वर्ष के शुरुआत में इस राशी का स्वामी अस्त हैं,६ फरवरी से २ मार्च तक गुरु ग्रह के साथ होने से मांगलिक कार्य होंगे, २ मार्च से २६ मार्च के बीच वाहन आदि पर खर्च,२० अप्रैल से १५ मई तक रुके हुए काम बनेंगे,५ सितम्बर से ३० नवम्बर तक मानसिक तनाव व उलझने बढेगी,रूकावटे मिलेंगी,खर्चे होंगे परन्तु शुभ यात्राये भी होंगी|
उपाय-
१) शुक्रवार का व्रत एवं शिव उपासना करे |
२) हर शुक्रवार छोटी छोटी कन्याओ का पूजन कर उन्हें बर्फी बांटे |
३) आर्थिक लाभ हेतु भगवान गणेश की पूजा करे व चार मुखी रुद्राक्ष धारण करे |
४) स्वास्थ्य हेतु "ॐ रां राहवे नमः"का जप करे |
मिथुन राशी -इस पुरे वर्ष मिथुन राशी शनि की ढैया के प्रभाव तथा केतु के संचार के कारण उलझनों,तनाव व रुकावटो में रहेगी,१४ मार्च से २९ मार्च तक स्वास्थ्य एवं धन की हानि हो सकती हैं,३० मार्च से ६ जून तक एका- एक धन लाभ व उन्नति,२२ जून से ५ जुलाई तक सफलता व लाभ,२० अगस्त से १२ सितम्बर तक खर्च बढेगा,१९ अक्तूबर से संबंधो में तनाव आएगा तथा उत्तेजना अधिक रहेगी |
उपाय -
१) बुधवार व्रत तथा लक्ष्मी उपासना करना कल्याणकारी रहेगा |
२) हर शनिवार एक नारियल तेल का तिलक लगाकर शिव मंदिर में फल फूल सहित चढ़ाये |
३) सात शनिवार सूखे नारियल को तेल का तिलक लगाकर काली डोरी लपेटकर अपने सिर से ७ बार उतारा कर जल प्रवाह करे |
४) तामसिक भोजन ना करे |
५) स्वास्थ्य हेतु "ॐ शं शनैशचराय नमः" का जप करे |
६) धन प्राप्ति हेतु शिव मंदिर में जल चढ़ाये व "ॐ रां राहवे नमः" जपे |
2 टिप्पणियां:
लोहिड़ी पर्व और मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएँ!
आपके द्वारा दी जा रही सेवा काफी सराहनीय हैं - आचार्य रंजन
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