लाल
किताब व वैवाहिक सुख
लाल
किताब मे वैवाहिक सुख के लिए शुक्र,मंगल और गुरु की
स्थिति देखकर निष्कर्ष निकाला जाता हैं की विवाह पश्चात वैवाहिक जीवन कैसा रहेगा | शुक्र से पत्नी की सुंदरता,वीर्य,निरोगी काया व काम संबंधो की प्रवर्ति तथा गुप्तरोग को देखा जाता हैं | मंगल से भोग सुख,अप्राकृतिक मैथुन,अपमान,कुंठा तथा आपसी विरोध का पता लगाया जाता हैं
तथा गुरु से पति की आयु,सुख-सौभाग्य,संतान
जन्म व संतान सुख तथा भावी जीवन की धन-संपति व समृद्धि की स्थिति देखी जाती हैं | यदि इनमे से किसी भी ग्रह की स्थिति पति-पत्नी दोनों मे से किसी की भी
कुंडली मे शुभावस्था मे ना हो तो वैवाहिक जीवन मे कटुता,कठिनाईया
व परेशानीयां लगी रहती हैं | यदि पति पत्नी मे से किसी के भी
जीवन मे वैवाहिक सुख मे कमी किसी भी कारण हो रही हो तो वह यहाँ दिये जा रहे उपायो
को कर के अपने वैवाहिक जीवन को बिगड़ने से बचा सकता हैं |
मंगल के
कारण यदि ग्रह क्लेश,रोग(किसी एक को),तलाक संबंधी मुक़द्दमा,दुर्घटनाए व अन्य स्त्री/पुरुष
से सबंध जैसी परेशानिया हो रही हो तो निम्न उपाए करे |
1)तीन
धातुओ से बना छल्ला धारण करे (सोना चांदी तांबा )
2)सात
मंगलवार 400 ग्राम चावल दूध से धोकर जल प्रवाह करे |
3)गुड की
बनी रेवड़िया 43 दिन जल प्रवाह करे |
4)पत्नी
को चाँदी की चूड़ी मे लाल रंग लगाकर पहनाए |
5)शहद व
सिंदूर जल प्रवाह करे |
6)तांबे
के लोटे मे चावल भरकर बाहर से लाल चन्दन लेपकर दंपति हनुमान मंदिर मे रखकर आए |
7)कुत्तो
को तंदूर मे लगी मीठी रोटी खिलाये |
8)मंगलवार
को लाल वस्तुए प्रयोग ना करे`|
9)मंगलवार
को बताशे,बतिशा व मीठा दान करे |
शुक्र के
कारण काम-संबंधी दोष,वीर्य मे कमी,मधुमेह या गुप्तांग मे रोग जैसी परेशानीयां हो रही हो तो निम्न उपाए करे |
1)किसी सफ़ेद
पत्थर पर सफ़ेद चन्दन लगाकर शुक्रवार को जल प्रवाह करे |
2)कांसे
के बर्तन मे गाय का घी मंदिर मे दान करे |
3)दिन मे
संभोग ना करे |
4)पत्नी
के वजन के बराबर हारा चारा हर माह गौशाला मे दान करे |
5)मकान
की नीव मे चाँदी के पात्र मे शहद भरकर दबाये |
6)कांसे
की कटोरी मे दही दान करे |
7)सुगंधित
वस्तुओ का प्रयोग करे,कपड़े प्रैस किए हुये ही पहने |
8)पाँच
शुक्रवार पाँच कन्याओ को दूध व मिश्री दान मे दे |
गुरु
ग्रह के कारण दाम्पत्य जीवन मे तनाव हो,संतान सुख का अभाव
हो तथा आर्थिक परेशानिया लगी रहती हो तो निम्न उपाए करे |
1)गुरुवार
को कोई भी वस्तु जो गुरु ग्रह से संबन्धित हो ना ले |
2)धार्मिक
साहित्य व पीली वस्तुए दान करे |
3)सात
गुरुवार घोड़े को चने की दाल खिलाये |
4)चने की
दाल गुरुद्वारे मे भंडारे हेतु दान करे |
5)आठ
हल्दी की गांठ आठ गुरुवार धर्मस्थान मे रखकर आए |
6)सोना
धारण करे |
इन उपायो
द्वारा आप अपने वैवाहिक जीवन को ना सिर्फ टूटने से बचा पाएंगे बल्कि अपने भावी
जीवन मे एक प्यार व सम्मान भरा दाम्पत्य जीवन भी जी पाएंगे ऐसा हमारा विश्वास हैं |