मेष राशि व वृश्चिक राशि के जातको को लक्ष्मी के
वसुधा स्वरूप की पुजा करनी चाहिए व निम्न मंत्र का जाप करना चाहिए “ॐ ग्लों श्रीं
अन्नम महान्न्म मे देहानाधिपत्ये ममान्नम प्रदापय स्वाहा श्रीं ग्लों ॐ” ||
वृष व तुला राशि के जातको को लक्ष्मी के
सिद्धलक्ष्मी स्वरूप की पुजा करनी चाहिए व “ॐ
श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं सिद्धलक्ष्म्ये नम;” का जाप
करना चाहिए |
मिथुन व कन्या राशि वालो को लक्ष्मी के ज्येष्ठा
स्वरूप की पुजा कर “ ऐ ह्रीं श्रीं ज्येष्ठालक्ष्मी स्वयंभुवे ह्रीं ज्येष्ठाये नम;” का जाप करना चाहिए |
कर्क राशि वालो को लक्ष्मी के लक्ष्मी स्वरूप की ही
पुजा कर “ॐ ह्रीं लक्ष्म्ये नम; परमलक्षा वस्थिताए ह्रीं
श्रीं ह्रीं स्वाहा” का जाप करना चाहिए |
सिंह राशि के जातको को लक्ष्मी के कीर्ति स्वरूप की
पुजा करनी चाहिए व निम्न मंत्र का जाप करना चाहिए “ॐ ह्रीं
क्रीं त्रै नम; सदोदितानन्द विग्रहाये ह्रीं क्रीं स्वाहा“ |
धनु व मीन राशि के जातको को लक्ष्मी के जया स्वरूप
की पुजा करनी चाहिए व “ॐ ह्रीं जयाये नम;अजिताधामावस्थिताए ह्रीं जीं स्वाहा“ का जाप करना चाहिए |
कुम्भ व मकर राशि वालो को लक्ष्मी के माया स्वरूप
की पुजा कर “ ॐ ह्रीं मायाये नम;मोहलक्षावस्थिताए
श्रीं म्री ह्रीं स्वाहा ” का जाप करना चाहिए |
1 टिप्पणी:
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
त्यौहारों की शृंखला में धनतेरस, दीपावली, गोवर्धनपूजा
और भाईदूज का हार्दिक शुभकामनाएँ!
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