सोमवार, 29 जुलाई 2024

अगस्त 2024 मे भारतीय बाज़ार


2 अगस्त को सूर्य आश्लेषा नक्षत्र मे आएगा । सोना, चाँदी,रुई,बिनोला,गेहूँ, चावल, उड़द, चना, गुड़, शक्कर, घी, तिल, तेल, सरसी, एड, अलसी, मिर्च,मजीठ में तेजी बनेगी  ।

5 अगस्त को सिंह राशिगत बुध वक्री होगा । बुध - शुक्र के साथ शनि का समसप्तक दृष्टि सम्बन्ध तथा इन पर मंगल की दृष्टि भी है जिस कारण शीघ्र ही घी, गुड़, खाण्ड, शक्कर, जौ चना आदि अनाजों, बैंकिंग शेयर्स में जोरदार तेजी बनेगी ।

6 अगस्त को सिंहराशि के चन्द्रदर्शन होने से वायदा व्यापारिक वस्तुओं में तेजी रहेगी | सोना चाँदी रुई तांबा गुड सरसों मे घटा बड़ी के बाद तेजी बनेंगी |

11 अगस्त को शुक्र के पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र मे आने से गेहूं,जौ,ज्वार,बाजरा,मूंग,चना कुछ मंदा होगा |

12 अगस्त को सिंह राशिगत वक्री बुध पश्चिम में अस्त होने से चाँदी रुई,घी मे तेजी बनेगी । बैंकिंग शेयर्ज, सोने, ताँबे, लोहे, स्टील में भी तेजी चलेगी ।

16 अगस्त को सूर्य सिंह राशि में आकर बुध शुक्र के साथ मेल करेगा । इस समय सूर्य बुध-शुक्र का शनि के साथ समसप्तक दृष्टि सम्बन्ध बनेगा तथा मंगल की इन पर विशेष दृष्टि भी रहेगी । सोना, चाँदी, तांबा आदि धातुओं, रुई, गुड़, खाण्ड, शक्कर, तिल, तैल, एरण्ड, सरसों आदि, लाल रंग की वस्तुएं, क्रूड ऑयल में अच्छी तेजी बनेगी । शेयरों में भी कुछ तेजी बनकर बाद में मन्दी बन जाएगी |

18 अगस्त को वक्री शनि पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र में आने से चाँदी, चावल, गुड़, खाण्ड, शक्कर, गेहूँ, तेल तेज होंगे ।

20 अगस्त को गुरु मृगशिर नक्षत्र में आने से रूई में तेजी, चावल, चाँदी, घी, तृणादि में मन्दी का रुख बनेगा ।

22 अगस्त को वक्री बुध कर्क राशि में आएगा । इसी दिन शुक्र उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में आएगा । सोना, चाँदी, रूई, गुड़, दूध, तेल, मूँगफली, सरसों, बैंकिंग शेयर्ज में पहले घटा बढ़ी के मध्य तेजी बनकर मन्दी मे जा सकती है ।

24 अगस्त को शुक्र कन्या राशि में आकर केतु से मेल करेगा । इन पर गुरु की विशेष शत्रु दृष्टि रहेगी | कुछ वस्तुओं में तेजी तथा कुछ में मन्दी चलेगी । चाँदी, गेहूँ आदि सर्वप्रकार के अनाज, गुड़, खाण्ड व ऊनी-रेशमी वस्त्रों, चावलों में तेजी बनेगी । शेयर्ज़ मे भी घटाबढ़ी के मध्य मामूली तेजी बनेगी

26 अगस्त को मंगल मिथुन राशि में आएगा । इसी दिन वक्री बुध पूर्व में उदय भी होगा । रूई, गुड़, खाण्ड, शक्कर, अलसी, अफीम, ताँबा, कुसुंभ, मजीठ तथा अन्य लाल रंग की वस्तुओ में विशेष तेजी बनेगी । सोना-चाँदी में भी घटाबढ़ी बनकर तेजी होगी ।

29 अगस्त को बुध मार्गी होने से बैंकिंग शेयर्ज़, चाँदी, रूई, घी में विशेष घटाबढ़ी बनकर तेजी होगी रेशम, तेल, अलसी, एरण्ड, गुड़, बिनौला, मूँगफली, कपूर, चन्दन, अगर आदि सुगन्धित वस्तुओं में मन्दी बनेगी ।

30 अगस्त को सूर्य पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में आएगा । सूर्य - शनि के मध्य पहले ही समसप्तक दृष्टि सम्बन्ध बना हुआ है जिस कारण जीरा, सोना, गुड़, खाण्ड, सरसों, तिल, तेल, घी, गेहूँ, ज्वार, चावल, ऊनी कपड़े, रूई, सूत में अच्छी तेजी आएगी

विशेष - 16 से 20 अगस्त तक, पुनः 24 अग. से मास के अंत तक शेयर बाज़ार में अच्छी तेजी रहेगी |

 

बुधवार, 24 जुलाई 2024

लाल किताब के अनुसार गुरु का फल


गुरु यदि लग्न में हो तो जातक जितना पढ़ेगा उतना ही बढ़ेगा यदि जातक स्नातक नहीं होता है तो दरबदर भटकता रहता है शारीरिक रूप से थोड़ा मोटा होता है |

दूसरे भाव में गुरु होतो जातक सलाह मशवरा देने का काम करें,शुक्र का व्यापार करें,अपने व्यापार में खुद का पैसा ना लगाएं उधार लगाकर काम करें तो अच्छा रहता है |

गुरु तीसरे भाव में होतो जातक विशेष को स्वयं की तारीफ कभी नहीं करनी चाहिए |

गुरु चौथे भाव में हो तो दादा पिता का सामाजिक दायरा बहुत अच्छा था यह बताता है ऐसे जातक के पूर्वजों का रुतबा होता है इस जातक को नंगे शरीर घर पर नहीं रहना चाहिए छाती भी ढक कर रखनी चाहिए |

पांचवे भाव में गुरु होतो जातक सलाहकार होता है ज्ञान का भंडार होता है परंतु गुस्सा जल्दी आता है टीचिंग एडवाइजिंग तथा मोटिवेशनल गुरु बन सकता है |

छठे भाव में गुरु शादी के आसपास सोना खोना या गिरवी रखा जाना बताता है ऐसा ना करें ऐसा जातक व्यापारी के घर में साधु है इस प्रकार से कह सकते हैं |

सातवे घर में गुरु धर्म-कर्म ना करें वस्त्र दान ना करें अध्यात्मिक ना रहे तो अच्छा होता है पिता से नाराजगी रहती है |

आठवें भाव में गुरु होतो जातक ने बचपन में दादा नहीं देखे होते हैं ऐसे जातक को बुरा समय आने पर मदद मिलती रहती है इस भाव का बृहस्पति होने पर जातक घर में ही ऑफिस बनाकर काम करे तो लाभ प्राप्त करता  है |

नवे भाव में गुरु होने पर जातक खूब धर्म कर्म करे तो बढ़िया रहता हैं ऐसा जातक पूजा-पाठ गुरु का आदर करें तो बहुत बढ़िया होता हैं परंतु नास्तिक हो तो पिता की सेहत खराब रहती है |

दसवें भाव में गुरु हो तो जातक सीधा सरल स्वभाव के कारण मरता है चुस्ती चालाकी करें तो अच्छा रहता है | 6-7-10 भाव में गुरु को प्रक्टिकल सोच रखनी चाहिए |

11वे भाव में गुरु होने पर दिन की समाप्ति पर जातक के पास पैसा नहीं रह पाता |ऐसे जातक को बुरे लोग भी नमस्कार करते हैं |

बारहवें भाव में गुरु पूजा पाठ ना करें धर्मकर्म करें तो लाभ मिलता है गले में माला कदापि ना पहने |

यदि जातक विशेष के परिवार में सांस की बीमारी हो/चोटी के बाल उड़े हुए हो/सोना खोया हुआ हो अथवा गिरवी हो तो जातक विशेष को समझ जाना चाहिए कि उसका गुरु खराब है |

चौथे और सातवें भाव में गुरु हो तो घर में टूटी हुई छतरी नहीं रखनी चाहिए |

गुरु के उपाय के लिए कुल पुरोहित से आशीर्वाद लेना,चने की दाल मंदिर में दान करना,पीपल की सेवा करना तथा संतान प्राप्ति के लिए सोने की तार बनाकर दूध में भिगोकर शांत कर कर पीना लाभदायक होता है ।

 

सोमवार, 15 जुलाई 2024

शनि खराब फल कब देता हैं ?


लाल किताब ज्योतिष के अनुसार ऐसे कुछ कार्य बताए गए हैं जिनको करने से जातक विशेष के जीवन मे शनि ग्रह अपना बुरा प्रभाव प्रदान करने लगते हैं | इसके लिए जन्म पत्रिका मे शनि किस भाव अथवा घर मे हैं यह देखकर जाना जा सकता हैं की क्या कार्य करने से जातक विशेष का शनि खराबफल देने लगेगा |

प्रस्तुत लेख मे हम आज यही बता रहे हैं |

जातक की पत्रिका मे शनि खाना नंबर 1 मे हो और जातक किसी भी मौके का जश्न अपने घर के अंदर मनाये तो शनि खराब फल देने लगता हैं ।

खाना नंबर 2 मे शनि हो और जातक अपने सर पे सरसों तेल लगाये तो शनि अशुभता देने लगता हैं । इसी प्रकार देखे तो 

खाना नंबर 3 मे शनि हो और जातक अपने जेब में चमड़े (लेदर) या रेक्सीन (rexine) का बटवा रखे ।

खाना नंबर 4 मे जातक यदि नियमित रूप से शराब अथवा मदिरा का सेवन करे ।

खाना नंबर 5 मे शनि हो और जातक अपने बच्चे के जन्म पर मीठा बांटे ।

खाना नंबर 6 मे शनि हो जातक अपने बेटे की आलोचना सब के सामने करे ।

खाना नंबर 7 मे शनि हो और जातक दोस्तों को मुफ्त की शराब पिलाये ।

खाना नंबर 8 मे शनि हो और जातक स्वयं नहाते समय गीले पैर को जमीन से सटाये ।

खाना नंबर 9 मे शनि हो और जातक नास्तिक हो |

खाना नंबर 10 मे शनि हो और जातक डॉक्टरी की पढ़ाई करना चाहे या करे ।

खाना नंबर 11 मे शनि हो और जातक 55 कि उम्र से पहले अपना खुद का मकान बनवाना चाहे ।

खाना नंबर 12 मे शनि हो और जातक दूसरे का जूठा खाये

तब जातक विशेष को शनि अशुभ होकर अपना खराब फल देने लगते हैं | 

 

मंगलवार, 2 जुलाई 2024

खोई / गुम हुई वस्तु मिलेगी या नहीं ?


प्रतिदिन कामकाज करते हुये कभी ना कभी हमारी कोई वस्तु खो जाती हैं काफी प्रयास करने पर भी नहीं मिलती तो हम उसे खोया हुआ मान लेते हैं | ज्योतिष विज्ञान मे कुछ सूत्र दिये गए हैं जिनसे ये जाना जा सकता हैं की खोई वस्तु कहाँ हो सकती हैं हमे मिल पाएगी या नहीं |

आज हम अपने इस लेख मे हम हमारे पाठको को कुछ ऐसी ही जानकारी दे रहे हैं |  

(1) अन्धाक्ष नक्षत्रों में गुम अथवा चोरी हुई वस्तु पूर्व दिशा की ओर जाती है और उसकी पुन: प्राप्ति की सम्भावना भी बनी रहती है ।

(2) सुलोचन नक्षत्रों में खोई/गुम हुई वस्तु उत्तर दिशा की ओर जाती है । उसका न तो पता चलता है और न ही पुनः प्राप्ति सम्भव है ।

(3) मध्याक्ष नक्षत्रों में खोई/गुम हुई वस्तु पश्चिम की ओर अत्यन्त दूर चली जाती है । पता चलने पर भी उसकी पुन: प्राप्ति सम्भव नहीं होती है ।

(4) मन्दाक्ष नक्षत्रों में खोई अथवा गुम हुई वस्तु दक्षिण की ओर चली जाती है । अत्यधिक प्रयत्न के बाद ही वह पुनः प्राप्त होती है ।

अन्धाक्ष, सुलोचनादि ये नक्षत्र कौन - कौन से हैं और उनमें खोई वस्तु मिलेगी या नहीं मिलेगी, इसके ज्ञान बारे नीचे दिया गया हैं |

अन्धाक्ष - रोहिणी, पुष्य, उ.फा., विशा., पू.षा., धनि., रेव., - शीघ्र मिलेगी ।

सुलोचन - कृत्तिका, पुन., पू.फा., स्वा., मूल, श्रव, उ.भा., - नहीं मिलेगी ।

मध्याक्ष - भर., आर्द्रा, मघा, चित्रा, ज्येष्ठा, अभि., पू.भा.,- पता लगने पर भी नहीं मिलेगी ।

मन्दाक्ष - अश्विनी, मृग, आश्ले., हस्त, अनु., उ.षा., शत., - बहुत प्रयत्न करने पर मिलेगी ।