राहू केतू का वृष व वृश्चिक राशि परिवर्तन २०२०-२०२१
राहु केतु 19 सितंबर 2020 को 22:15 को अपनी वक्र गति से वृष एवं वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे, जहां यह 17 मार्च 2022 तक रहेंगे इस दौरान राहु मृगशिरा रोहिणी और कृतिका नक्षत्र में गोचर करेंगे तथा केतु ज्येष्ठा अनुराधा और विशाखा नक्षत्र में गोचर करेंगे |
राहु केतु का राशि परिवर्तन एक बड़ी
ज्योतिषीय घटना माना जाता है क्योंकि यह दो ऐसे गए हैं जो एक राशि में लंबे समय
तक भ्रमण करते हैं तथा इनके परिणाम आश्चर्यजनक से अशुभता और आकस्मिकता लिए हुए होते हैं यह प्रत्येक जातक की जीवन यात्रा में ऐसे परिवर्तन लाते हैं
जिनसे जीवन की दिशा ही बदल जाती है |
राशि अनुसार राहु का इस राशि परिवर्तन
का प्रभाव |
मेष राशि इस राशि से राहू का दूसरे भाव
में गोचर होगा ऐसे में इस राशि वालों को आकस्मिक धन की प्राप्ति तथा ऋण से मुक्ति मिलेगी,नौकरी क्षेत्र में बदलाव आएगा,व्यापार में वृद्धि होगी,धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी तथा
खर्चे भी बढ़ेंगे,मान सम्मान में वृद्धि होगी,पुराने फंसे हुए उधार के पैसे वापस मिल
सकते हैं,पैतृक संबंधी मामलों में भाई बहनों का सहयोग
मिलेगा एवं सकारात्मक समाधान सामने आएंगे,दांपत्य जीवन में थोड़ा बहुत तनाव मिल
सकता है,प्रत्येक
कार्य में दोस्तों का सहयोग भी प्राप्त होगा |
मेष राशि राहु का दूसरे भाव में गोचर सामान्यतः
शुभ फलदायक नहीं माना जाता विशेष तौर से स्वास्थ्य की दृष्टि से यह गोचर नेत्र गले एवं अंत: स्रावी ग्रंथियों से संबंधित
रोग कुछ हद तक दे सकता हैं दूसरे भाव में राहु वायरस संबंधी
रोग भी दे सकता है कुटुंब जनों से मतभेद एवं लड़ाई झगड़े हो सकते
हैं वाणी में संयम की आवश्यकता है अन्यथा वैवाहिक सुख व संचित धन में कमी भी हो सकती है इस गोचर अवधि में उधार देने में सावधानी
रखें अन्यथा धोखा हो सकता है दूसरे भाव का राहु आकस्मिक हानी भी दे सकता है इस कारण वाहन चलाने में
सावधानी रखें जोखिम पूर्ण कार्यों से बचें |
उपाय - शनिवार को कबूतरो को मोटा अनाज डालें |
वृषभ राशि आपकी राशि के ऊपर से ही राहु
का गोचर होगा तथा क्योंकि भाग्य भाव में शनि गोचर कर रहे हैं तो इस दौरान निर्णय
लेने से सावधानी रखें,घर परिवार की अपेक्षाएं बढ़ जाएंगी
भाग्य भले ही मदद करेगा लेकिन अवरोध भी खड़े रहेंगे,व्यापार और कामकाज के निर्णय गलत होंगे,प्रतियोगिता का सामना करना पड़ेगा कामकाजी लोग लेखा जोखा में पारदर्शिता रखे तथा
सरकारी दायित्वों का भुगतान सही समय पर करें,अपने नीचे काम करने वालों पर आंखें
मूंदकर भरोसा ना करें,छात्र वर्ग को कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी,व्यवसाय और कैरियर संबंधों में तनाव
मिलने के योग हैं,बड़े बुजुर्गों के स्वास्थ्य में हानि होने की
संभावनाएं रहेंगी |
वृषभ राशि वालों के प्रथम भाव से राहु
का गोचर होगा जिसे अच्छा नहीं माना जाता यह जीवन में आकस्मिक समस्याए, बाधाएं एवं स्वास्थ्य परेशानी देता है जिस
कारण इस गोचर अवधि में स्वास्थ्य संबंधी मामलों में सावधानी रखनी चाहिए वायरस जनित
बीमारी के अतिरिक्त तंत्रिका तंत्र से संबंधित बीमारियों से सावधान रहें ये राहू स्वभाव में परिवर्तन कराता है चेहरे में बदलाव तथा व्यवहार में झुंझुलाहट देखने को मिलती है वाणी व व्यवहार मे
नियंत्रण मुश्किल
होता है उतावलेपन से परेशानी हो सकती है,नौकरीपेशा वर्ग वालो को राहू का जन्म राशि के ऊपर का यह गोचर शुभ
फलदायक नहीं रहेगा ट्रांसफर की आशा बनी रहेगी इच्छा के विरुद्ध स्थानांतरण हो सकता
है अस्थाई नौकरी वालों की नौकरी जा भी सकती है |
उपाय - भगवान शिव एवं माता पार्वती की पूजा
करना लाभदायक रहेगा |
मिथुन राशि से द्वादश भाव में राहु का
गोचर होने से विदेश से अधिक लाभ होने की संभावनाएं बनेंगी यदि आप विदेशी कंपनी में
कार्य करते हैं तो बहुत लाभ मिलेंगे विदेश व्यवसाय से जुड़े छात्रों को प्रगति के
नए अवसर मिलेंगे परंतु कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी,किसी के द्वारा धोखा भी मिल सकता है
आर्थिक स्थिति मध्यम रहेगी इसके बावजूद भी जमीन मकान खरीदने की संभावनाएं बनेंगी
जिम्मेदारियों में वृद्धि होगी तथा कार्य का दवाब भी बढ़ेगा अत्याधिक वाद विवाद से कार्य क्षेत्र में तनाव हो सकता है |
मिथुन राशि के द्वादश भाव से राहु का
गोचर होगा इसे भी शुभ नहीं कहा जा सकता परंतु इस राशि से निकलकर द्वादश भाव में राहु का
जाना कुछ हद तक राहत अवश्य प्रदान करेगा इसलिए देर से जो समस्याएं बनी हुई थी
उनमें कुछ कमी आएगी परंतु विशेष रूप से कैरियर एवं स्वास्थ्य मामलों में सावधानी
अपेक्षित है द्वादश भाव में राहु अस्पताल के चक्कर लगाता है स्वयं की बीमारी के
कारण अस्पताल इत्यादि के चक्कर काटने पड़ सकते हैं आकस्मिक खर्च में वृद्धि होगी राहु के द्वारा खर्चा एवं नुकसान होता है सरकारी कर एवं टैक्स जमा करने की प्रवृत्ति रखें |
उपाय - गौशाला में दान करें |
कर्क राशि से राहू का 11वा गोचर होगा जिससे आर्थिक प्रगति होगी आय
का विस्तार होगा खर्चों में भी वृद्धि होगी किसी भी प्रकार का निवेश ना करें
अन्यथा आर्थिक तंगी हो सकती है मुकद्दमों आदि में कोई समझौता होने की संभावनाएं
बनेंगी पुराना पैसा वापस मिलेगा काफी समय से भूमि मकान लेने की सोच रहे हैं तो ले
सकते हैं व्यर्थ की भागदौड़ के कारण यात्राएं करनी पड़ेगी विदेश प्रवास या विदेशी
कंपनियों से लाभ मिल सकता है अविवाहितों का विवाह हो सकता है परंतु संतान
प्राप्ति में परेशानी रहेगी एवं विज्ञान में रुचि बढ़ेगी पैतृक संपत्ति के मामले
में कोई बात बिगड़ सकती है |
कर्क राशि एकादश भाव में राहु का गोचर
होगा जिसे शास्त्र अनुसार शुभ माना गया हैं कुछ क्षेत्रो
मे अशुभ फल भी मिलेंगे संतान संबंधी परेशानी हो सकती है एकादश भाव का राहु अचानक धन वृद्धि
करता है जो कि शेयर लॉटरी आदि से हो सकती है पूर्व में किए गए धन निवेश से भी लाभ हो सकता है राहु के 11वे गोचर अवधि में परिवार में मंगल कार्य
संपन्न होते हैं तथा विवाह संपन्न होने की संभावनाएं बढ़ती है नौकरी वालों को
पदोन्नति एवं वेतन वृद्धि हो सकती है प्रशंसा एवं पुरस्कार की भी प्राप्ति हो सकती
है जिनसे जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं तथा अन्य अच्छे अवसर भी प्राप्त होते हैं |
उपाय - गोमेद रत्न धारण करना तथा भगवान शिव की पूजा करनी
चाहिए |
सिंह राशि से राहु 10वे गोचर कर रहे हैं तथा शनि छठे भाव में होंगे
इससे सुखद समय होगा सारे कार्य सफल होते जाएंगे कार्य क्षेत्र में बड़ी सफलता
मिलेगी व्यवसाय में विस्तार होगा एक से अधिक आय के स्रोत बनेंगे लेकिन निवेश करने से
बचे यदि पदोन्नति रुकी हुई है तो अब सफलता मिलेगी बहुराष्ट्रीय कंपनी से आपको लाभ
मिलेगा कंप्यूटर के क्षेत्र में काफी सफलता के योग हैं संतान की उच्च शिक्षा के
लिए धन खर्च करना पड़ सकता है तकनीकी क्षेत्र से जुड़े लोगों को लाभ मिलेगा
परिवारिक सुख शांति बनी रहेगी नौसिखिया लोगों को अपने पसंदीदा क्षेत्र में नौकरी
मिलेगी |
सिंह राशि से राहू का गोचर दशम भाव में
होगा जो समान्यत: अशुभ बताया गया है यहां स्थित राहु
रिश्तो के संबंध में अशुभ फल देता है परंतु कैरियर में शुभता देता है इस गोचर अवधि में 50 वर्ष से अधिक आयु वालों को हृदय एवं
रक्तचाप संबंधित सावधानी रखनी चाहिए तथा समय समय पर जांच कराते रहना चाहिए परिवारिक दृस्टी से भी राहु का यह गोचर शुभता नहीं देता कई बार मतभेद होते हैं तथा
बंटवारे तक की स्थिति आ जाती है दशम भाव से राहु का गोचर नौकरीपेशा वर्ग वालों को
नए नए क्षेत्रों में कार्य करने के अवसर दिलाता है नई चुनौतियों का सामना कर आता
है |
उपाय - भगवान शिव की पूजा करना लाभदायक होता
है |
कन्या राशि के नवे भाव से राहु का यह
गोचर चुनौतियों से भरा हुआ होगा शुरुआत में वाणी और व्यवहार दोनों पर ध्यान रखना
होगा वरना संबंधों में खराबी आ सकती है लिखित कार्य करते समय विशेष ध्यान रखें
यात्रा एवं पाटनर पर काफी खर्चा होगा कानूनी तरीके से आप पैसा कमा पाएंगे शॉर्टकट
बनाएंगे तो नुकसान होगा साझेदारी में वाद विवाद हो सकता है भाइयों का सहयोग मिलेगा
उच्च शिक्षा से जुड़े जातकों को लाभ होगा शोध एवं अनुसंधान से जुड़े लोगों को
सफलता मिलेगी तीर्थ यात्रा हो सकती है पिता की सेहत में खराबी आ सकती है रूपए पैसे
के मामले में किसी पर विश्वास ना करें संतान से शुभ समाचार मिलेंगे कड़ी मेहनत और
ईमानदारी से ही आप अपने कैरियर को बढ़ा पाएंगे |
कन्या राशि से राहू का नवम भाव में
गोचर होगा जिसे शास्त्रों में अशुभ फलदायक बताया गया है परंतु व्यवहार में शुभ
अशुभ दोनों प्रकार के फल मिलते हैं स्वास्थ्य में कोई विशेष परेशानी नहीं आती,माता-पिता का स्वास्थ्य प्रभावित होता है छोटे भाई बहनों से
संबंध प्रभावित होते हैं सहकर्मियों से अपेक्षित सहयोग प्राप्त होता है कार्य
अधिकता के कारण व्यस्तता के चलते थकान अनुभव होती है नवम भाव में राहु का यह गोचर
धर्म के प्रति तर्कशील बनाता है जिस कारण उसे गुरु के सानिध्य का अवसर प्राप्त
होता है |
उपाय - दाहिने हाथ की मध्यमा में गोमेद रत्न पहनना तथा ॐ रा राहुवे नमः का जाप करना लाभदायक होता है |
तुला राशि राहु आपकी आठवे भाव से गोचर कर रहे हैं जिससे मुख्य
रूप से आपका दृष्टिकोण नकारात्मक ही रहेगा नई तकनीक एवं नए विचार के द्वारा
कारोबार में वृद्धि हो सकती है उधार वापस मिल सकता है सरकार से परेशानी हो सकती है
यात्राओं के योग बनेंगे आपको वित्तीय लेनदेन में यह अन्यथा पानी आर्थिक हानि हो
सकती है धन की आवक जावक में संतुलन बनाने का प्रयास करें विरोधी आप को
नुकसान पहुंचा सकते हैं नौकरी पेशा जातियों के उच्च अधिकारियों से अच्छे संबंध
बनेंगे संतान से शुभ र समाचार प्राप्त होगा मौसमी बीमारियों का सामना भी करना पड़ सकता है|
तुला राशि वालों से राहु का गोचर अष्टम
भाव से होगा जो कि अशुभता लिए होता है जिससे शरीर मानसिकता स्वास्थ्य एवं कैरियर प्रभावित होता है
आकस्मिक समस्याएं परेशान करती हैं बीमारी आदि होने पर एक से अधिक डॉक्टरों से
सलाह मशवरा ले क्योंकि गलत इलाज की भी आशंका बनती है मानसिक तनाव एवं अवसाद रोग
होने की आशंका रहती है पैतृक संपत्ति छूटने के योग बनते हैं जीवन में तनाव बढ़ता
है अष्टम राहु स्थान परिवर्तन भी करवा सकता है तथा विदेश के अवसर भी प्रदान कर
सकता है आय के स्रोत में बाधा आती है इसलिए जोखिम पूर्ण निवेश ना करें |
उपाय - भगवान शिव एवं मां दुर्गा की पूजा करना
लाभदायक है |
वृश्चिक राशि राहु सातवें भाव से गोचर
करेंगे जिस कारण आपको वाणिज्य व्यापार में स्थिरता मिलेगी आप में उत्साह बड़ा
रहेगा पेशेवर कार्यों में आप नया काम करेंगे व्यवसाय विस्तार से संबंधित निर्णय
लेंगे मित्रों का सहयोग मिलेगा सरकारी एवं प्रभावशाली व्यक्ति से आपकी मुलाकात
होगी जो कुछ बड़ा करने के लिए आपको तैयार कर सकती है आप पेशेवर जीवन में उल्लेखनीय
प्रगति करेंगे व्यापार एवं निर्माण के कार्य में आपको लाभ होगा संतान से आपको लाभ
मिलेगा सुख समाचार आपका मन प्रसन्न रखेंगे,पैसो के और वित्त के मामले में अच्छा समय है
आपको कानून का उल्लंघन करने से या विश्वासघात करने पर सजा सुनाई जा सकती है घर पर वरिष्ठ सदस्यों का स्वास्थ्य चिंता
का कारण बनेगा |
वृश्चिक राशि के सप्तम भाव से राहु का
गोचर समान्यत: शुभता नहीं देता परंतु अष्टम राहु के फलों से राहत तो
प्राप्त कराएगा ही,स्वास्थ्य संबंधी मामलों में परेशानी अथवा उत्सर्जन तंत्र से संबंधित रोग दे सकता
है ग्रह क्लेश में वृद्धि हो सकती है जीवन साथी का स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है जोखिम पूर्ण कार्य से बचे तथा वाहन चलाते समय ध्यान रखें |
उपाय - लघु मृत्युंजय मंत्र का जाप करना तथा
भगवान शिव एवं मां दुर्गा की पूजा करना लाभदायक |
धनु राशि के छठे भाव से राहु का गोचर
होगा जो कि बहुत ही शुभ होगा यह आपके कार्यों को श्रेष्ठता में ले आएगा जिससे कार्य मे प्रगति होगी,किसी प्रभावशाली व्यक्ति से मुलाकात
होगी जिससे भविष्य में लाभ मिलेगा चल अचल संपत्ति में लाभ होने की संभावना है इन क्षेत्रों में निवेश करेंगे तो काफी
आपको लाभ मिल सकता है आपकी प्रगति के कारण आपका रुतबा बढ़ेगा आपके कंधों पर नई जिम्मेदारी आ
सकती है परंतु इस अवधि में आपको सावधान रहने की आवश्यकता है व्यर्थ की जिद के कारण नुकसान हो सकता है आपने
कार्यकुशलता का उत्साह बना रहेगा नई योजनाओं पर कार्य आरंभ होगा उच्च अधिकारियों
से आपको लाभ मिलेगा जातकों को मेहनत अनुसार काम मिलने की संभावना है|
धनु राशि वालों के छठे भाव से यह गोचर शुभता प्रदान करेगा मुकदमे विवाद प्रतियोगिता
संबंधी मामलों में राहत प्राप्त होगी परंतु स्वास्थ्य की
दृष्टि से थोड़ी अशुभता भी मिलेगी,कोई रहस्यमय बीमारी हो सकती है जिससे परेशानी होगी खर्च
की अधिकता के कारण आर्थिक स्थिति प्रभावित होगी परंतु जातक के कार्य एवं योगदान को
मान्यता मिलने से उसके मान प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है सरकारी मामले
सुलझाने के अवसर बनते हैं जन्म राशि से छठे भाव में राहु का गोचर
परिवार की शांति भंग करता है अनावश्यक विवाद होने के कारण मानसिक शांति भंग
होती है |
उपाय - प्रतिदिन माता पिता के चरण छूकर आशीर्वाद ले |
मकर राशि से राहू का यह पांचवां गोचर
होगा जिससे सभी महत्वपूर्ण कार्य संपन्न होंगे तथा मन प्रसन्न रहेगा परिवार वालों
में संबंधियों में भाई बहनों के घर मे मांगलिक या धार्मिक कार्य होगा,अपार संभावनाएं मिलेगी एवं सूख में वृद्धि होने के योग हैं
वाणिज्य व्यापार में विस्तार की योजना होगी लाटरी सट्टा जैसे जोखिम भरी निवेश से
बचना पड़ेगा समाज सेवा एवं धन वृद्धि में वृद्धि होगी इसके कारण सामाजिक प्रतिष्ठा
बढ़ेगी नौकरी पेशा लोगों के लिए अनुकूल समय है जो उत्साह के कारण मार्ग की बाधाएं
दूर होंगी व्यवहार में कटुताना लाएं मित्रों पर अत्यधिक विश्वास ना करें अन्यथा
हानि हो सकती है व्यवसायिक कार्यो के लिए ऋण मिल सकता है तनाव में कमी तथा परिश्रम
में वृद्धि करने पर भाग्य का साथ मिलेगा यदि कुछ नया करने की योजना बना रहे हैं तो
काम कर सकते हैं मित्र सहयोगी आपके लिए लाभकारी सिद्ध होंगे इस अवधि में मनचाहे
स्थानों पर पदोन्नति के साथ स्थानांतरण हो सकता है विवाह योग जातकों का विवाह हो
सकता है छात्रों को कड़ी मेहनत करनी पड़ सकती है|
मकर राशि के पंचम भाव में राहु का गोचर
होगा जिसे भी अशुभ फलदायक माना गया है परंतु व्यवहार में
इसके शुभ अशुभ दोनों प्रकार से फल मिलते हैं कैरियर राजनीति एवं आर्थिक
मामलों में शुभता तथा स्वास्थ्य संतान सुख एवं परिजनों के साथ संबंध में समानयत: अशुभ फल ही प्राप्त होते हैं यहां का राहु आकस्मिक रूप से हृदय एवं उक्त रक्तचाप जैसे रोग देता है राहू के इन गोचर के दिनों घर में मांगलिक कार्य हो सकते
हैं तथा किसी परिजन के स्वास्थ्य कारण कुछ हद तक चिंता रह सकती हैं |
उपाय - राहु के यंत्र घर में स्थापना कर नित्य धूप दीप
दिखाना चाहिए |
कुंभ राशि के चौथे भाव से राहु का गोचर
होने से यह समय आपके लिए काफी उतार-चढ़ाव भरा हो आप इच्छा अनुसार आगे नहीं बढ़
पाएंगे वहां से ग्रुप से परेशानी होगी निर्णय लेने में दिक्कत आएगी भाग्य से बाधा
के कारण गलत निर्णय ले पाएंगे प्रतियोगिता में पड़ जाएंगी धन की वसूली में परेशानी
आएगी खर्चा बड़ा रहेगा किसी भी प्रकार के निवेश से बचना लाभदायक रहेगा उच्च
अधिकारियों से तनाव होगा जो लोग नौकरी बदलना चाहते हैं उनको कुछ समय के लिए रुक
जाना चाहिए जो लोग विदेश जाना चाहते हैं उनके लिए अच्छा समय आ गया है इस अवधि में
आप प्रतियोगिताओं के द्वारा सचिवों को प्राप्त करने में सफल होंगे,व्यावसायिक कार्यों में आ रही बाधा कम
होगी आर्थिक लाभ बाधित होकर प्राप्त होंगे इनसे थोड़ा बहुत सुविधा भी मिलेगी|
कुंभ राशि से राहु का चौथे भाव में
गोचर होगा जो सामान्य रूप से अच्छा तो नहीं माना जाता परंतु कतिपय क्षेत्रों में
शुभ फल भी देता है छाती एवं हृदय के रोग जातक को परेशान कर सकते हैं उन से
सावधान रहने की आवश्यकता है तथा समय-समय जांच कराना सही हैं चतुर्थ भाव का राहु का गोचर परिवारिक
सुख एवं शांति को भंग करता है ग्रह क्लेश में वृद्धि होती है परिजनों का
स्वास्थ्य प्रभावित होता है आर्थिक मामलों में बहुत अधिक अशुभ फल नहीं मिलेंगे
परंतु संपत्ति से संबंधित मामलों में विवाद हो सकता है पुराने चल रहे मामले उलझन
पैदा कर सकते हैं नौकरी मे बदलाव के अवसर मिलेंगे तथा अधिकारियों से विवाद हो सकता है |
उपाय – राहू यंत्र की पूजा करें |
मीन राशि के तीसरे भाव में गोचर होने
से यह गोचर सृष्टि का अनुभव कराएगा पराक्रम में वृद्धि होगी शत्रु का दमन होगा
आर्थिक स्थिति अच्छी होगी वाणिज्य व्यापार में लाभ मिलेंगे भूमि भवन क्रय-विक्रय
से लाभ संचित धन का विस्तार होगा परंतु अत्याधिक साहसिक कार्य करने से बचें,व्यवसायिक यात्राओं से लाभ होगा
व्यापार वृद्धि की बाधाएं खत्म हो जाएंगी दिया गया उधर वापस मिलेगा नौकरी पेशा
लोगों पर उच्च अधिकारियों की कृपा बनेगी प्रशासनिक कार्य में आपकी योगिता में
वृद्धि होगी आप पदोन्नति की बात कर सकते हैं विरोधी आपके साथ रहेंगे परंतु फिर भी
अत्याधिक आत्मविश्वास के कारण किसी भी प्रकार का शासन निर्णय लेने से बचें प्रेम
संबंधों के लिए अच्छा समय है |
मीन राशि से राहू का गोचर तीसरे भाव
में होगा जो कि अनुकूल माना गया है यहाँ स्थित राहू स्वास्थ्य पराक्रम एवं सफलता हेतु अनुकूलता प्राप्त कराता हैं पराक्रम
वृद्दि से पूर्व
में चल रहे व्यवधान समाप्त होते हैं और कार्यो मे सफलता
प्राप्त होने लगती हैं पहले से चल रहे रोगों तथा पारिवारिक मामलों में राहत
प्राप्त होती है परंतु सहोदरो से संबंधित चिंता या परेशानी अवश्य होती है आर्थिक मामलों में यह राहु कोई
विशेष प्रभाव नहीं देता नौकरी मे परिवर्तन ट्रांसफर इत्यादि पदोन्नति के
साथ हो सकते हैं व्यवसाय पूर्व की भांति ही चलता रहता है |
उपाय - भगवान शिव एवं श्री कृष्णा उपासना करनी
चाहिए |