शुक्रवार, 28 सितंबर 2012

अंगारक योग से सावधान



मंगल का वृश्चिक राशी में प्रवेश हो रहा हैं जिससे गोचर में अंगारक योग का निर्माण हो जायेगा (चूँकि राहू पहले से  ही वृश्चिक राशी में हैं ) यह योग सभी शास्त्रों में बुरे योगो में जाना  जाता हैं इस योग में जन्मे जातक को हथियार रखने वाला, गुस्सेबाज तथा दोस्तों व भाइयो का कर्ज़दार माना जाता हैं ।


इस योग के बनने से धरती पर आगज़नी,विमान व रेल दुर्घटनाये,साम्प्रदायिक हिंसाए,अप्राकतिक दुर्घटनाये होती हैं जिसकी शुरुआत आज सुबह ही नेपाल में हुए विमान हादसे से हो चुकी  हैं ।



भारत की कुंडली में देखे तो यह योग सप्तम भाव में बनेगा जिससे भारत पर इसका प्रभाव कुछ ज्यादा ही रहेगा चूँकि भारत की कुंडली में मंगल सप्तम व द्वादश घर का मालिक हैं तथा राहू शुक्र के घर में लग्न में ही हैं और इस समय राहू सप्तम  में ही हैं शुक्र स्वयं 1 तारीख को चतुर्थ भाव में आ जाएगा और नीचाभिलाशी हो जायेगा इन सभी प्रभावों से स्त्री जातको को बहुत कष्ट मिलेंगे तथा उनंके  प्रति अपराधिक गतिविधिया बढ  जाएगी । किसी बड़े अभिनेता या नेता की मृत्यु हो सकती हैं तथा भारत का खेलो में प्रदर्शन गिरने लगेगा संभवत हमारे कप्तान के फैसले ग़लत पड़ने लगेंगे ।