धनु राशी- वर्ष के आरम्भ से ही इस राशी का स्वामी अपने से तीसरे भाव से संचार करेगा जिससे भाई बंधुओ से सहयोग मिलेगा,धन लाभ भी होगा परन्तु राहू का संचार इस राशी पर होने से रूकावटे,बाधाये भी रहेगी,२ मई से गुरु के मीन राशी पर जाने से धनसंपदा व सवारी का सुख मिलेगा,१४ अप्रैल से १३ मई के बीच पद उन्नति व विदेश यात्रा हो सकती हैं,२० जुलाई से ५ सितम्बर क्रोध एवं मानसिक तनाव हो सकता हैं,१ नवम्बर से १८ नवम्बर तक परिस्थितियों में काफी उथल पुथल होगी,३० नवम्बर से वर्ष अंत तक रूकावटे तनाव व उत्तेजना रहेगी
उपाए-१)गुरूवार व्रत व अपने इष्ट की पूजा करे
२)दुर्गा मंदिर में दुर्गा सप्त्सदी का पाठ व गायत्री मंत्र का जाप करे
३)जन्मदिन की पूजा कर भगवान् को अर्द्य प्रदान कर ब्राह्मण को भोजन करवा वस्त्र,फल व धार्मिक ग्रन्थ दान करे
मकर राशी-इस वर्ष मकर राशी का स्वामी शनि कन्या राशी पर होने से भाग्य उन्नति व धन लाभ में रूकावटे प्रदान करेगा,खर्चे ज्यादा होंगे,मानसिक तनाव रहेगा,१४ जनवरी से १२ फरवरी तक क्रोध व उत्तेजना बढेगी,१४ अप्रैल से १३ मई तक भूमि सवारी का सुख प्राप्त होगा,बिगड़े काम बनेंगे१६ जुलाई से १५ अगस्त तक उलझनों के बाद पुरुषार्थ में वृद्दि होगी,५ सितम्बर से १९ अक्तूबर तक पराक्रम,खर्च व आय में वृद्दि होगी
उपाय-१)शनिवार व्रत करे
२)सात शनिवार शनि मंदिर में सरसों के तेल का दिया जलाये
३)नीले रंग की बोतल में पानी डालकर सात दिन धुप में रखकर उस पानी को नहाने के पानी में डाल कर लगातार २७ दिन स्नान करे
४)लोहे की कटोरी में छाया पात्र बना ५ शनिवार तेल शनि मंदिर में दान करे पांचवे दिन तेल की कटोरी को मंदिर के ज़मीन में ही दबा दे
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