बुधवार, 6 नवंबर 2013

लग्न नक्षत्र स्वामी की लाभकारी दशा

लग्न नक्षत्र स्वामी की लाभकारी दशा

ज्योतिष का अध्ययन करते समय कई बार यह विचार अवश्य आता हैं की जन्म समय के चन्द्र नक्षत्र का प्रयोग जीवन के प्रत्येक क्षेत्र मे किया जाता हैं इसी से ही दशाए ज्ञात कर जातक विशेष के भविष से जुड़े सभी सवालो के जवाब दिये जाते हैं | हमने अपने ज्योतिषीय शोध के दौरान यह जानने का प्रयास किया की क्या जातक विशेष के जीवन मे जन्म लग्न के नक्षत्र का भी कुछ प्रभाव पड़ता हैं इसके लिए हमने लगभग 100 व्यक्तिओ की कुंडली का अध्ययन कर यह निष्कर्ष पाया की जातक विशेष को अगर जन्म लग्न के नक्षत्र स्वामी की दशा मिली हो तो वह जातक उस दशा मे बहुत तरक्की या सफलता प्राप्त करता हैं |

हमने अपने इस शोध मे यह भी पाया की जन्म लग्न के नक्षत्र स्वामी की दशा कुछेक लोगो को ही अपने जीवन मे मिल पाती हैं परंतु जितने भी लोगों को यह दशा मिलती हैं उन सभी को इस दशा मे लाभ ही प्राप्त होते हैं उस दशा का स्वामी उनके लग्न का चाहे शत्रु हो या अशुभ भावो का स्वामी हो वह उनको रक्षक की तरह शुभता ही प्रदान करता हैं |
आइए अब कुछ उदाहरण देखते हैं जिनमे यह स्पष्ट होता हैं की जन्म लग्न के नक्षत्र स्वामी की दशा लाभकारी होती हैं |

1)लता मंगेशकर(28/9/1929 22:30 इंदौर) –इनका जन्म लग्न नक्षत्र मृगशिरा हैं जिसके स्वामी मंगल की दशा इन्हे 1989 से 1996 के बीच मिली इस दौरान इन्हे भारतीय सिनेमा का सबसे बड़ा पुरस्कार “दादा साहब फाल्के “ प्राप्त हुआ,इसी समय इन्होने विदेशो मे बहुत कार्यक्रम किए और पूरी दुनिया मे इनका नाम हुआ तथा इन्हे फिल्मों मे गायन के लिए 3 बार फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिले जिसके बाद इन्होने अपना नाम पुरस्कारों की दौड़ से हटा लिया परंतु फिल्म संगीत मे यह फिर भी अव्वल बनी रही और इनका रुतबा बरकरार रहा |

2)कपिल देव(6/1/1959 5:30 चंडीगढ़) -इनका जन्म लग्न नक्षत्र (ज्येष्ठा )स्वामी बुध हैं जिसकी दशा इन्हे 1970 से 1987 के बीच मिली जिस दौरान इन्होने अपना परचम क्रिकेट जगत मे लहराया 1975 मे इन्होने घरेलू व 1978 मे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मे पदार्पण किया फिर इन्ही की कप्तानी मे इन्होने भारत को 1983 का विश्व कप जीता कर पूरी दुनिया मे अपना व भारत का नाम रोशन किया,इसी समय यह क्रिकेट जगत मे यह सबसे कम उम्र मे 200 व 300 विकेट्स लेने वाले खिलाड़ी भी बने |

3)नरसिम्हा राव(28/6/1921 13:00 करीमनगर,आंध्र प्रदेश) -इनका जन्म लग्न नक्षत्र (चित्रा)स्वामी मंगल हैं जिसकी दशा इन्हे 1990 से 1997 के बीच मिली और इसी दशा मे यह भारत के प्रधानमंत्री बने (21/6/1991 से 16/5/1996)

4)बी॰वी रमन (8/8/1912 19:42 बंगलोर)–इनका जन्म लग्न नक्षत्र शतभिषा जिसके स्वामी राहू की दशा इन्हे 1919 से 1937 के बीच मिली जिस दौरान इन्होने अपने दादा द्वारा लिखित ज्योतिषीय पत्रिका “एस्ट्रोलोजिकल मैगजीन“का फिर से प्रकाशन आरंभ किया जिससे पूरी दुनिया मे इन्हे ज्योतिषी के रूप मे जाना जाने लगा इसी दौरान इन्होने ज्योतिष की कई पुरानी किताबों को अँग्रेजी मे अनुवाद किया और विश्व भर मे ख्याति पायी |

5)सानिया मिर्ज़ा (15/11/1986 11:28 मुंबई) -इनका जन्म लग्न नक्षत्र स्वामी (उत्तराषाढ़ा) हैं जिसके स्वामी सूर्य की दशा इन्हे 2004 से 2010 के मध्य मिली इसी दौरान ही इन्होने टेनिस खेल मे अपना पहला खिताब जीता व बाद मे अधिकतर खिताब जीते व विश्व के शीर्ष महिला टेनिस खिलाड़ियो मे इनका नाम हुआ |

6)मुकेश अंबानी (19/4/1957 19:31 यमन) -इनका जन्म लग्न नक्षत्र स्वाति हैं जिसके स्वामी राहू की दशा इन्हे 2002 से 2020 तक मिली हैं इसी दशा मे इन्होने अब तक व्यापार जगत के कई विश्वस्तरीय पुरस्कार व एवार्ड प्राप्त किए हैं व साथ साथ ही जामनगर रेफाइनरी व रेलाइन्स वन जैसे व्यापारिक उपक्रम भी स्थापित कर लिए हैं दुनिया के शीर्ष धनी व्यक्तिओ मे भी इनका नाम इसी दौरान हुआ हैं और इसी दौरान इनके मकान एंटेलिया का पूरी दुनिया मे काफी ज़िक्र रहा हैं |

7)महात्मा गांधी (2/10/1869 8:35 पोरबंदर) – इनका जन्म लग्न नक्षत्र स्वाति ही हैं जिसके स्वामी राहू की दशा इन्हे 1922 से 1940 के मध्य मिली जिसमे इन्होने अंग्रेज़ो से भारत की आज़ादी के लिए कई बार लोहा लिया कई बार जेल गए लाहोर मे काँग्रेस स्थापना की मीटिंग व नमक आंदोलन किया जिससे यह सारी दुनिया मे भारतीय स्वतन्त्रता के पर्याय माने जाने लगे |

8)मंसूर अली खान पटौदी (5/1/1941 22:18 भोपाल) -इनका जन्म लग्न नक्षत्र पूर्वा फाल्गुनी हैं जिसके स्वामी शुक्र की दशा इन्हे 1956 से 1976 के बीच मिली इस दौरान इन्होने अपना क्रिकेट कैरियर आरंभ किया 1961 मे यह भारतीय क्रिकेट टीम मे आए व 1962 मे यह सबसे कम उम्र के क्रिकेट कप्तान बने और इन्होने विश्वस्तर पर काफी नाम कमाया बाद मे इसी दौरान इन्हे क्रिकेट जगत व भारतीय खेल जगत से जुड़े कई पुरस्कार भी प्राप्त हुये जिनमे अर्जुन एवार्ड व विस्डन क्रिकेटर ऑफ दी इयर अवार्ड प्रमुख हैं |इसी दशा मे इन्होने अभिनेत्री शर्मिला टेगोर से प्रेम विवाह कर भारतीय फिल्म जगत मे भी काफी हलचल मचा दी थी |

9)सुशील कुमार (22/10/1980  11:28 मोतीहारी बिहार)- इस जातक का जन्म लग्न नक्षत्र पूर्वा षाढ़ा हैं जिसके स्वामी शुक्र की दशा इन्हे 2011 से 2021 के दौरान मिली हैं और अभी से ही इनको शुक्र दशा का लाभ मिलने लगा हैं इनका विवाह मार्च 2011 मे हुआ और नवंबर 2011 मे यह भारतीय टेलीविजन के सबसे बड़े खेल “कौन बनेगा करोड़पति” मे यह 5 करोड़ रुपये की धनराशि जीतने वाले पहले व्यक्ति बने | इस जीत से यह पूरे भारत वर्ष मे प्रसिद्द हो गए तथा साथ ही साथ इन्हे कई अन्य टी॰वी कार्यक्रमों मे भी भाग लेने का अवसर प्राप्त हुआ इन्हे भारतीय सरकार ने अपनी नरेगा योजना का ब्रांड एम्बेस्डर भी बनाया हैं |

10)आमिर खान(14/3/1965 9:21 मुंबई )–इनका जन्म लग्न नक्षत्र भरणी हैं जिसके स्वामी शुक्र की दशा इन्हे 1991 से 2011 के बीच मिली इस दौरान यह भारत के सफलतम फिल्म कलाकार बने इनकी फिल्मों ने अपार सफलता पायी 2001 मे इन्होने अपनी फिल्म निर्माण की कंपनी खोली जिसकी निर्मित फिल्म लगान ने इन्हे विश्व भर मे पहचान दिलाई यह फिल्म ऑस्कर नामांकन के लिए गयी थी उसके बाद सन 2007 मे इन्होने फिल्म निर्देशन मे सफलतापूर्वक कदम रखा सन 2009 मे इनकी अभिनीत फिल्म 3 इडियट्स ने भारतीय फिल्म जगत मे कमाई का इतिहास रचा,इनके नाम पिछले 13 वर्षो से कोई भी फिल्म असफल ना देने का रिकौर्ड भी हैं जो पूर्णतया शुक्र दशा मे ही बना हैं |

11)अब्राहम लिंकन(12/2/1809 7:54 कैंटुकी अमरीका) -इनका जन्म लग्न नक्षत्र स्वामी राहू हैं जिसकी दशा इन्हे 1830 से 1948 के मध्य मिली इस दौरान 1832 मे इन्होने अपना राजनीतिक जीवन आरम्भ किया,1834 मे यह चुनाव जीते व 1846 मे यह अमरीकी संसद के यह सदस्य बने जिनसे इनके भावी जीवन की नीव मजबूत हुई |

12) इंद्रकुमार गुजराल(14/12/1919 22:00 झेलम पाकिस्तान) - इनका जन्म लग्न नक्षत्र अश्लेषा जिसका स्वामी बुध हैं जिसकी दशा इन्हे 1992 से 2009 के बीच मिली इस दौरान बिहार राज्य की राज्य सभा के सदस्य से भारत देश के प्रधानमंत्री बने(1997 से 1998)

13)हिटलर (20/4/1889 19:33 औस्ट्रिया) –इनका जन्म लग्न नक्षत्र स्वाति हैं जिसके स्वामी राहू की दशा इन्हे 1930 से 1948 के मध्य मे मिली जिस दशा मे यह अपने देश जर्मनी के चांसलर बने फिर इन्होने स्वयं को सर्वोच्च न्यायधीश घोषित कर बाद मे राष्ट्रपति पद प्राप्त किया तथा अपने महत्वाकांक्षी जीवन की शुरुआत करी |

14)श्री के एन राव( 12/10/1931 7:52 मछलीपट्टनम )-ज्योतिष के आधार स्तम्भ श्री राव जी का जन्म लग्न नक्षत्र विशाखा हैं जिसके स्वामी गुरु की दशा इन्हे 1951 से 1967 के मध्य मिली इस दौरान इन्हे शिक्षा मे स्कोलरशिप मिली जिसके बाद इन्होने भारतीय सरकार की नौकरी मे कई महत्वपूर्ण विभागो मे कार्य किया तथा साथ ही साथ यह ज्योतिष का अध्ययन भी करते रहे |

15) आर के डालमिया (7/4/1893 9:56            चिरावा राजस्थान)- इनका जन्म लग्न नक्षत्र मृगशिरा हैं जिसके स्वामी मंगल की दशा इन्हे 1936 से 1943 के समय मिली इस दौरान इन्होने भारत मे सीमेंट उद्योग की नींव रखी जो बाद मे भारतीय उद्योग जगत मे मील का पत्थर साबित हुई |

16)बंकिम चन्द्र चटर्जी (26/6/1838 8:42 नौहाटी पश्चिम बंगाल )-इनका जन्म लग्न नक्षत्र श्रवण हैं जिसके स्वामी चन्द्र की दशा इन्हे 1868 से 1878 के बीच मिली जिसमे यह अंग्रेज़ सरकार के शाशनकाल मे मजिस्ट्रेट बने इन्हे मान सम्मान व पद प्रतिष्ठा प्राप्त हुई इसी दौरान इन्होने पुस्तक लेखन का कार्य भी किया जिनसे इनका साहित्य जगत मे बहुत नाम हुआ इनकी लिखी पुस्तकों मे प्रमुख मृणालिनी,रजनी,इन्दिरा,जुगलन गुड़िया,राधारानी,कृष्णकांत ऊईल व विषवृक्ष हैं जिसके विषय मे उस समय के अखबारो मे काफी चर्चा रही थी |

17)संजीव कुमार (9/7/1937 9:00 महाराष्ट्र )-अभिनेता संजीव कुमार का जन्म लग्न नक्षत्र मघा जिसके स्वामी केतू की दशा इन्हे 1968 से 1975 के दौरान मिली इस समय मे इनकी बहुत सी फिल्मों ने सफलता पायी जिससे यह फिल्म उद्योग मे पूर्ण रूप से स्थापित हो गए इन्हे इसी दौरान फिल्मों मे अभिनय के लिए 4 बार फिल्मफेयर व 2 बार राष्ट्रीय पुरस्कार फिल्म आँधी(1971) व फिल्म अर्जुन पंडित(1973) के लिए प्रदान किया गया |

18)(8/12/1984 12:01 कोचीन)- इस जातिका का जन्म लग्न नक्षत्र शतभिषा हैं जिसके स्वामी राहू की दशा इसे 1994 से 2012 के मध्य मिली इस दौरान जातिका ने सन 2007 मे भारतीय वायु सेना मे बतौर पायलट प्रशिक्षण प्राप्त किया जिसके बाद सन 2008 जून को यह फ्लाइंग अफसर तथा जून 2010 मे यह फ्लाइट लेफ्टिनेंट बनाई गयी |

19)(14/10/1954 8:57 दिल्ली) –इनका जन्म लग्न नक्षत्र विशाखा हैं जिसके स्वामी गुरु की दशा इन्हे 1999 से 2015 के बीच मिली हैं इस दौरान इन्हे अब तक अपने कार्यक्षेत्र मे दो बार (2009,2011) तरक्की मिल गयी हैं |

20)योगराज कंबोज(17/3/1950 00:00 अमृतसर)-इनका जन्म लग्न नक्षत्र अनुराधा हैं जिसके स्वामी शनि की दशा इन्हे 1977 से 1996 के मध्य मिली इस दौरान इन्हे कार्यक्षेत्र मे 2 बार तरक्की 1977,1990 मिली | 

21)8/2/1971 3:20 देहरादून को जन्मे इस जातक का जन्म लग्न नक्षत्र ज्येष्ठा हैं जिसके स्वामी बुध की दशा इन्हे 1996 से 2013 के मध्य मिली इस दौरान इन्होने शिक्षण व्यवसाय मे काफी नाम कमाया इसी समय इन्होने ज्योतिष विषय का विधिवत अध्ययन किया व ज्योतिष के कई शोध पूर्ण लेख लिखे,ज्योतिष क्षेत्र मे काफी मान सम्मान प्राप्त किया आजकल यह ज्योतिष शिक्षण व ज्योतिष द्वारा समाज सेवा कर रहे हैं |

22) नवेंद्रु शर्मा 4/3/1952 23:30 दिल्ली –इस जातक का जन्म लग्न नक्षत्रविशाखा जिसका स्वामी गुरु हैं जिसकी दशा इन्हे 1971 से 1987 के मध्य मिली इस दौरान इन्हे अपनी शिक्षा हेतु विदेश (लंदन) जाने का अवसर मिला वही इन्हे नौकरी की प्राप्ति भी हुई फिर वही इन्होने विवाह किया और कुछ साल बाद यह अमरीका जाकर बस गए | आजकल यह अमरीका मे ज्योतिष सिखाते हैं |







5 टिप्‍पणियां:

AVTAAR SINGH ने कहा…

सही दिशा कही आपने

bimalsworld ने कहा…

I agree as i hv also got positive result during my Janma kagna nakshtra. Nice research on this nakshtra lord dasa .

Unknown ने कहा…

जन्म लग्न के नक्षत्र स्वामी की दशा में जातक असीम उन्नति करता है यह बात पूर्णतह सत्य है और कई बार जाँची परखी गई है;
आपके द्वारा साझा की जा रही जानकारियां ज्योतिष शोध और अध्ययन के लिए महत्वपूर्ण है; जिसके लिए आपको धन्यवाद

Unknown ने कहा…

अगर जन्म नक्षत्र अकरक होकर 8वे भाव मे हो तो क्या परिणाम होंगे

Unknown ने कहा…

क्या लग्न नक्षत्र के मंत्र से लग्न के बल को बढ़ाया जा सकता है?