सोमवार, 5 अक्टूबर 2015

लाल किताब सावधानिया .............

लाल किताब सावधानिया .............


सूर्य 7/8 भाव मे -सुबह शाम का दान ना करे विष के समान होगा |

सूर्य,चन्द्र 11 भाव मे –शराब व कबाब का सेवन ना करे अन्यथा आर्थिक स्थिति खराब होगी |

सूर्य बुध 11 भाव मे- घर पर कोई किरायेदार ना रखे |

चन्द्र 1(प्रथम) भाव मे -मुफ्त मे कुछ ना ले दान व रिश्वत भी नहीं |

चन्द्र 2 भाव -मंदिर मे घंटा ना बजाए |

चन्द्र 4 भाव गुरु भाव 10 मे -धर्मशाला,मंदिर आदि ना बनाए ना इनके निर्माण हेतु 
दान करे अन्यथा जेल होगी |

चन्द्र 6 भाव मे -कुआँ या प्याऊ ना लगवाए/बनाए |

चन्द्र12 भाव मे -साधू फकीरो को भोजन ना कराये ना ही मुफ्त मे किसी को पढ़ाये |

मंगल 4 भाव मे -वस्त्र दान ना करे |

मंगल 6 भाव मे - पुत्र का जन्मदिन ना मनाए | नमकीन बांटे मीठा नहीं |

बुध 4 भाव मे -तोता ना पाले अन्यथा माँ को कष्ट मिले |

बुध 6-मानसिक श्रम से कमाए,शारीरिक श्रम से नहीं |

गुरु 7 भाव मे -रेडीमेड वस्त्र दान ना करे/घर पर मूर्तिया,शंख व घंटी रखकर पुजा ना करे |

गुरु 5 भाव मे -धन का दान ना करे |

गुरु 9 भाव मे -मंदिर निर्माण अथवा धार्मिक कार्य के लिए दान नहीं करना चाहिए |

गुरु 12 भाव मे -साधू संगत ना करे /माला ना पहना करे |

शुक्र 4 भाव मे –द्वि-विवाह योग/पत्नी से दोबारा विधि विधान से विवाह करे |

शुक्र 6 भाव मे –माँ-बाप की इकलौती संतान से विवाह ना करे |

शुक्र 7 भाव तथा राहू 8 भाव मे -पत्नी को काले व नीले कपड़े ना पहनने दे |

शुक्र 9 भाव मे -गरीबो,अनाथों को पुस्तके,व पढ़ाई के लिए पैसा ना दे,बच्चा गोद ना 
ले |

शुक्र 10 भाव मे -पत्नी ज़्यादा कामी/संतान उत्पत्ति मे बाधा/गौ दान करे |

शुक्र 12 भाव मे -पत्नी बीमार रहे/वीरान ज़मीन मे नीले फूल दबाये |

शनि 1/गुरु 5 भाव मे -ज़रूरत मंदो के ज़्यादा मदद ना करे,तांबे का दान ना करे |

शनि 8 भाव मे- धर्मशाला का निर्माण ना कराये/ज़्यादा परोपकारी व धार्मिक ना बने,भोजन वस्त्र या जूते आदि दान ना करे,मकान ना बनाए |

शनि 6 भाव मे-सेहत खराब रहे,सरसों का तेल चेहरा देखकर खड़े पानी मे दबाये/6 नारियल,अखरोट जल प्रवाह करे |

राहू 2 भाव मे -तेल व चिकनाई वाली वस्तुओ का दान ना करे,अकेले मंदिर ना जाये |

केतू 7 भाव मे -लोहे का दान ना करे |

केतू 3 भाव मे -दक्षिणामुखी घर पर ना रहे |

कालपुरुष की कुंडली के अनुसार ऊंच ग्रह का दान ना करे तथा नीच ग्रह का दान ना ले |

गुरु और शनि 5 भाव मे-शराब ना पिये |

सूर्य 11 भाव मे शाकाहारी बने व ईमानदार रहे |

मंगल 5 भाव मे -बुरे स्वप्न/पानी का पात्र सिरहाने रखकर सोये सवेरे किसी गमले मे डाल दे |

दूसरा भाव खाली व अष्टम मे शनि हो अन्यथा 6,8,12 मे शत्रु ग्रह और 2 खाली –मंदिर ना जाए

कहीं भी बुध-शुक्र एक साथ हो -गद्दे मे ना सोये |

चन्द्र-केतू एक साथ-पेशाब के ऊपर पेशाब ना करे |

भवन निर्माण कराते वक़्त बीच मे ना रोके अन्यथा राहू का वास हो जाएगा |

4,9 व 14 तिथि को कोई नया काम ना करे ये तिथियाँ रिक्ता तिथि होती हैं जिनमे कोई कार्य सिद्द नहीं होता हैं |


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