मेड फॉर ईच अदर
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2)7/7/1972 6:00
दिल्ली मे जन्मे इस मिथुन लग्न के जातक की पत्रिका मे सप्तमेश गुरु अपनी
ही धनु राशि मे वक्री अवस्था मे हैं जो जातक की पत्नी का धार्मिक व
विद्वान होना बताता हैं वही उस पर सूर्य की दृस्टी उसके सरकार द्वारा लाभ प्राप्ति भी
बताती हैं | गुरु केतू के
नक्षत्र मे हैं जो दूसरे भाव मे कर्क राशि मे हैं जिसका स्वामी चन्द्र
ऊंच राशि का होकर द्वादश भाव मे हैं जो पत्नी द्वारा विदेश अथवा
अस्पताल से धन अर्जन करना बताता हैं | स्त्री कारक शुक्र को देखे तो वो भी द्वादश भाव मे अपनी ही
राशि का हैं जो फिर से अस्पताल या विदेश दर्शाता हैं इसी आधार पर गुण मिलान के समय
समय इन्हे बताया गया की लड़की अस्पताल या विदेश से संबन्धित होगी जो सरकार से लाभ
प्राप्त करती हो सकती हैं और ऐसा ही हुआ | प्रस्तुत जातक की पत्नी सरकारी अस्पताल मे नर्स का कार्य करती
हैं | जातक का लग्नेश बुध
का लाभेष संग धन भाव मे होना तथा लग्न मे सूर्य का होना
उसके सरकारी बैंक के कार्यरत होने की पुष्टि स्पष्ट रूप से कर रहे हैं |
2/8/1977 16:35
दिल्ली मे जन्मी इस धनु लग्न की जातिका के सप्तम भाव पर देखे तो मिथुन राशि पड़ती हैं जो जातिका के पति के लग्न हेतु उपयुक्त दिखाई
पड़ती हैं बुध का नवम भाव मे सूर्य की राशि मे होना पति का सरकार द्वारा लाभ व
व्यापारिक संस्थान से जुड़ा होना बताता हैं वही सप्तम भाव मे गुरु ( लग्नेश चतुर्थेश ) व
शुक्र (लाभेष व षष्ठेश) का होना जातिका के
पति का उसकी ही जाति का विद्वान व पढ़ा लिखाकर होकर धन
क्षेत्र से जुड़ा होना दर्शाते हैं जातिका का पति जिसकी पत्रिका ऊपर दी गयी हैं सरकारी बैंक
मे कार्यरत हैं | वही जातिका की
पत्रिका का द्वादशेश (अस्पताल कारक) मंगल छठे भाव से कर्मेश बुध को तथा लग्न
व द्वादश भाव को दृस्टी देकर जातिका के अस्पताल मे काम करने की पुष्टि करता हैं | वही कर्म भाव मे स्थित राहू का मंगल के
नक्षत्र मे होना कार्य का द्वादश भाव से संबन्धित होना पूर्ण कर रहा हैं |
प्रस्तुत जातक जातिका
के विवाह को 12 वर्ष पूर्ण हो गए हैं इनकी 2 संताने भी हैं वैवाहिक जीवन मे कोई
परेशानी नहीं हैं |
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