सोमवार, 11 अगस्त 2014

पढे फारसी बेचे तेल


पढे फारसी बेचे तेल


पुराने जमाने की ये कहावत आज के इस युग मे बिलकुल सही प्रतीत होती हैं | आजकल के इस भौतिकतावादी युग मे जहां हर तरफ पैसा हावी होता जा रहा हैं वही इसका प्रभाव हमारे जीवन के अन्य क्षेत्रो के साथ साथ हमारे कार्य व्यवसाय मे भी पड़ने लगा हैं ऐसा बहुधा देखा जाने लगा हैं की व्यक्ति विशेष ने शिक्षा किसी और विषय की ली तथा कार्यक्षेत्र कुछ और बनाया ऐसा करने का कारण कुछ भी हो सकता हैं परंतु इनमे सबसे बड़ा कारण पैसा तो होता ही हैं कुछ अन्य कारणो मे रुतबा,प्रसिद्दि,पारिवारिक दायित्व तथा शौक रखे जा सकते हैं |

पैसा-आज के युग मे इसके महत्व को नकारा नहीं जा सकता बहुधा ज़्यादा धन अथवा वेतन प्राप्ति की वजह से आज का युवा वर्ग अपने पुराने कार्य क्षेत्र को त्याग कर नए क्षेत्रो मे चले जाते हैं जैसे इंजीनियरिंग को छोड़ कर मैनेजमेंट मे चले जाना |

रुतबा-अपने रुतबे को बनाने के लिए भी कुछ लोग नए क्षेत्रो मे चले जाते हैं जैसे क्लर्की छोड़ पुलिस मे जाना |

प्रसिद्दि-प्रसिद्दि पाने के लिए भी कुछ लोग अपनी नौकरी छोड़कर टीवी अथवा सिनेमा जैसे क्षेत्रो मे चले जाते हैं |

पारिवारिक दायित्व- अपना कार्यक्षेत्र बदलने का एक बड़ा कारण यह भी होता हैं जिसमे जातक अपने पारिवारिक कार्यक्षेत्र को संभालने के लिए अपने क्षेत्र को छोड़ देता हैं |

शौक –अपने कार्यक्षेत्र को छोड़ने का एक प्रमुख कारण यह भी देखा गया हैं |जैसे बैंक की नौकरी छोड़ फोटोग्राफी करना |


प्रस्तुत लेख मे हम इन सभी कारणो के अतिरिक्त कुछ ज्योतिषीय कारण भी ढूंढने का प्रयास करेंगे जिनसे यह पता चल सके की क्यू कोई जातक अपने कार्यक्षेत्र को छोड़ दूसरा कार्यक्षेत्र अपना लेता हैं इसके लिए हमने लगभग 200 कुंडलियों का अध्ययन किया हैं तथा निम्न नतीजे प्राप्त किए |

इसमे हमने कुंडली के निम्न तत्वो पर ज़्यादा आंकलन करने का प्रयास किया हैं |

लग्नेश-लग्नेश जातक का प्रतिनिधित्व करता हैं तथा उसकी स्थिति को दर्शाता हैं |

पंचमेश-जातक की शिक्षा के विषय मे बताता हैं जिससे उसके भावी पेशे से संभावित जानकारी पायी जा सकती हैं |

दशमेश-दशमेश की स्थिति जातक के कार्य व कार्यक्षेत्र के विषय मे बताती हैं |

गुरु –भारतीय ज्योतिष मे गुरु ग्रह को धर्म व परंपरा से संबन्धित ग्रह माना गया हैं जब भी कोई व्यक्ति लीक से हटकर कुछ करता हैं तो उसका गुरु ग्रह किसी ना किसी रूप मे अशुभ प्रभाव मे होना निश्चित जान पड़ता हैं और यदि ऐसा नहीं हो तो व्यक्ति बदलाव नहीं कर सकता हैं |
आइए अब कुछ कुंडलियों का अध्ययन करते हैं |

1)11/10/1942 16:00 इलाहाबाद-पहली नज़र मे यह कुम्भ लग्न की कुंडली किसी तकनीकी जातक की लगती हैं लग्नेश शनि का लग्न व दशम दोनों भावो पर प्रभाव हैं जो जातक के तकनीकी कार्यक्षेत्र की पुष्टि करता हैं वही पंचमेश भी ऊंच का होकर तकनीकी ग्रहो के ही प्रभाव मे हैं जो जातक की शिक्षा भी तकनीक से संबन्धित बताते हैं जबकि जातक का दूर दूर तक तकनीक से कोई वास्ता नहीं रहा वही दशमेश मंगल का अष्टम भाव मे होना किसी अच्छे कार्यक्षेत्र की पुष्टि नहीं करता हैं इन्होने साधारण शिक्षा प्राप्ति के बाद सेल्समेन की नौकरी करी फिर अपने शौक के चलते इन्होने फिल्मों मे हाथ आजमाया शुरुआती नाकामयाबी के बाद यह महानायक के रूप मे प्रसिद्द हुये इनकी पत्रिका मे ऊंच का गुरु शनि से दृस्ट हैं जो इस बात की पुष्टि करता हैं की जातक अपना कार्यक्षेत्र अवश्य बदलेगा इनहोने व्यापार व राजनीति मे भी हाथ आजमाए परंतु असफल रहे | यह पत्रिका भारत के महानायक अमिताभ बच्चन की हैं |

2)7/1/1950 14:55 आमलापुरम आंध्र प्रदेश मे जन्मे इस वृष लग्न के जातक ने बहुत ही   कम स्तर की कला संबंधी शिक्षा पायी कई छोटी मोटी नौकरिया करी फिर स्टेज मे हास्य कार्यक्रम देने शुरू किए जिससे इनकी पहचान बढ़नी शुरू हुई आजकल यह फिल्मजगत के जाने माने कोमेडियन माने जाते हैं यह पत्रिका जॉनी लीवर की हैं इनकी पत्रिका मे लग्नेश व पंचमेश नवम भाव मे नवमेश की राशि मे ही हैं जो इन्हे भाग्यवान बता रहे हैं वही दशमेश शनि अपने कर्मस्थान को देख रहे हैं इनकी पत्रिका मे गुरु नीच राशि का हैं |

3)24/9/1958 13:30 दिल्ली मे धनु लग्न मे जन्मे इस जातक की पत्रिका मे ज्योतिषानुसार वकील बनने के सभी तत्व मौजूद हैं (पंचमेश मंगल का कर्मेश बुध से नवम भाव मे दृस्टी संबंध बना हुआ हैं ) इन्होने वकालत की शिक्षा लेकर कुछ समय वकालत की भी परंतु बाद मे यह ज़मीन संबंधी व्यवसाय मे कूद पड़े जिससे इनको काफी लाभ मिला इन्होने वकालत छोड़ दी अब यह पूर्ण रूप से ज़मीन के व्यवसायी के रूप मे जाने जाते हैं | इनका लग्नेश गुरु शुक्र राशि का व राहू नक्षत्र का हैं

4)11/11/1962 23:00 मथुरा, कर्क लग्न की इस पत्रिका मे पंचमेश-कर्मेश मंगल का लग्न मे होना तथा लग्नेश चन्द्र का दशम भाव मे होना बुद्धि संबंधी कार्यक्षेत्र का होना बता रहा हैं वही तकनीकी ग्रहो के ज़्यादा प्रभाव मे होने से जातक ने विज्ञान विषय मे शिक्षा प्राप्त कर शिक्षक के रूप मे नौकरी आरंभ करी दो वर्ष बाद इन्होने अपने ससुर से आयुर्वेद व नाड़ी संबंधी जानकारी प्राप्त कर अपना वैधगिरी का व्यवसाय आरंभ किया आजकल यह नाड़ी विशेषज्ञ वैध के रूप मे जाने जाते हैं शिक्षक का कार्य इन्होने छोड़ दिया हैं इनकी पत्रिका मे गुरु अष्टम भाव मे राहू के नक्षत्र मे हैं |

5)31/3/1954 2:58 वाराणसी मे मकर लग्न मे जन्मे इस जातक ने विज्ञान विषय मे शिक्षा प्राप्त कर मोटर मेकेनिक के रूप मे अपना कार्य शुरू किया उसके बाद इन्होने प्रिंट मीडिया का काम आरंभ करा आजकल यह टेलीविज़न के जाने माने जर्नलिस्ट के रूप मे जाने जाते हैं इनकी पत्रिका मे लग्नेश शनि ऊंच का होकर दशम भाव मे हैं, पंचमेश-दशमेश शुक्र दशम भाव को देख रहा हैं तथा गुरु शुक्र राशि मे मंगल के नक्षत्र मे हैं जो राहू से पीड़ित हैं |

6)31/1/1993 4:11 नोयडा मे धनु लग्न मे जन्मी इस जातिका ने शिक्षा तो फार्मसी की ली परंतु आजकल यह मॉडलिंग के क्षेत्र मे नाम व दाम कमा रही हैं इनका गुरु लग्नेश होकर वक्रावस्था मे कन्या राशि व हस्त नक्षत्र का होकर दशम भाव मे ही हैं |

7)20/8/1948 2:35 नरनौल सिंह लग्न मे जन्मे इस जातक ने स्नातक स्तर की पढ़ाई,व वकालत की पढ़ाई करने के बाद अपने पुश्तैनी काम को करना बेहतर समझा इनकी गिनती जाने माने जोहरी (स्वर्ङ्कार) के रूप मे की जाती हैं | इनकी पत्रिका मे गुरु पंचमेश होकर मूल नक्षत्र मे हैं |

8)30/8/1968 3:55 दिल्ली कर्क लग्न की जन्मी इस जातिका ने कौमर्स की शिक्षा प्राप्त करी फिर एक निजी संस्थान से गहनों की डिजायनिंग का काम सीखा जिसके मालिक से इनके प्रेम संबंध बने तथा उसी से विवाह भी हो गया अब यह उस संस्थान का सारा काम अपने पति के साथ संभालती हैं | इनकी पत्रिका मे गुरु शुक्र के नक्षत्र मे सूर्य संग हैं शुक्र नीच राशि का हैं |

9)9/11/1968 12:46 दिल्ली मे जन्मे इस मकर लग्न के जातक ने तकनीकी ग्रहो के प्रभाव के चलते अपनी आरंभिक शिक्षा विज्ञान वर्ग से करी फिर आई आई टी मे प्रवेश लेकर बी टेक की डिग्री प्राप्त करी इसके बाद इन्होने आई ए एस परीक्षा उत्तीर्ण कर अपने कार्यक्षेत्र को बिलकुल ही बदल दिया आजकल ये डी एम के पद पर हैं | इनकी पत्रिका मे भी गुरु कन्या राशि का होकर राहू केतू अक्ष पर शनि गृह द्वारा दृस्ट हैं |

10)5/7/1966 1:20 दिल्ली मे मेष लग्न मे जन्मे इस जातक ने रसायन विज्ञान से एम एस सी करने के बाद कंप्यूटर का व्यवसाय चुना और उसमे काफी नाम कमाया यह आजकल भी इसी व्यवसाय से जुड़े हुये हैं इनकी पत्रिका मे गुरु ग्रह बुध की राशि मे मंगल संग राहू के नक्षत्र मे हैं |

11)25/3/1961 1:45 दिल्ली मे धनु लग्न मे जन्मी इस जातिका ने बारहवी करने के बाद फाइन आर्ट्स मे 3 वर्षीय डिप्लोमा किया उसके बाद यह डिजाइनर बैग बनाने का अपना काम करती हैं और उसमे काफी सफल भी हैं | इसकी पत्रिका मे गुरु नीच राशि का होकर शनि संग दूसरे भाव मे हैं |

12)24/4/1981 18:40 बंगलोर मे जन्मे इस तुला लग्न के जातक ने अपनी वकालत की शिक्षा पूरी करने के बाद एम बी ए किया लेकिन सही नौकरी ना मिल पाने के कारण इसे आजकल गैस एजेंसी मे काम करना पड रहा हैं इसकी पत्रिका मे गुरु शनि के संग द्वादश भाव कन्या राशि मे हैं

13)27/12/1979 9:15 दिल्ली मकर लग्न मे जन्मे इस जातक ने अच्छी शिक्षा प्राप्त करने के बाद एम बी ए किया एक वर्ष अपनी शिक्षा से जुड़ा कार्य भी करा परंतु कुछ समय बाद यह अपने बड़े भाई के केमिकल के व्यापार मे शामिल हो गए और आजतक उसी व्यापार मे खुश हैं इनकी पत्रिका मे गुरु अष्टम भाव मे मंगल व राहू संग हैं जो इनकी अपने भाई संग कार्यक्षेत्र  की पुष्टि कर रहा हैं |


14)1/11/1963 2:15 कलकत्ता सिंह लग्न मे जन्मे इस जातक ने वाणिज्य विषय मे अपनी शिक्षा प्राप्त करी कुछ साल उससे संबन्धित काम भी किया 27 वे वर्ष मे इनका एक जापानी युवती प्रेमविवाह हुआ जिसके बाद ये उस युवती के साथ टोक्यो जापान चले गए जहां यह आजकल ट्रेवल एजेंसी चलाते हैं |इनकी पत्रिका मे गुरु अष्टम भाव मे शनि द्वारा दृस्ट हैं       

कोई टिप्पणी नहीं: