शुक्रवार, 31 मई 2024

गर्मी मे इम्युनिटी व एनर्जी को कैसे बचाए |


हमारे शरीर में जब भी किसी विटामिन्स या मिनरल्स की कमी होती है, तो हमारा शरीर कुछ ही दिनों में इसके लक्षण हमें साफ़ साफ दिखाने लगता हैं | उदाहरण के तौर पर बहुत जल्दी थकान महसूस होना, बालों का झड़ना और नाख़ूनों का टूटना विटामिन बी की कमी को दर्शाता है | विटामिन डी की कमी से हड्डियों में दर्द महसूस होता है | आयरन की कमी से मुंह में छाले आते हैं | विटामिन सी के अभाव से त्वचा रूखी हो जाती है और घाव देरी से भरता है | विटामिन ए की कमी से नज़रें कमज़ोर हो जाती हैं | वज़न घटना, बहुत जल्दी संक्रमित हो जाना जिंक की कमी को दर्शाता है | इम्यून सिस्टम का कमज़ोर होना विटामिन ई के अभाव को बताता है | इसी तरह अलग - अलग विटामिन्स और मिनरल्स की कमी अलग - अलग लक्षणों के ज़रिए नज़र आती है |

विटामिन्स व मिनरल्स की कमी कब होती है? विटामिन्स और मिनरल्स बहुत ज़रूरी पोषक तत्व हैं, जिनकी आपूर्ति पौष्टिक आहार, अनाज, फल, सब्ज़ी, दूध, जूस जैसे पेय पदार्थों से होती है | आजकल की तेजी से भागती दुनिया मे लाइफ स्टाइल के बदलने से लोगों की खानपान की आदतें बदल गई हैं अति व्यस्तता के चलते खाने पीने मे लापरवाही भी बढ़ गई है,पौष्टिक आहार वाले भोजन की जगह तेलीय, अनहेल्दी और जंक फूड ने ले ली है इन्हीं सब कारणो व वजहों से शरीर में विटामिन्स और मिनरल्स की कमी बढ़ती जा रही है |

शरीर को स्वस्थ और सुचारु रखने के लिए हमारे शरीर को विटामिन्स और मिनरल्स की आवश्यकता होती है. जिनकी कमी होने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) और ऊर्जा (एनर्जी) कैसे प्रभावित होती है? आइए जानने का प्रयास करते हैं |

रोग प्रतिरोधक क्षमता अथवा इम्युनिटी : शरीर मे विटामिन्स और मिनरल्स की कमी होने से इम्युनिटी कमज़ोर हो जाती है, और इस इम्युनिटी के कमज़ोर होते ही शरीर मे किसी भी प्रकार के संक्रमण होने की संभावना बढ़ जाती है बार - बार सर्दी - जुकाम होना, कान में संक्रमण, पेट में ख़राबी, तनाव आदि का होना कमज़ोर इम्युनिटी की ओर इशारा करते हैं तथा इस कमज़ोर इम्युनिटी के चलते शरीर बहुत ही जल्दी गंभीर बीमारी की चपेट में भी आ जाता है |

ऊर्जा (एनर्जी) : सभी जानते हैं की विटामिन्स और मिनरल्स से ही हमारे शरीर को एनर्जी अथवा ऊर्जा मिलती है, इसलिए जैसे ही इनकी कमी होती है, वैसे ही शरीर में एनर्जी का स्तर घटने लगता है. थकावट, आलस, सुस्ती, कमज़ोरी आदि एनर्जी घटने के प्राथमिक लक्षण होते हैं. इस के अतिरिक्त एकाग्रता में कमी, चिड़चिड़ापन, तनानीरसता आदि का कारण भी इसी एनर्जी में कमी का होना होता है |

इस इम्यूनिटी व ऊर्जा की आपूर्ति के लिए प्रतिदिन कुछ इस प्रकार की जीवन शैली अपनाई जानी चाहिए ?

पौष्टिक और संतुलित आहार का सेवन करें | अंकुरित अनाज, जैसे चना, मूंग आदि अपने आहार में अवश्य शामिल करें. ताज़ी और हरी सब्ज़ियों का भरपूर मात्रा में सेवन करें | ताज़े फल और फलों का जूस नियमित रूप से पिएं | दूध और दूध से बने पदार्थ का सेवन अवश्य करें |  अंडा, मांस, मछली, सी फूड आदि का सेवन भी लाभप्रद है |

विटामिन्स और मिनरल्स की आपूर्ति के लिए मल्टी विटामिन सप्लीमेंट का सेवन भी एक बेहतरीन उपाय है. यह एक साथ कई विटामिन्स और मिनरल्स की कमी को पूरा कर देता है, जैसे रिवाइटल व अश्वगंधा जिनमे 12 विटामिन्स और 10 खनिज अथवा मिनरल्स होते हैं, जिनमे जिंक, विटामिन सी, विटामिन डी, नैचुरल जिनसेंग, कैल्शियम, आयरन आदि. यह तनाव घटाने के साथ साथ थकान भी भगाते हैं और हमारे शरीर को ज़्यादा एनर्जी अथवा ऊर्जा प्रदान करते हैं |.

ऐसे कौन से विटामिन्स और मिनरल्स हैं, जो इम्युनिटी बढ़ाने के साथ एनर्जी भी बढ़ाते हैं, आइए, विस्तार से जानने की कोशिश करते हैं |

विटामिन ए: इम्यून सिस्टम के लिए यह बहुत ज़रूरी होता है . अंडा, मांस, मछली, हरी सब्ज़ियां, शकरकंद, गाजर आदि इसके बेहतरीन स्त्रोत होते हैं |

विटामिन सी: एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर विटामिन सी इम्युनिटी के साथ एनर्जी को भी बढ़ाता है. खट्टे फल इसका मुख्य स्त्रोत होते हैं |

विटामिन बी: यह शरीर को ऊर्जावान बनाता हैं और हमारे तंत्रिका तंत्र अर्थात नर्वस सिस्टम को स्वस्थ्य रखता है. इसकी आपूर्ति अंडा, चिकन, फ़िश, अखरोट, बादाम आदि से की जा सकती है |

विटामिन डी: यह ऊर्जा/एनर्जी बढ़ाने के सात्घ साथ इम्युनिटी को भी मजबूत बनाता है. सूरज की किरणें, दूध एवं दूध से बने पदार्थ आदि यह प्रचुर मात्रा में पाया जाता है |

विटामिन ई: इसकी आपूर्ति से रक्त वाहिकाएं बेहतर तरीके से काम करती हैं. इसको स्त्रोत हैं कीवी, पिस्ता, जैतून, मूंगफली, बादाम, सूरजमुखी आदि |

मैग्नीशियम: इससे इम्यून सिस्टम को मज़बूती और शरीर को एनर्जी मिलती है. हरी सब्ज़ियां, फलियां, नट्स, सीड्स, फैटी फिश, टोफू आदि इसके अच्छे स्त्रोत होते हैं |

सेलेनियम: यह शरीर में एंटी ऑक्सिडेंट के रूप में काम करता है. अंडा, टूना फिश, कॉटेज चीज़, ब्राउन राइस, मशरूम आदि से इसकी आपूर्ति होती है |

जिनसेंग: इससे एनर्जी मिलती है,यह ऑक्सीज़न केरिंग कपैसिटी को भी बढ़ाता है.इसे चाय या सूप के ज़रिए ले सकते हैं |

ज़िक: यह प्रतिरक्षा प्रणाली को मज़बूती देता है. इसकी आपूर्ति बादाम, काजू, मूंगफली जैसे नट्स आदि से की जा सकती है |

आयरन: इसकी कमी से शरीर द्वारा ऊर्जा का उपयोग करने की क्षमता प्रभावित होती है. चिकन, ब्रोकोली, मांस, हरी पत्तेदार सब्ज़ियां पालक आदि इसका अच्छा स्त्रोत होते हैं |


बुधवार, 29 मई 2024

लोकसभा 2024 - किस पार्टी को कितनी सीटे मिल सकती हैं


ज्योतिषीय दृस्टी से देखे तो 2024 के लोकसभा चुनावों मे हमारी गणना कुछ इस प्रकार से हैं | ध्यान दे की यह सिर्फ एक ज्योतिषीय अनुमान हैं जिसके सही या  ग़लत होने की संभावना हो सकती हैं अत: पाठक अपनी बुद्दि व विवेक से ही कोई ठोस निर्णय ले |

बीजेपी+ : 319 – 352  

अन्य : 211-224

बीजेपी अकेले 311 सीटें जीत सकती है और एनडीए के सहयोगी 32 सीटें जीत सकते हैं । अगर 9 करीबी सीटों में से आधी सीटें बीजेपी के पक्ष में आती हैं तो बीजेपी और भी बेहतर कर सकती हैं |

इन चुनावो मे कुछ ऐसा होता भी दिखता हैं -

अन्य में भी 32 से 40 सीटें बीजेपी के अनुकूल पार्टियों द्वारा जीती जा सकती हैं जिनमे प्रमुख  (बीजेडी+टीडीपी+वाईएसआरसीपी) पार्टी हैं |

कांग्रेस पार्टी करीब 8 राज्यों में शून्य पर सिमट सकती है राहूल गांधी अपनी एक सीट तो अवश्य ही हारेंगे हो सकता हैं दोनों ही सीटे हार जाए |

मायावती की बहुजन समाज पार्टी इस बार भी खाता खोलती नज़र नहीं आ रही हैं अर्थात बीएसपी दूसरी बार शून्य सीटे लाएगी |

आईएडीएमके को तीसरी बार शून्य पर जीत मिलने की संभावना ।

केजरीवाल की आप पार्टी 5 से 8 सीटे ला सकती हैं जिसमे से एक सीट उसे राजधानी दिल्ली मे मिल सकती हैं

प्रत्येक राज्य के अनुसार सीटे कुछ इस प्रकार से हो सकती हैं |

गुजरात - बीजेपी : 26 | अन्य : 00

हरियाणा - बीजेपी : 8 | कांग्रेस : 2

मध्य प्रदेश – बीजेपी 28-29 | कांग्रेस : 0-1

राजस्थान - भाजपा : 23 -24  | अन्य : 1-2

महाराष्ट्र - भाजपा : 29-36 | एमवीए : 12-19

यूपी - बीजेपी+ : 68-71 | समाजवादी पार्टी : 8  तथा कांग्रेस : 1-2

बिहार - भाजपा+ : 28 | एमजीबी : 12

असम - भाजपा+ : 11 | आईएनसी+ : 2 | एआईयूडीएफ : 1

दिल्ली - भाजपा : 6 | आप : 01

उत्तराखंड - भाजपा : 4 | अन्य : 1

हिमाचल प्रदेश - बीजेपी : 4 | अन्य : 0

चंडीगढ़ - भाजपा

पुडुचेरी - भाजपा+

झारखंड - भाजपा+ : 10-11 | यूपीए : 3-4

ओडिशा - भाजपा : 6 | बीजेडी : 15

बंगाल - भाजपा : 13 | टीएमसी : 28 | कांग्रेस : 1

अरुणाचल प्रदेश - भाजपा : 2

मणिपुर - भाजपा+ : 2

सिक्किम - भाजपा+

मिजोरम - भाजपा+

तमिलनाडु - यूपीए : 39

केरल - कांग्रेस+ : 16 | लेफ्ट : 3 | भाजपा -1

त्रिपुरा - भाजपा : 1-2 | टीआईपीआरए : 0-1

छत्तीसगढ़ - भाजपा : 7 | कांग्रेस :4

तेलंगाना - भाजपा : 7 | बीआरएस : 7 | कांग्रेस : 2 | AIMIM : 1

कर्नाटक - भाजपा : 22 | JDS : 2 | INC : 4

पंजाब - भाजपा : 00 | SAD : 00 | INC : 6 | AAP : 7

अंडमान - भाजपा

दमन और दीव - भाजपा

गोवा - भाजपा : 2 | OTH : 0

लक्षद्वीप - INC

मेघालय - भाजपा+ : 2

नागालैंड - भाजपा+

आंध्र प्रदेश - भाजपा+ : 0 | TDP : 10 | YSRCP : 15

पंजाब, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश मे बीजेपी को कोई सीट मिलती नहीं दिख रही हैं

इन सब राज्यो की ही गणना की जाए तो भाजपा आसानी से 300 का आंकड़ा पार करती दिख रही हैं जिससे स्पष्ट दिखता हैं की बीजेपी आसानी से तीसरी बार सरकार बना लेगी |

 

सोमवार, 20 मई 2024

लोकसभा चुनाव 2024 किसको कितनी सीटे

आप हमारी इस पोस्ट को हमारे यूट्यूब चैनल  KISHOR ASTROLOGY मे देख सकते हैं |

https://youtu.be/FdB84K4W4Rk

प्रस्तुत पोस्ट मे हमने विश्व विख्यात अंक ज्योतिषी डॉ कुमार गणेश से ज्योतिषीय चर्चा के अंतर्गत यह बताने का प्रयास किया हैं की इस लोकसभा चुनाव मे कौन सी पार्टी को कितनी सीटे मिलेगी और प्रधानमंत्री कौन बनेगा |