शनि और गुरु जब
भी वक्री होते हैं तो भारत मे ऐतिहासिक अशुभ घटनाएं होती हैं इनके बीच
यदि कोई अन्य ग्रह भी वक्री हो जाए तो धरती पर युद्ध जैसे हालात बन जाते हैं | इतिहास मे जब भी यह दोनों ग्रह वक्री हुये हैं कोई ना कोई अशुभ घटना अवश्य ही हुई हैं |
10 दिसंबर
1918 से 2 मार्च 1919 जलियांवाला बाग हत्याकांड |
10 मई 1925 से
12 जुलाई 1925 स्वराज आंदोलन |
21 जून 1935 से
3 जुलाई 1935 |
29 जुलाई
1938 से 19 अक्टूबर 1938 |
14 अगस्त
1939 को 6 ग्रह वक्री थे तथा 1 सितंबर 1939 से 2 सितंबर 1945 तक दूसरा विश्व युद्ध
चला था |
2019 अप्रैल माह के अंत से शनि और गुरु दोनों वक्री
हो रहे हैं जो कि भारत हेतु शुभता नहीं दर्शा रहे हैं |
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