मई माह का ग्रह गोचर इस प्रकार से हैं|
सूर्य १५ मई को वृष राशी पर प्रवेश करेगा,मंगल २६ मई को सिंह राशी पर,बुध ७ मई को उदित होकर १२ मई को, मार्गी होगा (मेष राशी में ) गुरु २ मई को मीन राशी में प्रवेश करेगा,शुक्र१५ मई को मिथुन राशी पर तथा शनि,राहू व केतु क्रमश:कन्या ,धनु व मिथुन में गोचर करेंगे |इस मई के माह में ५ शनिवार,५ रविवार तथा ५ ही सोमवार होंगे जिनके प्रभाव से पूर्वी राज्यों में उथल पुथल होगी,महंगाई बढेगी,जनता में विरोध बढेगा,प्राकतिक आपदाए होगी,जन धन की हानि होगी, सीमाओ पर तनाव भी बढ सकता हैं इन सबके अलावा शांति प्रयासों में कामयाबी भी मिलेगी |
माह के शुरू में ही गुरु ग्रह का शनि के साथ सम सप्तक में आना व सूर्य का नव पंचम में आना ज़बरदस्त जन हानि का संकेत दे रहा हैं,मंगल राहू का षडाष्टक योग होना उपयोगी वस्तुओ का अत्यधिक महंगा होना दर्शा रहा हैं |१५ मई के बाद सीमाओं पर युद्ध जैसे हालत बन सकते हैं|२६ मई के बाद रोगों के अधिकता होने के योग बन रहे हैं मंगल के कारण दुर्घटनाओं व अग्निकांडो में अधिकता रह सकती हैं |
विभिन्न राशियो हेतु यह माह कुछ इस प्रकार से रहेगा|
मेष,मिथुन,कर्क,सिंह व मीन राशियो के लिए यह माह उन्नति कारक व लाभ प्रदान करने वाला रहेगा जबकि वृष कन्या राशियो हेतु भाग दौड़ वाला माह रहेगा तथा अन्य राशियो के लिए यह माह मिश्रित फल प्रदान करने वाला रहेगा |
विशेष- कन्या, मकर, कुम्भ व मीन राशी वाले जातको को शनिवार के दिन शनि मंदिर में शनिदेव का तेलाभिषेक करना लाभदायक रहेगा|