शुक्रवार, 25 जनवरी 2013

आयु प्रदाता शनि



आयु प्रदाता शनि

सौरमंडल मे स्थित ग्रहो मे सबसे ज़्यादा विवादित ग्रह शनि माने जाते हैं | सर्वाधिक अशुभ प्रभाव के लिए ज़्यादातर इसी शनि ग्रह को ही जिम्मेदार माना जाता हैं | शास्त्र जहां एक तरफ इस ग्रह को स्थान की वृद्धि करने वाला मानते हैं वही इसकी दृस्टी को महा विनाशकरी बताते हैं | आज 25 दिसंबर को जब सारा देश पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपई जी का जन्म दिवस माना रहा हैं उनकी कुंडली देखने पर यह लेख लिखने की प्रेरणा मिली की क्या शनि ग्रह किसी व्यक्ति विशेष की आयु भी बढा सकता हैं हमने लगभग 250 कुंडलिओ का अध्ययन कर यह निष्कर्श प्राप्त किया की शनि जब भी किसी की कुंडली मे लग्न या लग्नेश से किसी भी प्रकार से संबंध बनाता हैं तो उस व्यक्ति की आयु को बड़ा देता हैं यदि प्रचलित मान्यता के अनुसार देखे तो शनि जब आयु स्थान (अष्टम भाव) मे हो तभी आयु को बढ़ना चाहिए जबकि ऐसा हमने कुछ ही पत्रिकाओ मे पाया चूंकि शनि जिस स्थान मे स्थित होते हैं उसकी वृद्धि करते हैं इसलिए इनको स्थान वृद्धि करने वाला कहाँ जाता हैं जिसके अनुसार देखे तो शनि यदि लग्न मे होंगे तो शरीर की वृद्धि करेंगे ना की आयु की इसी प्रकार जब शनि एकादश भाव मे होंगे तो लाभ की,बड़े भाइयो आदि की वृद्धि करेंगे | हमने यह भी पाया की शनि जब लग्न,चतुर्थ,सप्तम व एकादश भाव मे स्थित होता हैं (जिससे उसकी दृस्टी लग्न पर पड़ती हैं ) या लग्नेश संग होता हैं,लग्नेश को दृस्टी दे रहा होता हैं तब ही व्यक्ति की आयु बढती हैं अन्य किसी भी अवस्था मे नहीं,कुछ एक कुंडलिओ मे यह भी पाया की शनि का अप्रत्यक्ष प्रभाव जब लग्न या लग्नेश पर रहा तब भी व्यक्ति की आयु अधिक रही हैं (मोरारजी देसाई,महात्मा गांधी,नरसिंहा राव)

ज्योतिष के पराशरीय नियमो के अनुसार सभी मानवो की आयु को विशोन्तरी दशा से 120 वर्ष माना गया हैं जो की अब प्रशांगिक प्रतीत नहीं होती हैं इसलिए हमने 90 वर्ष की आयु को अपने अध्ययन का आधार बनाकर कुंडलिओ का अध्ययन किया और पाया की सभी ने लगभग 70 वर्ष या उससे अधिक ही आयु पायी जो की 90 का 80% के करीब हुआ यह भी संभव हैं की इन सबकी पत्रिकाओ मे आयु वृद्धि के अन्य योग भी उपस्थित हो परंतु उनमे यह शनि संबन्धित योग तो साधारणतया व समान्यत;पाया ही गया हैं |

आइए अब कुछ पत्रिकाओ मे इस योग को देखते हैं |

1)सबसे पहले हमने हमारे भगवान श्री-राम व कृष्ण की पत्रिकाओ मे शनि की लग्न पर दृस्टी पायी और यह सभी जानते व मानते हैं की इन दोनों भगवानों की आयु कितनी थी परंतु यह दोनों पत्रिकाए कितनी सही हैं यह एक विवादास्पद विषय रहा हैं इसलिए हम अब इस युग व जमाने की कुंडलिओ के उदाहरण देखते हैं |

2)पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपई(25-12-1924 तुला लग्न),पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम(15-10-1931 धनु लग्न),काँग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी(9-12-1946 कर्क लग्न),बापू जगजीवन राम(5-4-1908 मीन लग्न),पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी(19-11-1917 कर्क लग्न),पूर्व अभिनेता अशोक कुमार(13-10-1911 मेष लग्न),गीतकार नीरज(4-1-1924 तुला लग्न),पूर्वचुनाव आयुक्त टी एन शेषन(15-12-1932 मकर लग्न),मो॰ अली जिन्नाह(25-12-1876 कुम्भ लग्न),पूर्व अमरीकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश(6-7-1946 कर्क लग्न) इन सबके लग्न मे विभिन्न राशियो के शनि स्थित हैं और यह सब ही अपनी आयु के 70 वर्ष के आस पास हैं या उससे अधिक गुज़ार चुके हैं |

3) महानायक अमिताभ बच्चन(11-10-1942 कुम्भ लग्न),राज गोपालाचारी(10-12-1878 धनु लग्न),पूर्वमंत्री श्री बंसीलाल(26-8-1927 सिंह लग्न),मदर टेरेसा(27-8-1910 मकर लग्न),पूर्वराष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद(3-12-1884 धनु लग्न),पूर्व मंत्री श्री अर्जुन सिंह(5-11-1930 मिथुन लग्न),पूर्व राष्ट्रपति राधा-कृष्णन(5-9-1888 कन्या लग्न),पूर्व अमरीकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन(19-8-1946 कन्या लग्न),उधोगपति रामनाथ गोयनका (3-4-1904 तुला लग्न),पूर्व अभिनेत्री आशा पारेख(2-10-1942 वृश्चिक लग्न),ब्रिटिश महारानी एलीज़ाबेथ(द्वितीय)(21-4-1926 मकर लग्न),उद्योगपति हेनरी फोर्ड(28-7-1863 वृश्चिक लग्न),सांसद करुणानिधि(3-6-1924 कर्क लग्न),मुसोलिनी(29-7-1883 वृश्चिक लग्न),विंस्टीन चर्चिल(30-11-1874 तुला लग्न),रानी विक्टोरिया(24-5-1819 वृष लग्न),पूर्व सांसद मारग्रेट अल्वा(14-4-1942 कुम्भ लग्न),उद्योगपति राहुल बजाज(10-6-1938 वृष लग्न),पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन(5-9-1888 कन्या लग्न)इन सबकी पत्रिकाओ मे शनि चतुर्थ,सप्तम या एकादश भाव से लग्न को देख रहा हैं ओर इन सबकी आयु भी काफी कही जा सकती हैं |

4) गायिका लता मंगेशकर(28-9-1931 वृष लग्न),आध्यात्मिक गुरु माँ आनंदमई (1-5-1896 मीन लग्न),पूर्वप्रधानमंत्री श्री चन्द्रशेखर(17-4-1927 मेष लग्न),पूर्वराष्ट्रपति श्री गुलज़ारी लाल नन्दा(4-7-1898 मेष लग्न),राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी व पी चिदम्बरम(16-9-1945 वृश्चिक लग्न)आदि की पत्रिकाओ मे शनि आयु स्थान(अष्टम भाव) मे ही हैं जो शनि के स्थान वृद्धि वाले सिद्धांत को बल प्रदान कर इन सबको अधिक आयु प्रदान कर रहा हैं |

5)पूर्व अभिनेता देवानन्द(26-9-1923 तुला लग्न),पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह(23-12-1902 धनु लग्न),नृत्यांगना रुक्मिणी अरुंडेल(29-2-1904 वृष लग्न),विख्यात इंजीनियर विश्वेशरिया(15-9-1861 धनु लग्न),श्री हरिवंश राय बच्चन(27-11-1907 तुला लग्न),व्यंगकार काका हाथरसी(18-9-1906 मिथुन लग्न),पूर्व उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत(23-10-1923 वृष लग्न),गायिका आशा भोसले(8-9-1933 मेष लग्न),स्वतन्त्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक(23-7-1856 कर्क लग्न),वैज्ञानिक आइन्सटाइन(14-3-1879 मिथुन लग्न),पूर्वसांसद विजयलक्ष्मी पंडित(18-8-1900 वृश्चिक लग्न),अभिनेता व पूर्व मुख्यमंत्री एन टी रामाराव(28-5-1923 मेष लग्न),पूर्व राष्ट्रपति श्री ज़ाकिर हुसैन(8-2-1897 मिथुन लग्न),उद्योगपति रामकृष्ण डालमिया(7-4-1893 वृष लग्न),पूर्व हौकी खिलाड़ी ध्यान चंद(29-8-1905 मिथुन लग्न),बल्लभ भाई पटेल (31-10-1875 मेष लग्न),अभिनेता व निर्देशक मनोज कुमार(24-7-1937 धनु लग्न),इन सबका लग्नेश शनि के साथ हैं या लग्नेश को देख रहा हैं और इनकी भी आयु काफी रही हैं |

निष्कर्ष वस्तुत; इस प्रकार कहाँ जा सकता हैं की शनि ग्रह का लग्न,लग्नेश व अष्टम भाव से संबंध जातक विशेष को आयु प्रदान करने मे सहायक होता हैं और यह जातक साधारणतया 70 वर्षया उससे अधिक की आयु प्राप्त करते हैं |

1 टिप्पणी:

Unknown ने कहा…

Mere bete ki kundli mai shani in 6th house se 10 mitr dreshti se lagnesh ko dekh raha h but uski death 20 year 5 moonth mai ho gai. DOB 21.1.1998 time 1.27 am place lucknow.