गोचर होगा जो की भाग्यविरोध,व्यय,उचित फल में कमी करेगा जबकि केतु का तीसरे भाव से गोचर पराक्रम वृद्धि,यात्राये प्रतिष्ठा बढाएगा |
उपाय (राहू)-शराब,मांस अंडे का प्रयोग ना करे |(केतु) दूध चावल पानी में बहाए |

वृष
राशी -अष्टम राहू से स्वस्थ्य हानि,व्यय अधिक,उलझने बढेगी द्वितीय केतु से सम्बन्धियो से विरोध शारीरिक कष्ट मिलेंगे |
उपाय-(राहू) सिरहाने सौफ्फ़ रखकर सोये |(केतु) कन्यायो की सेवा करे |

मिथुन
राशी -राहू (वैवाहिक संबंधो में तनाव,पार्टनरशिप में मतभेद भ्रम) | केतु (कार्य बाधा,आत्मविश्वास की कमी मति भ्रम )
उपाय-(राहू) नारियल,बादाम जलप्रवाह करे |(केतु) तेल उड़द की दाल मन्दिर में दान करे |

कर्क
राशी-कार्यो में सफलता,पराक्रम में वृद्धि,व्यर्थ की यात्राये,असमंजसता व्यय अधिक होगा |
उपाय-(राहू) माता सरस्वती को नीले फूल चढ़ाये | (केतु) गणेश जी की पूजा करे |

सिंह
राशी -संतान की चिंता,धनहानि,भूमि,वाहन की प्राप्ति कार्यो में सफलता मिलेगी |
उपाय(राहू)-शराब,मांस परायी स्त्री से दूर रहे |(केतु) काली गाय की सेवा करे |

कन्या
राशी -पारिवारिक खर्च,सुख में कमी,सम्पति विवाद,ट्रांसफर विदेश यात्रा होगी|
उपाय(राहू) गंगा स्नान करे |(केतु) सौफ्फ़ खांड घर पर रखे|

तुला
राशी -पराक्रम उत्साह में वृद्धि,पद की उन्नति,धार्मिक यात्राये कार्यो में रूकावटे होगी|
उपाय(राहू)सरसों का दान करे |(केतु) भांजे को प्रसन्न रखे |

वृश्चिक
राशी -घरेलु चिंताए,आर्थिक परेशानिया रोग,तनाव चोट आदि का भय रहेगा |
उपाय (राहू) माता से झगडा ना करे |(केतु) केशर का सेवन करे |

धनु
राशी -स्वास्थ्य ख़राब,पार्टनरशिप में तनाव,दांपत्य सुख में कमी व्यवसाय में नुक्सान होगा |
उपाय(राहू)-नारियल पानी में बहाए|(केतु) केसर तिलक लगाये |

मकर
राशी -मुक़दमे में खर्च तनाव, नया काम करे,बिगड़े कार्य बनेंगे शत्रु परास्त होंगे |
उपाय(राहू)-रसोई में खाना (भोजन) खाए |(केतु) कानो में सोना डाले |

कुम्भ
राशी -धनलाभ,सफलता,प्रतिष्ठा वृद्धि,विद्या बाधा,मतिभ्रम संतान चिंता होगी |
उपाय(राहू)-केसर तिलक लगाये |(केतु)दूध,चावल सौफ्फ़ दान करे |

मीन
राशी -शुभ सुचना,राजनितिक लाभ,अशांति भूमि सम्बन्धी विवाद हो सकते हैं |
उपाय(राहू) नंगे सिर ना रहे |(केतु) गुड,गेहूं ताम्बा मन्दिर में दान करे |

गुरु ग्रह का गोचर अगले लेख में दिया जाएगा |

2 टिप्‍पणियां:

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

जानकारी देने के लिए आभार!
WORD VERIFICATION हटाने की कृपा करें!

राज भाटिय़ा ने कहा…

बहुत सुंदर जान्कारी