27 जुलाई
2014 को एक अजब ज्योतिषीय संयोग बन रहा हैं जिसका उल्लेख श्रीमद भागवत,कल्कि पुराण तथा नोस्त्रेदेमस की भविष्यवाणी मे भी हैं जिसमे कहाँ गया हैं
की जब सूर्य चन्द्र व गुरु कर्क राशि मे होंगे तब एक नए राजा का उदय होगा जो समस्त
विश्व मे शांति का परचम लहराएगा | कुछ लोग इसे कल्कि अवतार
से जोड़ कर देख रहे हैं तो कुछ इसे भारत के नए प्रधानमंत्री मोदी से जोड़ रहे हैं यह
ज़रूर कहाँ जा सकता हैं की 27 जुलाई के बाद विश्व मे कोई ना कोई सुखद बदलाव अवश्य
होगा |
ज्योतिषानुसार
देखे तो इस दिन दो ग्रह शनि व गुरु ऊंच राशि के तथा चन्द्र व बुध स्वराशि के होंगे
जबकि सूर्य चन्द्र व गुरु कर्क राशि मे पुष्य नक्षत्र मे होंगे कर्क राशि गुरु की
ऊंच राशि हैं जबकि पुष्य नक्षत्र का स्वामी शनि माना जाता हैं जो की इन दिनों ऊंच
के चल रहे हैं | शनि ग्रह की कर्क राशि मे दृस्टी होने से सूर्य चन्द्र व
गुरु पर भी उनका प्रभाव रहेगा वही गुरु ग्रह अस्त अवस्था मे होंगे |
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें