वैदिक ज्योतिष के अनुसार सावन मास,सोमवार व कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी भगवान् शिव को अत्यंत प्रिय हैं ।गृहस्थ व्यक्ति को पांच देवताओ की पूजा नित्य करनी चाहिये जिनमे शिवजी का प्रमुख नाम हैं ।
आईये जानते हैं की शिवजी की सावन मास में कैसे पूजा करे ।
1)लक्ष्मी प्राप्ति हेतु भगवान् शिव की बिल्वपत्र,कमल,व शंख पूष्प के एक लाख पुष्पों से पूजा की जानी चाहिए।
2) भोग व मोक्ष प्राप्ति के लिए एक लाख तुलसी पत्रों से पूजा करनी चाहिए।
3) वाहन प्राप्ति हेतु चमेली के फूलो से पूजा करनी चाहिए।
4) शुभ लक्षणा पत्नी प्राप्ति हेतु बेला के फूल से पूजा करनी चाहिए।
5) पुत्र कामना हेतु लाल डंठल वाले धतूरे से पूजा करनी चाहिए।
6) वस्त्र प्राप्ति हेतु कनेर पुष्प से पूजा करनी चाहिए।
7) अन्न प्राप्ति हेतु जूही के पुष्पों से पूजा करनी चाहिए।
8) सुख सम्पति के लिए हर सिंगार के फूलो से पूजा करनी चाहिए।
9) दीर्घायु प्राप्ति के लिए दूर्बाओ द्वारा पूजा करनी चाहिए।
10) चंपा और केवड़े के फूलो से शिव की पूजा नहीं करनी चाहिए ।
आईये जानते हैं की शिवजी की सावन मास में कैसे पूजा करे ।
1)लक्ष्मी प्राप्ति हेतु भगवान् शिव की बिल्वपत्र,कमल,व शंख पूष्प के एक लाख पुष्पों से पूजा की जानी चाहिए।
2) भोग व मोक्ष प्राप्ति के लिए एक लाख तुलसी पत्रों से पूजा करनी चाहिए।
3) वाहन प्राप्ति हेतु चमेली के फूलो से पूजा करनी चाहिए।
4) शुभ लक्षणा पत्नी प्राप्ति हेतु बेला के फूल से पूजा करनी चाहिए।
5) पुत्र कामना हेतु लाल डंठल वाले धतूरे से पूजा करनी चाहिए।
6) वस्त्र प्राप्ति हेतु कनेर पुष्प से पूजा करनी चाहिए।
7) अन्न प्राप्ति हेतु जूही के पुष्पों से पूजा करनी चाहिए।
8) सुख सम्पति के लिए हर सिंगार के फूलो से पूजा करनी चाहिए।
9) दीर्घायु प्राप्ति के लिए दूर्बाओ द्वारा पूजा करनी चाहिए।
10) चंपा और केवड़े के फूलो से शिव की पूजा नहीं करनी चाहिए ।