आगामी ३ अक्तूबर से १४ अक्तूबर तक भारत की राजधानी दिल्ली में कॉमनवेल्थ खेलो का आयोजन हो रहा हैं जिस कारण सम्पूर्ण विश्व की नज़र भारत पर लगी हुई हैं तथा भारत के खेल प्रेमी भी इस आयोजन का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं |पिछले कुछ वर्षो से इन खेलो की तैयारिया जबदस्त तरीके से चल रही हैं |जिस कारण नए नए दावे व घोटाले समय समय पर आयोजन कमेटी पर लगते रहे हैं | क्या ऐसे में भारत इन खेलो का सफल आयोजन कर अपनी साख बचा पायेगा ?क्या भविष्य में भारत को किसी और खेलो का आयोजन करने के लिए प्रस्ताव मिल पायेगा ? ऐसे ही कुछ सवालों का जवाब आइये ज्योतिषीय दृष्टी व भारतवर्ष की कुंडली से जानने का प्रयास करते हैं|
खेलो की प्रष्ठभूमि:-१९७८ में इन खेलो का नामकरण हुआ पहले इन्हें ब्रिटिश एम्पायर खेलो के नाम से जाना जाता था | इन खेलो का मुख्यालय "लन्दन" में हैं | छह देश ऐसे हैं जिन्होंने अब तक सभी कॉमन वेल्थ खेलो में हिस्सा लिया हैं | यह १९वे कॉमनवेल्थ खेल हैं | इस १९वे कॉमनवेल्थ खेल में १७ खेल ७३ देश तथा २८५ स्पर्धाये होगी | इन खेलो का उदघाटन व समापन जवाहर लाल नेहरु स्टेडियम में होगा| पिछले खेल मेलबोर्न (ओस्ट्रेलिया ) में हुए थे जिसमे भारत ने कुल ५० पदक जीते थे| जबकि अगले खेल ग्लासगो (स्कोटलेण्ड) में होंगे यह खेल अन्य खेलो की तरह चार वर्ष में आयोजित किये जाते हैं |
इन खेलो का शुभंकर "शेरा" हैं तथा यह कौंग्रेस सरकार में तीसरे बड़े खेल हैं जो आयोजित हो रहे हैं |.......................शेष कल
1 टिप्पणी:
जनाब खेलो की अछि जानकारी दी है .... पर क्या भारत की नक् कटेगी या बचेगी ... अभी तो सारे चेनल इसी पर वोट मांग रहे है ....
इसे भी पढ़े और कुछ कहे :-
http://thodamuskurakardekho.blogspot.com/2010/09/86.html
एक टिप्पणी भेजें