सोमवार, 18 जनवरी 2021

राहू व केतू

 

राहू केतू छाया ग्रह माने जाते हैं भारतीय हिन्दू ज्योतिष मे इन्हे दैत्य माना जाता हैं जो सूर्य व चन्द्र को भी ग्रहण लग देते हैं | यह दोनों हमेशा वक्रावस्था मे रहते हुये एक दूसरे के विपरीत भावो मे रहते हैं राहू को केतू से ज़्यादा भयानक माना गया हैं | पुराणो के अनुसार कश्यप ऋषि की 13 पत्नियों मे से एक पत्नी सिंहिका का पुत्र स्वरभानु था,जिसके अमृतपान कर लेने से रुष्ट होकर भगवान विष्णु ने अपने चक्र से उसके दो हिस्से कर दिये थे इस स्वरभानु के ऊपर का हिस्सा राहू तथा नीचे का हिस्सा केतू कहलाता हैं |

यह दोनों छाया ग्रह 12 राशियो का भ्रमण 18 वर्षो मे करते हैं तथा एक राशि मे 18 माह रहते हैं | राहू को विध्वंशक तथा केतू को मोक्षकर्ता माना गया हैं | राहू जिस भाव मे स्थित होता हैं उस भाव से संबन्धित कारकत्वों को ग्रहण लगा देता हैं अर्थात उनमे कमी कर देता हैं जबकि केतु उस भाव विशेष से विरक्ति प्रदान करता हैं | राहू को स्त्रीलिंग तथा केतू को नपुंशक माना गया हैं,राहू केतू के मित्र बुध,शुक्र व शनि हैं तथा मंगल इनसे समता का भाव रखता हैं | यह दोनों छायाग्रह होने के कारण जिस राशि मे होते हैं उसके स्वामी के जैसे ही फल प्रदान करते हैं | केंद्र,त्रिकोण मे होने से यह कई प्रकार के शुभयोग प्रदान करते हैं | विशोन्तरी दशा पद्दती मे राहू को 18 तथा केतू को 7 वर्ष दिये गए हैं |

चन्द्र से केंद्र मे राहू यदि 1 से 8 भावो मे होतो जातक लंबा होता हैं और यदि केतू चन्द्र से केंद्र मे होकर 1 से 8  भावो मे होतो जातक कद मे छोटा होता हैं |

राहू 1,7,9,11 राशियो के अतिरिक्त सभी राशियो मे शुभफल प्रदान करता हैं,कन्या राशि मे इसे अंधा माना जाता हैं जिस कारण इस राशि मे यह कोई फल नहीं देता हैं |

लग्न मे राहू बहुत शुभ होने पर जातक लंबा व पतला,बहुत घूमने वाला तथा तकनीकी ज्ञान वाला होता हैं परंतु किसी ना किसी रोग से पीडित ज़रूर रहता हैं,यदि राहू चन्द्र संग होतो जातक स्वार्थी व लालची प्रवृति का तथा मानसिक विकार वाला होता हैं ऐसे मे यदि चन्द्र केंद्र का स्वामी होतो जातक माता व परिवार का वफादार नहीं होता हैं राहू उसे हावभाव पूर्ण वाणी,बहुत तरक्की तथा दो पत्नीयो का सूख प्रदान कर्ता हैं |

केतू लग्न मे जातक को छोटा कद,विकलांगता,मूर्खतापूर्ण आचरण,वाचालता तथा अन्य अशुभ प्रभाव देता हैं |

दूसरे भाव मे राहू जातक को धन व पैतृक संपत्ति देता हैं परंतु जातक का धन बचता नहीं हैं अर्थात जातक को बरकत नहीं होती ऐसा जातक किसी के मामले मे हस्तक्षेप नहीं करता,वाणी संबंधी विकार से ग्रस्त हो सकता हैं परिवार से भी ऐसे जातक की कम निभती हैं बहुधा विवाह बाद परिवार से अलग रहते हैं |

केतू यहाँ पर जातक की पूश्तैनी संपत्ति को कर्जे द्वारा नष्ट कर देता हैं जातक को बड़ा परिवार परंतु आमदनी कम देता हैं |

तीसरे भाव मे सम राशि का राहू शुभ माना जाता हैं यहाँ राहू जातक को परिवार मे सबसे छोटा बनाता हैं जो सहोदरो हेतु अशुभ होता हैं |

केतू यहाँ कर्ण रोग तथा कमजोर दिमाग देता हैं बहुधा जातक के परिवार मे सहोदर अथवा 3 सदस्य ही होते हैं |

चतुर्थ भाव मे राहू भूमि अथवा मकान के सुख मे कमी करता हैं जातक मानसिक रूप से व्याकुल व परेशान रहता हैं उसकी माँ का स्वास्थ्य भी ठीक नहीं रहता उसके मकान मे वस्तु अथवा प्रेत दोष अवश्य होता हैं |

केतू यहाँ जातक को घर से उचाट रखता हैं अर्थात जातक घर से बाहर रहना ज़्यादा पसंद करता हैं तथा उसके अपनी माँ से संबंध अच्छे नहीं होते |

पंचम भाव मे राहू शिक्षा पूर्ण नहीं होने देता परंतु बुद्दिमान बनाता हैं उसे कला,फोटोग्राफी व लेखन का शौक देता हैं जातक को विवाह सुख मे किसी ना किसी रूप मे परेशानी ज़रूर देता हैं पत्नी यदि सुंदर होती हैं तो जातक उस पर शक करता हैं उसे गर्भविकार रहते हैं जिससे संतान संबंधी कष्ट जातक के जीवन मे रहते हैं अथवा पहली संतान मे परेशानी होती हैं बहुधा जातक की पुत्र संतान नहीं होती |

केतू यहाँ संतान हेतु अशुभता देता हैं तथा शिक्षा मे रुकावट ज़रूर देता हैं |

संक्षेप मे कहे तो इस भाव मे राहू केतू शिक्षा व संतान हेतु अशुभ रहते हैं संतान पर रूखा व्यवहार रखवाते हैं परंतु संतान से बेहद लगाव भी करवाते हैं |

छठे भाव मे राहू जातक को ताकतवर बना उसे अच्छी नौकरी प्रदान करता हैं उसे मामा से लाभ प्राप्त कराता हैं पाप प्रभाव मे होने से जातक की कलाई पर निशान,नेत्र रोग तथा उसके मामा को पुत्र नहीं देता हैं |

केतू यहाँ जातक को शत्रुता से बचाता हैं अर्थात जातक के शत्रु नहीं होते |

सातवे भाव मे राहू जातक को विवाह सूख मे किसी न किसी प्रकार से कमी प्रदान करता हैं,मंगल संग होने पर राहू यहाँ जातक की पत्नी को मासिक धर्म संबंधी बीमारी देता हैं जिससे जातक के अन्य स्त्रीयों से संपर्क बन जाते हैं,मंगल,चन्द्र संग राहू यहाँ नेत्रा व गुप्त रोग देता हैं शुक्र से केंद्र मे राहू यहाँ पत्नी भक्त बनाता हैं जो दूसरों को हमेशा भला बुरा कहता रहता हैं |

केतू यहाँ जातक को पत्नी से समय समय पर दूर करता रहता हैं अर्थात जातक व उसकी पत्नी किसी भी कारण से अलग अलग रहते हैं बहुधा जातक की पत्नी वाचाल प्रवृति की होती हैं जिस कारण जातक उसे जातक बात बात पर टोकता अथवा जलील करता रहता हैं |

अष्टम भाव मे राहू जातक को लंबी बीमारी द्वारा मृत्यु देता हैं | 2,4,5,6,8,10,12 राशियो का राहू होने पर जातक की पत्नी सुंदर व मृत्यु सुखद अर्थात बेहोशी या सोते हुये होती हैं जातक को अपने जीवन काल मे उदर रोग रहता हैं |

केतू यहाँ दंतरोग,चर्मरोग इत्यादि देता हैं तथा जातक को आत्महत्या हेतु भी उकसाता रहता हैं |

नवम भाव मे राहू सरकार द्वारा लाभ प्रदान करता हैं परंतु संतान देर से देता हैं राहू यदि समराशि मे को कष्ट तथा जवानी मे जुआ खेलने की आदत देता हैं उसकी इस आदत की वजह से अच्छे लोग उससे दूर रहते हैं तथा वह ग़लत दोस्तों के कारण अपयश पाता हैं |

केतू नवम भाव मे जातक को अच्छी अध्यात्मिकता और धार्मिकता की और धकेलता हैं परंतु जातक स्वयं को धर्म अध्यात्म आदि से अलग बताता हैं |

दशम भाव मे 2,4,5,6,8,10,12 राशियो का राहू जातक को शुभता,अधिकार व प्रसिद्दि देता हैं ऐसा जातक छोटा काम नही करते प्राय 30 वर्ष बाद इनके जीवन मे बदलाव आता हैं यह राजनीति करने मे बड़े गुणी होते हैं |

केतू यहाँ जातक से निम्न कार्य कराता हैं स्वयं का व्यापार करने नहीं देता जातक का चरित्र शंकालु होता हैं तथा पिता को शुभता नहीं देता |

एकादश भाव मे राहू धन व पद दोनों देता हैं परंतु पुत्र केवल एक ही देता हैं ऐसा जताक कर्ण रोग से पीड़ित होता हैं तथा शीघ्र धनवान बनने की चाह मे जातक सट्टा,लॉटरी इत्यादि मे धन लगता हैं |

केतू यहाँ गजेट्स का शौकीन बनाता हैं तथा जातक अपने बड़ो से दूर रहना पसंद करता हैं |

द्वादश भाव मे राहू नेत्र रोग,एक से अधिक विवाह,नींद मे परेशानी तथा डींगे मारने वाला व्यक्तित्व देता हैं ऐसा जातक करता कुछ नहीं हैं परंतु बातें बड़ी बड़ी करता हैं चन्द्र संग होने पर जातक का रुझान आध्यात्मिकता की और बढ़ा देता हैं |

केतू यहाँ जातक को मस्तमौला व्यक्तित्व देता हैं ऐसा जातक किसी की भी परवाह नहीं करता |

 

शुक्रवार, 15 जनवरी 2021

चन्द्र और आपकी चिंता

 चंद्रमा प्रथम भाव में होतो अपने निवास की चिंता देता है |

दूसरे भाव में धन और विदेश के व्यक्ति या काम की चिंता देता है |

तीसरे भाव में होतो घर से दूर रहने की चिंता अथवा किसी धार्मिक आयोजन की चिंता |

चौथे भाव में कैरियर,मकान,माता या पानी से परेशानी संबन्धित चिंता  |

पांचवें भाव में संतान या जल्दी से पैसा वाला बनने की चिंता |

छठे भाव में प्रयासों में सफलता की चिंता |

सातवें भाव में जीवन साथी या साझीदार के द्वारा किए जाने वाले कपट की चिंता |

आठवें भाव में मुफ्त में प्राप्त होने वाले धन और पिता के परिवार से मिलने वाली संपत्ति की चिंता |

नवें भाव में लंबी दूरी की यात्रा करने या किसी के द्वारा किए गए कपट की कानूनी सहायता प्राप्त करने की चिंता देता है|

दसवें भाव में वादाखिलाफी की चिंता |

ग्यारहवें भाव में मित्र द्वारा धोखा देने की चिंता तथा बारहवें भाव में चोरी गए अथवा खोये सामान की चिंता होती है |

बुधवार, 13 जनवरी 2021

सूर्य और आपकी चिंता

 

सूर्य पहले भाव में होतो जातक को जातक को किसी के द्वारा छल कपट करने की चिंता होती है,किसी ने झूठ बोलकर जातक को बदनाम किया होता है |

दूसरे भाव में सूर्य होतो जातक को जो कार्य किया जा रहा हैं उसमे लगें वाले धनबल बाहुबल और भाग्य फल की चिंता होती है |

तीसरे भाव में होतो जातक किसी के द्वारा किए जाने वाले झगड़े की चिंता होती है |

चौथे भाव में किसी के प्रति जलन रखने की चिंता |

पांचवें भाव में संतान या शिक्षा या खेल की हार जीत की चिंता |

छठे भाव में रास्ते में जाते वक्त या आते वक्त कोई काम किया जाना था उसकी चिंता |

सातवें भाव में होने पर जीवन साथी या साझीदार के अहम भरे शब्द कहने की चिंता |

आठवें भाव में हृदय की बीमारी या नौकर द्वारा काम नहीं करने की चिंता |

नवें भाव में विदेश में रहने वाले व्यक्ति की चिंता |

दसवें भाव में राज्य सरकार द्वारा परेशान किए जाने की चिंता |

ग्यारहवें भाव में सरकार से या पुत्र या पिता के धन की चिंता होती है |

बारहवें भाव में आने जाने वाले रास्ते और शत्रु द्वारा परेशान किए जाने की चिंता होती है |

शुक्रवार, 8 जनवरी 2021

एडसेंस से कमाई कितनी

 

यदि आप गूगल के एडसेंस के बारे मे जानते हैं तो आप निश्चित रूप से यह भी जानना चाहेंगे कि आप इस एडसेंस के माध्यम से कितना कमा सकते हैं, आप शायद जानते ही हैं कि आप पारंपरिक विज्ञापन योजनाओं से उतना नहीं कमा सकते जितना आप इस एडसेंस से कमा सकते हैं।

गूगल बारे में कुछ जानकारी नहीं देता कि ऐडवर्ड्स विज्ञापनदाताओं को उनकी साइट पर निर्देशित प्रत्येक क्लिक का कितना भुगतान करना है और यह उतना होता है जितना कि एडसेंस के बैनर होल्डर अपनी वेबसाइटों के माध्यम से करते हैं।

इस विषय पर गूगल द्वारा आधिकारिक रूप से कुछ भी जानकारी नहीं होने पर, इंटरनेट पर अफवाहें फैलती रहती हैं कि ऐडसेंस का उपयोग करके कोई वेबसाइट कितना कमा रही हैं या कमा सकती है । ऐसे मे कई लोग (अवैध रूप से) बताने लगते हैं कि वे एडसेंस से कितना ज़्यादा पैसा कमा रहे हैं। जबकि वास्तव मे ऐसा कुछ भी नहीं होता हैं |

इस मामले में बस इतना कहा जा सकता हैं कि यदि आपके पास एक छोटी सी वेबसाइट है और आप चाहते हैं कि आप उससे कुछ कमाई भी कर सके तो आप गूगल के इस एडसेंस से जुड़कर ऐसा कर सकते हैं ।

एडसेंस उन लोगों के लिए भी बहुत अच्छा है जो बहुत सारे पेज होस्ट करते हैं । भले ही उक्त पृष्ठ व्यक्तिगत रूप से बहुत अधिक ट्रैफ़िक उत्पन्न न करें, लेकिन प्रत्येक क्लिक की गणना होती है और आप ऐसा करके बहुत अधिक धन कमा सकते हैं ।

एडसेंस द्वारा कमाई शुरू करने से पहले, कुछ बातों को ध्यान में रखकर, आप अपने लिए एक अच्छा धन कमा सकते हैं।

 

सबसे पहले, जानिए की आपको हर दिन मिलने वाली राशि कितनी है और यह जानने का कोई स्पष्ट या निश्चित तरीका नहीं है, आप आम तौर पर एक ऐसा सोच सकते हैं कि यदि आपके पास प्रति दिन बहुत अधिक लोगो की क्लिक हैं तो आप अच्छा पैसा कमा सकते हैं।

 इसके अलावा, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी साइट किस बारे में है । यदि आपकी साइट किसी भी कारण से लोकप्रिय है तो आप बहुत सारे क्लिक प्राप्त करने के हकदार तो बन ही जाते हैं । इनके साथ एक गुणांक जुड़ा हुआ है, जिसे CTR (अनुपात के माध्यम से क्लिक करें) कहा जाता है।

 जो मूल रूप से, यह बताता है की आपकी साइट के विज़िटर का एक बड़ा हिस्सा उन विज्ञापनों पर क्लिक करता है जिनसे आप अधिक पैसा कमा रहे हैं उसका ऐसा करने का सबसे अच्छा तरीका यह हैं की आपकी साइट में कुछ ऐसी लोकप्रिय सामग्री है, जिससे लिंक सीधे उपयोगकर्ता लोगो को उनकी लोकप्रिय वस्तुओं की ओर ले जाता है।

इसके बाद आपकी वेबसाइट पर विज्ञापनों की स्थिति और संख्या है । जब आप इसे एक निश्चित संख्या मे रखते हैं  तो कई लिंक होने से निस्संदेह आपके लिए एक वेबमास्टर के रूप में अधिक आय होगी ।

आपके विज्ञापनों को कमाऊ स्थिति देने के लिए कला और विज्ञान के बीच बहुत कुछ होता है लोग आम तौर पर कुछ स्थानों पर देखते हैं और दूसरे स्थानो में कभी नहीं देखते हैं  |

यह कुछ सामान्य सी बातें हैं जिन्हे एक वेबसाइट लेखक या वेबमास्टर आसानी से जानकर एडसेंस के साथ अपनी कमाई बढ़ाने के लिए रास्ते खोल सकता है ।

इस एडसेंस के द्वारा दी जाने वाली राशि कई कारकों पर निर्भर करती है । लेकिन यदि आपके पास दिलचस्प सामग्री और कई पृष्ठों वाली साइट है, और यदि आपको हर दिन लगातार बड़ी मात्रा में लोगो का ट्रैफ़िक मिलता  है, तो आप निश्चित रूप से इस एडसेंस  से बहुत अधिक पैसा कमा सकते हैं ।

यदि आप के साथ ऐसा नहीं भी हैं, तो भी आप एडसेंस उपयोग करने योग्य है क्योंकि इसे स्थापित करने में बहुत कम परेशानी है, और कई बार यह साइट को आर्थिक रूप से समर्थन करने में आपकी मदद भी करता है |