आज सुबह "सब"टीवी पर ग्रहों का खेल कार्यक्रम में सुरेश श्रीमाली जी ने एक कुंडली का गलत विश्लेषण कर दिया जिस कारण ज्योतिशियो ने हमे फ़ोन करना शुरू कर दिया, हम यह नहीं समझ पा रहे हैं की इसमें हमे फ़ोन क्यों किया जा रहा हैं ।
हमने जब उस पत्रिका को देखा जो की 23-2-1956 की मध्यरात्रि की थी जिसमे इस जातक के बेटे ने उन्हें उनके कारोबार(वेल्डिंग का कार्य) से हटा कर किराये के घर में रहने को मजबूर कर दिया तथा इनका दामाद भी इन्हें इनकी बेटी से मिलने नहीं देता अब यह जातक बहुत मुसीबत में हैं और इन्होने श्रीमाली जी से समाधान माँगा था ।
कुंडली में ग्रह इस प्रकार से हैं--वृश्चिक लग्न लग्न में शनि व राहू,दुसरे भाव में मंगल,तीसरे में बुध,चोथे में सूर्य(मध्य रात्रि का जन्म और बुध सूर्य से ज्यादा दूर नहीं हो सकता हैं )शुक्र उंच का होकर पंचम भाव में,सप्तम में केतु,अष्टम में चन्द्र,तथा दशम में गुरु हैं ।
श्रीमाली जी ने इन्हें अपने अनुसार सब ठीक बताया था परन्तु वह पंचमेश को नीच राशी का तीसरे भाव में बता गए जबकि जातक का पंचमेश गुरु दशम भाव में होकर संतान द्वारा उनकी कार्य क्षेत्र पर होना दर्शा रहा था
श्रीमालीजी यह भी बोले की अभी एक साल तक स्थिति यही रहेगी जो की बिलकुल सही आंकलन था ।यह हो सकता हैं की भूलवश ऐसा हुआ हो परन्तु इसमें हम कहाँ आते हैं हमे नहीं पता कृपया कर हमे फ़ोन ना करे ।
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