देश के हालत पर कुछ लिखा हैं आप भी पढे .....................
जब
स्त्री 3-3 पति होने के बाद बेटी को “बहन” बताने लगे
जब
पीढ़ियो से अमीर “बच्चा” गरीबो को गरीबी पढ़ाने लगे
तब
सोचिए की देश मे क्या और देश का क्या होना चाहिए ?
जब
तथाकथित स्वयं भू “बाबा” फिल्मों मे दिखने-दिखाने लगे
जब
“धर्मगुरु” कहलाने वाले संत एक दूसरे को मारने लगे
तब
सोचिए की देश मे क्या और देश का क्या होना चाहिए ?
जब
“बार” मे शराब बेचने वाला महामंडलेश्वर कहलाने लगे
जब
कथित “माता” भक्ति मे गैरमर्द की गोद मे जाने लगे
तब
सोचिए की देश मे क्या और देश का क्या होना चाहिए ?
जब
देश परिवार की “रक्षा” करने वाले ही भक्षक बनने लगे
जब
“अस्पताल” इलाज़ के बजाए मौत का पैसा मांगने लगे
तब
सोचिए की देश मे क्या और देश का क्या होना चाहिए ?
जिसके
“बाप-दादा” ने खेत ना देखे हो वह खेती सीखाने लगे
जब
देश के “बुड्ढे” मरते समय भी अपनी गद्दी ना छोड़ने लगे
तब
सोचिए की देश मे क्या और देश का क्या होना चाहिए ?
जब
“भगवान” घरो पर और “इंसान” फूटपाथ पर रहने जाने लगे
जब
“मूर्तियो” को भोग लगे और इन्सानो को “भूख” सताने लगे
तब
सोचिए की देश मे क्या और देश का क्या होना चाहिए ?
जब
इन्सानो मे हैवानियत बढ़ने और इंसानियत घटने लगे
जब
जाति और धर्म के नाम पर इंसान बांटने बंटने लगे
तब
सोचिए की देश मे क्या और देश का क्या होना चाहिए ?
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