रविवार, 16 जुलाई 2017

अनुभव ....7



11/7/2017 मंगलवार आज हमने 18 कुंडलियाँ देखी जिनमे से कुछ इस प्रकार थी |

6/5/1983 21:15 बुलंदशहर उत्तर प्रदेश वृश्चिक लग्न मे जन्मे इस जातक की कुंडली मे लग्नेश मंगल व कर्मेश सूर्य पर चतुर्थेश शनि का प्रभाव हैं तथा शनि ऊंच का भी हैं सूर्य शुक्र के नक्षत्र मे हैं जो स्पष्ट रूप से जातक का कैरियर लोहे से संबन्धित तथा वाहन आधारित बता रहा हैं हमने जातक के घर से आई बड़ी बहन से पूंछा की क्या जातक रेलवे मे हैं तो उसने हाँ मे जवाब दिया,हमने कहा की इसके विवाह की क्या स्थिति हैं तो बहन ने कहा की विवाह अभी तक हुआ नहीं हैं सीलिए तो आपसे मिलने आए हैं | हमने उसे कुछ उपाय तो दिये ही साथ साथ यह भी बताया की इसके खानदान मे शुक्र ग्रह का पित्रदोष हैं उसका निवारण अवश्य करे अन्यथा स्त्री संबन्धित परेशानियाँ लगी रहेगी |

28/11/1980 8:15 पटना धनु लग्न मे जन्मी इस जातिका की पत्री मे पंचमेश मंगल लग्न मे हैं तथा लग्नेश गुरु शनि (द्वितीयेश तृतीयेश) संग कर्म स्थान मे हैं जिससे जातिका का शिक्षा व वाणी से संबन्धित व्यसाय स्पष्ट नज़र आता हैं साथ ही साथ सप्तमेश बुध मृत अवस्था मे शुक्र संग एकादश भाव हैं सप्तम भाव मे मंगल और शनि की दृस्टी भी हैं तथा भोग कारक शुक्र राहू के नक्षत्र मे हैं जिससे जातिका के विवाह ना होने की पुष्टि होती हैं | ज्ञात करने पर पता चला की जातिका पेशे से शिक्षिका हैं तथा अब तक उसका विवाह नहीं हुआ हैं | हमने बताया की जैसे ही गुरु तुला राशि मे प्रवेश करेगा जातिका के विवाह की संभावना प्रबल हो जाएगी क्यूंकी गुरु जब पत्रिका के एकादश भाव अर्थात तुला राशि मे गोचर करेगा तो वह सप्तमेश बुध व भोग कारक शुक्र के ऊपर से गुजरेगा तथा सप्तम भाव पर दृस्टी भी प्रदान करेगा जिससे जातिका का विवाह निश्चित होता दिख रहा हैं वही यदि दशा को देखे तो जातिका को अक्तूबर 2017 से मई 2018 के बीच चन्द्र मे मंगल की दशा आरंभ होगी मंगल की सप्तम भाव पर दृस्टी हैं तथा चन्द्र अष्टमेश होकर राहू संग अष्टम भाव मे ही हैं |

   

कोई टिप्पणी नहीं: