गुरुवार, 16 जनवरी 2025

शोध – मधुमेह व मोटापा


वैज्ञानिकों द्वारा किए गए एक नए अध्ययन के अनुसार, शिफ्ट में काम करने वाले और अक्सर यात्रा करने वाले लोगों में विषम समय पर भोजन करने से मोटापा और मधुमेह जैसे चयापचय संबंधी विकार हो सकते हैं । उन्होंने लीवर और मस्तिष्क के बीच पहले से अज्ञात संचार संबंध की खोज की है ।

पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय के पेरेलमैन स्कूल ऑफ मेडिसिन की एक टीम द्वारा किए गए शोध से पता चलता है कि हमारे लीवर में अपनी जैविक घड़ी होती है जो वेगस तंत्रिका के माध्यम से मस्तिष्क को सटीक संकेत भेजती है, जिससे यह नियंत्रित करने में मदद मिलती है कि हमें कब भूख लगती है और कब खाना चाहिए । जब यह नाजुक समय तंत्र बाधित होता है, तो यह चयापचय संबंधी गड़बड़ियों का एक क्रम शुरू कर सकता है जो वजन बढ़ाने और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं में योगदान दे सकता है |

वैज्ञानिको द्वारा चूहों पर किए गए प्रयोगों में यह जानकारी पता चली | शोधकर्ताओं ने लीवर कोशिकाओं में REV-ERBS नामक जीन के एक परिवार पर ध्यान केंद्रित किया । ये जीन सर्कैडियन लय को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं शरीर की आंतरिक 24 घंटे की घड़ी जो नींद के चक्र से लेकर हार्मोन रिलीज तक सब कुछ नियंत्रित करती है । पेन मेडिसिन के मधुमेह, मोटापा और चयापचय संस्थान के निदेशक और अध्ययन के वरिष्ठ लेखक डॉ. मिशेल लाजर ने कहा, "चूहे और मनुष्य दोनों ही आमतौर पर उस समय खाते हैं जब वे जागते और सतर्क होते हैं, और यह सर्किट यकृत से मस्तिष्क में केंद्रीय घड़ी को फीडबैक प्रदान करता है जो सिस्टम को सुचारू रूप से चलाता रहता है ।" "यह फीडबैक यकृत से मस्तिष्क तक तंत्रिका तंतुओं के एक तंत्रिका जाल नेटवर्क के माध्यम से होता है ।" जब शोध दल ने चूहों में इन जीनों को निष्क्रिय कर दिया, जिससे यकृत की समय-निर्धारण क्षमता प्रभावी रूप से समाप्त हो गई, तो उन्होंने खाने के पैटर्न में एक नाटकीय बदलाव देखा । चूहों ने अपने सामान्य आराम अवधि के दौरान काफी अधिक भोजन करना शुरू कर दिया, जो रात की शिफ्ट में काम करने वाले या जेट लैग का अनुभव करने वाले मनुष्यों में देखे जाने वाले बाधित खाने के पैटर्न की नकल करता है । यह तंत्र वेगस तंत्रिका के माध्यम से काम करता है, तंत्रिका तंतुओं का एक जटिल नेटवर्क जो प्रमुख अंगों को मस्तिष्क से जोड़ता है । यकृत इस तंत्रिका मार्ग का उपयोग मस्तिष्क के उन क्षेत्रों को समय की जानकारी संचारित करने के लिए करता है जो भूख और भोजन व्यवहार को नियंत्रित करते हैं । शोध पत्र के अनुसार, "शिफ्टवर्क या जेट लैग द्वारा प्रेरित सर्कैडियन डिसिंक्रोनी चयापचय स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है ।" उनके निष्कर्षों से एक होमोस्टैटिक फीडबैक सिग्नल का पता चलता है जो सर्कैडियन भोजन सेवन पैटर्न को नियंत्रित करने के लिए यकृत और मस्तिष्क के बीच संचार पर निर्भर करता है ।

इस खोज के निहितार्थ प्रयोगशाला से कहीं आगे तक फैले हुए हैं । चयापचय संबंधी विकार एक गंभीर वैश्विक स्वास्थ्य चिंता बन गए हैं, जो दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित कर रहे हैं । ये स्थितियाँ, जिनमें उच्च रक्तचाप, ऊंचा रक्त शर्करा, कमर के आसपास अतिरिक्त शरीर की चर्बी और असामान्य कोलेस्ट्रॉल का स्तर शामिल हैं, हृदय रोग, स्ट्रोक और टाइप 2 मधुमेह के जोखिम को काफी हद तक बढ़ा देते हैं ।

2023 में प्रकाशित भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद भारत मधुमेह (ICMR INDIAB) के अध्ययन के अनुसार, भारत में 101 मिलियन लोग मधुमेह के रोगी हैं । विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार, वैश्विक स्तर पर, 2022 में मधुमेह रोगियों की संख्या 830 मिलियन थी । यह शोध उन लोगों के लिए विशेष रूप से प्रासंगिक है जो असामान्य घंटों तक काम करते हैं या अनियमित भोजन कार्यक्रम बनाए रखते हैं । ये व्यक्ति, जो अक्सर अपना मुख्य भोजन तब खाते हैं जब उनका शरीर सोने की अपेक्षा करता है । नियमित भोजन पैटर्न बनाए रखने वालों की तुलना में चयापचय संबंधी विकारों की दर अधिक होती है । महत्वपूर्ण रूप से, अध्ययन संभावित चिकित्सीय दृष्टिकोणों का भी सुझाव देता है ।

जब शोधकर्ताओं ने मोटे चूहों में वेगस तंत्रिका कनेक्शन को शल्य चिकित्सा द्वारा बाधित किया, तो उन्होंने सामान्य खाने के पैटर्न की बहाली और भोजन के सेवन में कमी देखी । "यह सुझाव देता है कि इस यकृत-मस्तिष्क संचार मार्ग को लक्षित करना बाधित सर्कैडियन लय वाले व्यक्तियों में वजन प्रबंधन के लिए एक आशाजनक दृष्टिकोण हो सकता है," लेज़र की प्रयोगशाला में एक पोस्ट - डॉक्टोरल शोधकर्ता लॉरेन एन वूडी ने कहा ।

शोध दल अब उन विशिष्ट रासायनिक संकेतों की जांच कर रहा है जिनका उपयोग यकृत वेगस तंत्रिका के साथ संचार करने के लिए करता है । शोधपत्र में हेपेटिक वेगस तंत्रिका को मोटापे के लिए एक संभावित चिकित्सीय लक्ष्य के रूप में पहचाना गया है, जो क्रोनोडिसरप्शन की सेटिंग में है पर्यावरणीय कारकों द्वारा शरीर की प्राकृतिक जैविक लय का विघटन । यह खोज इस बात की समझ में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतिनिधित्व करती है कि शरीर चयापचय होमियोस्टेसिस को कैसे बनाए रखता है और चयापचय विकारों के बढ़ते वैश्विक बोझ को संबोधित करने के लिए नए दृष्टिकोण सुझाता है । 

रविवार, 12 जनवरी 2025

अन्नपूर्णा स्तोत्र जिससे होती है मनोकामनापूर्ण


ॐ नमः कल्याणदे देवि नमः शंकरवल्लभे ।

नमो मुक्तिप्रदे देवि अन्नपूर्ण नमोऽस्तु ते ॥

ॐ नमो मायाग्रहीतांगि नमः शंकरवल्लभे ।

माहेश्वरि नमस्तुभ्यमन्नपूर्णे नमोऽस्तु ते ॥

अन्नपूर्णे हव्यवाहपत्नीरूपे हरप्रिये ।

कलाकाष्ठास्वरूपे च अन्नपूर्णे नमोऽस्तु ते ॥

उद्यद्भानु सहस्राभे नयनत्रयभूषिते ।

चन्द्रचूडे महादेवि अन्नपूर्णे नमोऽस्तु ते ॥

विचित्रवसने देवि त्वन्नदानरतेऽनघे ।

शिवनृत्यकृतामोदे अन्नपूर्ण नमोऽस्तु ते ॥

षट्कोणपद्ममध्यस्थे षडंगयुवतीमये ।

बाह्यादिमातृरूपे च अन्नपूर्णे नमोऽस्तु ते ॥

देवि चन्द्रकलापीठे सर्वसाम्राज्यदायिनि।

सर्वानंदकरे देवि अन्नपूर्ण नमोऽस्तु ते ॥

साधकाभीष्टदे देवि भवदुःखविनाशिनि ।

कुचभारनते देवि अन्नपूर्णे नमोऽस्तु ते ।।

इन्द्राद्यर्चितपादाब्जे रुद्रादिरूपधारिणि ।

सर्वसंपत्प्रदे देवि अन्नपूर्णे नमोऽस्तु ते ॥

पूजाकाले पठेद्यस्तु स्तोत्रमेतत्समाहितः ।

तस्य गेहे स्थिरा लक्ष्मीर्जायते नात्र संशयः ॥

प्रात:काल पठेद्यस्तु मंत्रजापपुरःसरम्।

तद्गृहेऽन्नसमृद्धिः स्याद्वर्द्धमाना दिने दिने ॥

यस्मै कस्मै न दातव्यं न प्रकाश्यं कदाचन ।

प्रकाशात्सिद्धिहानिस्तद्गोपयेद्यत्नतः सुधीः ॥ 

शुक्रवार, 10 जनवरी 2025

'वार' व्रत में छिपा है वैज्ञानिक रहस्य



भारतीय ज्योतिष में वैसे तो हर क्षण का महत्व है । किसी न किसी रूप में उसका सामंजस्य मानव जीवन के साथ जुड़ा हुआ है परन्तु तिथियों तथा वार का कुछ विशेष महत्व मानव की दिनचर्या से जुड़ा हुआ है । इसीलिए प्रत्येक तिथि तथा वार के व्रत
,
अनुष्ठान आदि संपन्न करने का विधान है । हमारे शास्त्रों में सप्ताह के सातों दिनों का व्रत करने का विधान अनादि काल से चला आ रहा है । सामान्यजन उसे करते भी आ रहे हैं परन्तु इन व्रतों के पीछे क्या वैज्ञानिकता है, क्या रहस्य छिपा हुआ है, क्या लाभ और क्या हानि हो सकती है, क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए ? इनके बारे में लोग अनभिज्ञ हैं वे केवल परम्परागत विधान से ही व्रतों को करते आ रहे हैं । उदाहरण के लिए रविवार का व्रत भगवान सूर्य का व्रत है यह नेत्ररोग, कुष्ठादि चर्म व्याधियों को नष्ट कर आयु तथा सौभाग्य की वृद्धि करता है । इसे कब आरंभ करना चाहिए, इसके बारे में सामान्यतः लोगों को जानकारी नहीं रहती ।

शास्त्रीय मत से इस व्रत का शुभारंभ शुक्लपक्ष के प्रथम रविवार से प्रारंभ कर, एक वर्ष पर्यन्त कम से कम द्वादश व्रत करना चाहिए । व्रत के दिन केवल गेहूं की रोटी, गुड़ से बना दलिया, घृत, शक्कर आदि लिया जा सकता है । सूर्य का मंत्र 'ऊं ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः' यथा शक्ति जपना चाहिए । रविवार की कथा तथा सूर्य को गन्ध, अक्षत, लाल फूल, दूर्वायुक्त जल से अर्घ्य के साथ अर्पण करना चाहिए । इसके लिए इस मंत्र का प्रयोग करें -

'नमः सहस्त्रकिरण सर्वव्याधि विनाशन ।

गृहाणार्घ्यं मया दत्तं संज्ञया सहितो रवे ॥'

अर्घ्य के पश्चात अपने स्थल पर ही प्रदक्षिणा कर लाल चंदन का तिलक लगायें | इसके उद्यापन के समय ब्राह्मण दम्पत्ति को भोजन कराने के पश्चात लाल वस्त्र, फल पुष्पादि सहित दक्षिणा प्रदान श्रेयस्कर होता है । व्रत तथा दान दोनों का विधान प्राणी के आयु का संवर्द्धन तथा जीवन को गतिशील बनाता है ।

इसी प्रकार सोमवार का व्रत भगवान शिव के लिए समर्पित है । इस व्रत को श्रावण, चैत्र, वैशाख, कार्तिक या मार्गशीर्ष के महीनों के शुक्लपक्ष के प्रथम सोमवार से आरंभ करना चाहिए । इसे पांच वर्ष, चौदह वर्ष अथवा 16 वर्ष करने का विधान हैं । यदि कोई व्यक्ति चैत्र शुक्ल अष्टमी, आर्द्रा नक्षत्र, सोमवार अथवा श्रावण मास के प्रथम सोमवार को इस व्रत का आरंभ करता है तो विशेष श्रेयस्कर होता है । भगवान शिव का पंचाक्षर मंत्र - ऊं नमः शिवाय श्वेत फूल, सफेद चंदन, पंचामृत, अक्षत, बिल्वपत्र आदि से 'षोडषोपचार' पूजन करने तथा दान करने के पश्चात एक समय नमक रहित भोजन करना चाहिए । व्रत का उद्यापन भी इन्हीं मासों में करना श्रेयस्कर होता है । उद्यापन के लिए जप का दसमांश हवन, सफेद पदार्थ, दूध-दही, खीर आदि श्वेत फलों का दान करना चाहिए। यह व्रत  मानसिक शांति, धन, पुत्र आदि की सुखों की प्राति के लिए श्रेयस्कर होता है ।

इसी क्रम में मंगलवार का व्रत सभी प्रकार के सुखों के साथ रक्त सम्बन्धी विकार, शत्रु बाधा निवारण, स्वास्थ्य की रक्षा, पुत्र प्राप्ति के लिए किया जाता है इस व्रत को शुक्लपक्ष के प्रथम मंगलवार से आरंभकर 21 सप्ताह अथवा जीवनपर्यन्त किया जा सकता है । मंगलवार के व्रत में गेहूं और गुड़ सहित भोजन का विधान है भोजन नमक रहित एक समय ही करना चाहिए इस व्रत को करने से 'मंगलदोष' के अरिष्ट की भी शांति होती है । व्रत में लाल पुष्प, फल, तांबे के बर्तन में नारियल आदि के द्वारा हनुमान जी का पूजन कर दान करना श्रेयस्कर होता है |

यदि किसी का मंगल अच्छा नहीं है तो उसे 'ऊं क्रां क्रीं, क्रौं सः भौमाय नमः ' का जाप करना चाहिए। इस व्रत में गुड़, पीले लड्डुओं तथा लाल वस्त्र के दान का विशेष महत्व है । व्रत के साथ ही उनसे सम्बन्धित मंत्रों का अपना एक वैज्ञानिक महत्व हैं ।

अढ़ाई दिन में चंद्रमा एक राशि को छोड़ता है उसकी कलाएं हर क्षण बदलती रहती हैं। सूर्य की गति भी परिवर्तित होती रहती है । ग्रहों का भी चक्र गतिमान रहता है । ऐसी स्थिति में प्रत्येक वार का अलग-अलग प्रभाव मानव जीवन पर पड़ता है ।

व्रत की स्थिति में उसका मानसिक संतुलन बना रहता है जिससे शरीर के अंदर निहित रक्त का संचार ग्रहों के कारण प्रभावित नहीं हो पाता । मनुष्य अनेक प्रकार के दुष्परिणामों से बच जाता है । इसलिए अपने जन्म कुण्डली के आधार पर जिसे जिस वार का व्रत करना श्रेयस्कर हो, उसे करना चाहिए

बुधवार, 8 जनवरी 2025

सृष्टि का सृजन और ज्योतिष

ज्योतिष शास्त्र एक अगाध समुद्र है इसमें जितना अधिक गोता लगायेंगे, उतने ही रत्न उन्हें प्राप्त होंगे । देखा जाए तो इस शास्त्र का संबंध सृष्टि के सृजन से है । जिस क्षण से 'काल' की अनुभूति, सूर्य चंद्र, पृथ्वी का परिज्ञान होता है, उसी क्षण से ज्योतिष की भूमिका आरंभ हो जाती है । भारत में जिस समय श्रुति परंपरा विद्यमान थी उस समय भी वैदिक ऋषि ज्योतिष के आधारभूत काल का चिंतन किया करते थे और उस चिंतन से अनेकानेक शाखाओं को जन्म देने का कार्य करते थे । सूर्य ऋतुओं का नियमन करता है । सूर्य के कारण ही दिन, तिथि, मास, पक्ष, ऋतु, अयन आदि की जानकारी होती हैं, इसका परिज्ञान हमारे वैदिक ऋषियों को भलीभांति था । ऋग्वेद में स्पष्ट कहा गया है -

चक्राणासः परीणहं पृथिव्या हिरण्येन मणिना शुम्भमानाः

ऐतरेय ब्राह्मण में स्पष्ट किया गया है कि वृत्तासुर के दूत पृथ्वी की परिधि के चारो ओर भागकर भी इन्द्र को नहीं जीत सके । सूर्य कभी न उगता है न अस्त होता है यह तो पृथ्वी की गति हैं उसे ऐसा परिलक्षित करती है ।

स वा एष नकदाचना स्तमेतिनेदेति ।

तैतरीय ब्राह्मण मुहूतों के बारे में स्पष्ट उल्लेख करता है -

चित्रः केतुर्दाता प्रदाता सविता प्रसविता...। एष ह्येव तेऽहूनो मुहर्त्ताः एष रात्रेः ॥

इसी प्रकार तैतरीय संहिता में नक्षत्रों के नाम तथा उनके अधिष्ठात्र देवताओं की भी जानकारी मिलती है । अथर्वसंहिता में उल्का व धूमकेतु का वर्णन है । तैतरीय ब्राह्मण में अनेकानेक कार्यों के लिए शुभ और अशुभ नक्षत्रों का वर्णन मिलता है -

यान्येव देव नक्षत्राणि । तेषु कुर्वीत यत्कारी स्यात् ।

स्वाती नक्षत्र में कन्या दान करने को श्रेष्ठ बताया गया है । वाजसनेयी संहिता में आकाशीय नक्षत्रों का वेध तथा अन्वेषण करने का उल्लेख मिलता है । तैतरीय ब्राह्मण में इस कार्य में दक्ष ऋषियों के नामों का उल्लेख है । वेदांग ज्योतिष सूर्य, चंद्र की मध्यम एवं स्पष्ट गतियों के बारे में जानकारी देता है । अथर्व ज्योतिष में जन्म, संपत, विपत, नक्षत्र, तारा आदि का वर्णन है । अश्चिलयन एवं पारस्कर सूत्रों में विवाह, नक्षत्र, अंश, भेद, मूलनक्षत्र मे उत्पन्न बालक के शुभाशुभ ज्येष्ठ आदि नक्षत्रो मे हल जोतने,असलेशा गंदान्त आदि का वर्णन मिलता हैं | निरुक्त मे युग पद्द्ति,सप्तऋषि ब्रह्मा के अहोरात्र का निरूपण पाणिनी व्याकरण मे तरादी ग्रहो कौललेख प्राप्त होता हैं | इसी क्रम मे मनुस्मृति,महाभारत रामायण आदि ग्रंथो मे भी ज्योतिष के अनेक प्रसंग देखने को मिलते हैं । फलतः वैदिक संहिता काल से लेकर वेदांग काल, सूत्र काल, पौराणिक काल में 'त्रिस्कंध ज्योतिष' के अनेक तथ्यों का भली प्रकार उल्लेख प्राप्त होता है । स्पष्ट है कि वैदिक तथा उसके पूर्व के काल में भूलोक, अंतरिक्ष लोक, आकाश अथवा देवलोक की अवधारण विद्यमान थी अनंत ब्रह्माण्ड के बारे में तत्कालीन मनीषी भलीभांति चिंतन किया करते थे ।

स्पष्ट है कि वर्तमान में सृष्टि के नियामक इस शास्त्र का सम्यक् अध्ययन एवं उसका प्रयोग आवश्यक है । अतएव ज्योतिर्विदों का ये दायित्व है कि सृष्टिकाल से चले आ रहे इस शास्त्र पर कभी प्रश्नचिन्ह न लगने दें ।

 

रविवार, 5 जनवरी 2025

सूर्य राशि द्वारा 2025 का फल

धनु (22 नवंबर - 21 दिसंबर)

यह वर्ष विकास और व्यक्तिगत विकास का वादा करता है। स्वास्थ्य की नियमित रूप से निगरानी की जानी चाहिए, खासकर जब कोलेस्ट्रॉल और तनाव के स्तर की बात आती है। महत्वपूर्ण वित्तीय लाभ आपकी बचत को बढ़ाएंगे, हालांकि खर्चों को नियंत्रित करने की सलाह दी जाती है। यदि छात्र केंद्रित रहें तो वे शैक्षणिक मील के पत्थर हासिल करने की संभावना रखते हैं। मध्य वर्ष तक करियर में बदलाव, पदोन्नति या व्यवसाय विस्तार की संभावना है। पारिवारिक जीवन मजबूत होगा, और सहायक रिश्ते आपको चुनौतियों से निपटने में मार्गदर्शन करेंगे। योग्य अविवाहित लोगों के लिए शादी की घंटियाँ बज सकती हैं। संपत्ति से संबंधित लाभ प्राप्त होंगे, हालांकि पैतृक विवादों पर ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है। व्यावसायिक यात्रा काम और अवकाश को मिलाएगी, जो यादगार अनुभव प्रदान करेगी ।

भाग्यशाली अंक: 11 भाग्यशाली रंग: हरा

मकर (22 दिसंबर - 19 जनवरी) धैर्य और दृढ़ता से आपको इस वर्ष पुरस्कार प्राप्त करने में मदद मिलेगी। स्वास्थ्य के मोर्चे पर, आपको पेट और दृष्टि की देखभाल को प्राथमिकता देनी चाहिए। मध्य वर्ष के बाद नौकरी में बदलाव या पदोन्नति के माध्यम से करियर में वृद्धि की संभावनाएँ आशाजनक दिखती हैं। विदेश में अध्ययन करने वाले छात्र अकादमिक रूप से उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे। रियल एस्टेट या सोने के निवेश के माध्यम से वित्तीय लाभ आपके लिए संभावित है। व्यक्तिगत मोर्चे पर, पारिवारिक जीवन में अस्थायी व्यवधान हो सकते हैं, लेकिन चिंता न करें; समझ और समझौता शांति बहाल करेगा। रोमांस में भावनात्मक उतार-चढ़ाव का अनुभव हो सकता है-इसलिए, ईमानदार संचार पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है। दीर्घकालिक संपत्ति सौदे और वाहन खरीद सफल होंगे। आध्यात्मिक वापसी स्पष्टता और शांति प्रदान कर सकती है । 

भाग्यशाली अंक: 2 भाग्यशाली रंग: क्रीम

कुंभ (जनवरी 20 - फरवरी 18)

आपके लिए रचनात्मक खोज और सोचे-समझे जोखिम वाला साल आने वाला है। छाती में जकड़न या एसिडिटी की समस्या के कारण आपके स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता है यदि आप व्यवसाय के मालिक हैं, तो आपको पर्याप्त लाभ के लिए मध्य वर्ष तक धैर्य रखना होगा । बिक्री या विपणन से जुड़े लोग इस साल चमकेंगे । 2025 में वित्तीय योजना बनाना महत्वपूर्ण होगा, खासकर जब ऋण या निवेश का प्रबंधन करने की बात आती है । अकादमिक उत्कृष्टता मेहनती छात्रों, विशेष रूप से विदेश में पढ़ने वाले छात्रों को पुरस्कृत करेगी । कभी - कभार गलतफहमियों के बावजूद आपके पारिवारिक संबंध मजबूत होंगे। साझा भावनात्मक समर्थन से आपके रोमांटिक रिश्ते भी गहरे होंगे। प्रॉपर्टी निवेश के लिए शोध की आवश्यकता होती है, जबकि शांत स्थानों की यात्रा आनंद देगी ।

भाग्यशाली अंक: 6 भाग्यशाली रंग: सिल्वर

मीन (19 फरवरी - 20 मार्च)

यह मीन राशि वालों के लिए सबक के साथ अवसरों का वर्ष है। हालाँकि, आपका स्वास्थ्य ध्यान देने की माँग करता है, खासकर जब मूड स्विंग और मौसमी एलर्जी को नियंत्रित करने की बात आती है। करियर में धीरे-धीरे लेकिन लगातार उन्नति होगी, साथ ही रचनात्मक और शिक्षा क्षेत्रों में पहचान भी मिलेगी। छात्रों को लगातार प्रयासों के बाद अंतरराष्ट्रीय प्रवेश मिल सकता है। पारिवारिक मोर्चे पर, अगर आप परिस्थितियों को सावधानी से संभालते हैं, तो साल के मध्य तक सामंजस्य में सुधार होगा। आपके रोमांटिक संबंध गहरे होंगे, संभवतः विवाह तक पहुँचेंगे। किराए की आय या विदेशी खरीद से जुड़ी संपत्ति के सौदे आपके लिए आशाजनक दिख रहे हैं। इस साल अंतरराष्ट्रीय यात्रा एक सपना सच हो सकता है, और वे परिवर्तनकारी अनुभव प्रदान कर सकते हैं।

भाग्यशाली अंक: 9 भाग्यशाली रंग: बैंगनी

शुक्रवार, 3 जनवरी 2025

सूर्य राशि द्वारा 2025 का फल

सिंह (23 जुलाई - 22 अगस्त)

महत्वपूर्ण बदलावों वाला साल आपका इंतज़ार कर रहा है। करियर में बदलाव, पदोन्नति या नए उपक्रम इस साल आपको काफ़ी व्यस्त रखेंगे। आप वित्तीय उतार-चढ़ाव की उम्मीद कर सकते हैं, लेकिन चिंता न करें। भरोसा रखें कि आपके व्यवसायिक लाभ बचत को स्थिर करेंगे। इंटर्नशिप या सरकारी नौकरी की तलाश कर रहे छात्रों को शुरुआती देरी का सामना करने के बाद सफलता मिलेगी। भावनात्मक स्वास्थ्य को देखभाल की आवश्यकता है-इसलिए, आराम करने और रिचार्ज करने के तरीके खोजना सुनिश्चित करें। पारिवारिक मुद्दे उठ सकते हैं, लेकिन सहानुभूति और स्पष्ट संचार आपके रिश्तों को बरकरार रखने में मदद करेगा। जहाँ तक रोमांस का सवाल है, इसमें भावुक उतार-चढ़ाव और कभी-कभी गलतफहमियाँ शामिल हो सकती हैं। अचल संपत्ति की खरीद आशाजनक है, लेकिन आपको पूरी तरह से दस्तावेजीकरण सुनिश्चित करना चाहिए। इस वर्ष, काम या आध्यात्मिक वापसी के लिए यात्रा आपकी आत्मा को फिर से जीवंत करेगी।

भाग्यशाली अंक: 7 भाग्यशाली रंग: नारंगी

कन्या (23 अगस्त-22 सितंबर) 2025 वित्तीय वृद्धि लेकर आएगा, लेकिन आपको ज़रूरत से ज़्यादा खर्च करने से भी बचना चाहिए। पीठ दर्द और पैर की समस्याएँ हो सकती हैं, इसलिए सेहत को प्राथमिकता देना सुनिश्चित करें। यदि आप लगातार बने रहते हैं और ध्यान भटकाने वाली चीज़ों से बचते हैं तो शैक्षणिक सफलता की संभावना है पदोन्नति या विभिन्न शहरों में नए अवसरों के माध्यम से करियर में प्रगति सुनिश्चित है। यदि आप एक उद्यमी हैं तो आपको विवादों से बचने के लिए मध्य वर्ष तक विस्तार को टालना चाहिए पारिवारिक बंधन बहुत खुशी लाएगा, हालाँकि कभी-कभी दोस्तों या भाई-बहनों के साथ ग़लतफ़हमी हो सकती है। रिश्तों में लचीलापन विवादों से बचने में मदद करेगा। इस साल, बड़ी संपत्ति के सौदे हो सकते हैं। साथ ही, पैतृक संपत्तियों का भी ध्यान रखें। यदि आप घूमने-फिरने के शौकीन हैं,

तुला (23 सितंबर - 22 अक्टूबर)

यह वर्ष आपको सोच-समझकर जोखिम उठाने और रणनीतिक योजना पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित करता है। सक्रिय रहकर आप पुरानी स्वास्थ्य समस्याओं का प्रबंधन कर सकते हैं। स्टॉक और रियल एस्टेट में स्मार्ट निवेश से अच्छा लाभ मिल सकता है। छात्रों के लिए अच्छी खबर है। आईटी या इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे छात्रों को अपने प्रतिद्वंद्वियों से बेहतर प्रदर्शन करना होगा। अभिनय, मीडिया या शिक्षण जैसे रचनात्मक उद्योगों में करियर की शुरुआत धीमी गति के बाद आगे बढ़ेगी। पारिवारिक कार्यक्रम खुशी ला सकते हैं। लेकिन, रिश्तों को संतुलित करने के लिए आपको कुछ चतुराई की आवश्यकता होगी। अनावश्यक गपशप या गलतफहमियों को जड़ से खत्म कर देना चाहिए। भविष्य में संघर्ष से बचने के लिए संपत्ति के लेन-देन में सावधानी बरतने की आवश्यकता है। इस वर्ष आपके लिए सुंदर स्थानों की यात्रा करना तरोताजा करने वाला और उत्पादक साबित होगा। भाग्यशाली अंक: 4 भाग्यशाली रंग: गुलाबी

वृश्चिक (23 अक्टूबर - 21 नवंबर) एक गतिशील वर्ष आपके लिए आशाजनक व्यावसायिक विकास और करियर में उन्नति का इंतजार कर रहा है। हालाँकि, स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता है, विशेष रूप से रक्तचाप से संबंधित मुद्दों और सिरदर्द के लिए। आपका वित्तीय प्रवाह मजबूत रहेगा, जिसे साझेदार के योगदान से समर्थन मिलेगा। शोध या उन्नत शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्र मध्य वर्ष के बाद बेहतर प्रदर्शन करेंगे। करियर में बदलाव में पदोन्नति या नौकरी में स्थानांतरण शामिल हो सकता है। व्यवसाय के मालिकों को सितंबर से पहले नए लॉन्च से लाभ होगा। आपको परिवार का निरंतर समर्थन प्राप्त होगा, और जो लोग विवाह पर विचार कर रहे हैं उन्हें उपयुक्त संबंध मिल सकते हैं। अप्रैल के बाद रियल एस्टेट के मामले लाभदायक हो सकते हैं। यात्रा रोमांच और शांति प्रदान करेगी। हर चुनौती का समझदारी से सामना करने के लिए अपनी प्रवृत्ति पर भरोसा करें।

भाग्यशाली अंक: 9भाग्यशाली रंग: हरा

बुधवार, 1 जनवरी 2025

सूर्य राशि द्वारा 2025 का फल

मेष राशि (मार्च 21 - अप्रैल 19) वालों के लिए 2025 विकास और अवसरों का वर्ष है, विशेष रूप से परिवार की भलाई के लिए इन्हे बहुर से अवसर मिलने वाले हैं । स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता है - तंत्रिका और पीठ की समस्याओं से सावधान रहें और मन की शांति बनाए रखने के लिए क्रोध को नियंत्रित करना सीखे । अचानक बहुत से खर्च हो सकते हैं, लेकिन वित्तीय लाभ संतुलन बनाए रहेगा । शैक्षिक लक्ष्य अतिरिक्त प्रयास की मांग करते हैं, लेकिन प्रवेश नौकरी की पेशकश जैसे पुरस्कार मिलने की संभावना भी है । करियर के लिहाज से, आपको इस वर्ष नौकरी में बदलाव मिल सकता हैं, जो अंततः सफलता की ओर ले जाएगा, विशेष रूप से स्वास्थ्य सेवा और परामर्श क्षेत्रों में । पारिवारिक गतिशीलता में कभी-कभी तनाव का अनुभव हो सकता है, कार्य - संबंधित यात्रा के कारण रिश्ते में मतभेद उत्पन्न हो सकते हैं, लेकिन धैर्य के माध्यम से हल किया जा सकता है । संपत्ति में निवेश या घर में नवीनीकरण की संभावना है, यह सपनों का घर पाने के लिए एक शानदार वर्ष है । मौज-मस्ती या रोमांच के लिए यात्रा करना आपकी आत्मा को तरोताजा कर देगा ।

भाग्यशाली अंक: 3,भाग्यशाली रंग: सुनहरा ।

वृषभ (20 अप्रैल-20 मई) यदि आप अपने गुस्से को नियंत्रित करते हैं और अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करते हैं तो सफलता आपकी निश्च्त रूप से होगी । स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव हो सकता है, पाचन संबंधी या पीठ की समस्याएँ हो सकती हैं, इसलिए स्वस्थ दिनचर्या अपनाएँ । वित्तीय रूप से, स्टॉक और म्यूचुअल फंड में निवेश से बड़ा मुनाफ़ा हो सकता है, लेकिन ज़रूरत से ज़्यादा खर्च करने से बचें । छात्रों को खुद को नियंत्रित रख ज़रूरत पड़ने पर अपने गुरुओं से मार्गदर्शन लेना चाहिए । शुरुआती संघर्षों के बाद नौकरी में तरक्की होगी, जिसका फ़ायदा लेखकों और उद्यमियों को मिलेगा । परिवार का समर्थन मज़बूत रहेगा, हालाँकि बच्चों के भविष्य को लेकर कभी-कभी चिंताएँ भी हो सकती हैं । पेशेवर संबंधों के ज़रिए रोमांस पनप सकता है, हालाँकि वर्चस्व के मुद्दों को शांति से सुलझाया जाना चाहिए । साल के उत्तरार्ध में रियल एस्टेट निवेश में तेज़ी आएगी,। यात्रा से जुड़े जोखिमों से सावधान रहें । साथ ही, नए उपक्रमों में अपनी सूझ-बूझ पर भरोसा करें ।

भाग्यशाली अंक: 9 भाग्यशाली रंग: लाल

मिथुन (21 मई-20 जून) इस वर्ष, आपकी अंतर्ज्ञानी भावना तेज होगी, जो विभिन्न निवेशों से लाभदायक रिटर्न लाएगी और संभावित ऋण वसूली स्वास्थ्य स्थिर दिखता है, लेकिन साइनस और अस्थमा की समस्याएँ बढ़ सकती हैं | इसलिए, सावधान अवश्य रहें । विदेश में अध्ययन करने का लक्ष्य रखने वाले छात्र अपने परिवारों को गौरवान्वित करवाने में सफल होंगे । करियर में वृद्धि की संभावना है,विशेष रूप से मीडिया, राजनीति और मार्केटिंग में शुरुआती बाधाओं के बाद व्यापार विस्तार होगा, खासकर साझेदारी के लिए । पारिवारिक उपलब्धियाँ साल को रोशन करेंगी, हालाँकि आपको पिता के साथ संघर्ष से बचना चाहिए । प्रेम जीवन आशाजनक लग रहा है, परिवारों से परिचय की संभावना है पैतृक संपत्ति के मामले सुलझ सकते हैं, और किराये की आय होने की संभावना है अकेले यात्रा करते समय सावधानी से वाहन चलाएं और ज़रूरत पड़ने पर अपने वाहन को अपग्रेड करें |

भाग्यशाली अंक: 5 भाग्यशाली रंग: पीला

कर्क (21 जून - 22 जुलाई) यह वर्ष करियर और वित्तीय स्थिरता लेकर आएगा, हालांकि स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहने की आवश्यकता है, खासकर जब प्रतिरक्षा और हृदय स्वास्थ्य की बात आती है । चिकित्सा, इंजीनियरिंग या अकाउंटिंग की पढ़ाई कर रहे छात्रों को लगातार प्रयासों से सफलता मिलेगी । करियर में बदलाव भी हो सकता है, जिसका लाभ इंजीनियरिंग, चिकित्सा और निर्माण उद्योगों में काम करने वालों को मिलेगा । आपका मजबूत व्यावसायिक अंतर्ज्ञान लाभ को बढ़ाएगा । सामंजस्यपूर्ण पारिवारिक संबंध ससुराल वालों के साथ आपके संबंधों को प्रबंधित करने में मदद करेंगे, जिससे घरेलू जीवन शांतिपूर्ण रहेगा । रोमांस को मूड-चालित चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन सहानुभूतिपूर्ण संचार स्थिरता सुनिश्चित करेगा । संपत्ति निवेश को अंतिम रूप देने से पहले अच्छी तरह से जांच कर लेना चाहिए । इस साल, यात्रा की योजनाएँ फलीभूत होंगी हालाँकि, आवेगपूर्ण यात्राओं से बचना सुनिश्चित करें । सकारात्मक बने रहने से सफलता मिलेगी ।

शुभ अंक: 1 शुभ रंग: भूरा