गुस्सा अथवा क्रोध हर किसी व्यक्ति मे होता है,ज्योतिष अनुसार दुनिया मे ऐसा कोई लग्न अथवा राशि नही है जिसमे क्रोध ना हो या ऐसा कोई व्यक्ति नही जो क्रोधित ना होता हो |
ज्योतिष अनुसार देखे तो लग्न,लग्नेश या चन्द्र से मंगल का
सम्बंध हो जाये तो जात्तक बेहद क्रोधित स्वभाव का होगा जो अपने इस क्रोध के कारण किसी की जान भी ले सकता है |
आईए लग्न/राशि अनुसार क्रोध की प्रवृति को जानने की कोशिश करते हैं |
1) मेष राशि राशि चक्र की सबसे पहली राशि
है ये राशि जल्दबाज स्वभाव,गुस्से वाली तथा भयंकर क्रोध वाली राशि होती हैं क्योंकि
यह अग्नि तत्व के मंगल
ग्रह की
राशि है,अगर इस मंगल का संबंध लग्न लग्नेश और चन्द्र से हो जाए तो इस राशि वाले अपने क्रोध के आवेश मे किसी की जान भी ले सकते हैं |
2) वृषभ राशि
पृथ्वी तत्व की राशि हैं और
इस राशि वाले जातक समान्यत: शांत प्रवृति के होते है परंतु जब इनको छेडा जाता हैं तो ये बेहद आक्रामक हो जाते हैं क्योंकि
वृषभ राशि का चिन्ह बैल है अगर यह एक बार गुस्से में आ जाये तो ये कुछ भी कर जाते हैं |
3) मिथुन वालो का
गुस्सा बच्चों जैसा है जितनी जल्दी आता उतनी जल्दी खत्म भी हों जाता है,गुस्से
के बाद यह बस
कल्पना करता है मुझे यह कहना था यह बोलना था, मौका मिलने पर
बोलेगा भी मगर जल्दी मरने मारने
पर उतारू नही होगा अगर इसमे मंगल का संबंध लग्न,लग्नेश,और चन्द्र से हो जाए तो परिणाम कुछ अलग हो सकता हैं ।
4) कर्क लग्न बहुत
भावुक लग्न माना जाता हैं जो बहुत
कुछ अंदर दबाके रखता हैं अपना गुस्सा
पी जाता है अंदर से घुटता है क्रोध इनको अंदर से मारता हैं अगर इस लग्न का मंगल से संबंध हो जाए तो क्रोध में हानी पहुंचा सकते हैं |
5) सिंह लग्न जब भी क्रोध करता
है तो उसका कोई
तर्क होता है, यह मूलभूत स्वभाव से क्रोधित है इनको जब क्रोध आता बहुत जबरदस्त आता
है,यह दिल के अच्छे,स्वतंत्र व अनुशाशित होते है अगर इनको दबाया जाए तो इनका गुस्सा बवाल मचाता है,अगर इसमे मंगल
का संबंध हो
जाए तो क्रोध में किसी
की भी जान भी ले सकते हैं
6) कन्या लग्न बुध का लग्न होने से मिथुन जैसा ही
है,यह गुस्सा शीघ्र नही दिखाता है यह व्यंग्यात्मक तरीके से गुस्सा दिखायेगा,यह सीधा क्रोध न
दिखाकर बातो से क्रोध दिखाते
हैं अगर लग्न लग्नेश अथवा चन्द्र से मंगल का संबंध हुआ परिणाम अलग होगा
7) तुला लग्न इनमे
भी गुस्सा होता है
मगर वक़्त आने पर ही ये दिखाते हैं हो सकता
आज जो अपमान हुआ उसका जवाब वो आज न दे पाया हो मगर समय आने पे वो अपना क्रोध और
बदला जरूर लेगा, उसका चिन्ह तराजू है जो एक पुरूष ने पकड़ा है
वक़्त आने पर हिसाब बराबर जरूर करेगा है अगर लग्न,लग्नेश
या चन्द्र से
मंगल हो तो रिजल्ट बदेलगा ।
8) वृश्चिक लग्न इस लग्न को गुस्से का लग्न कहना बिलकुल सही साबित होता हैं क्यूंकी ये बिच्छू की
तरह डंक मारते
है,यह भी वैसे गुस्सा पीते ही है ये गुस्सा अपने शब्दों से ही निकालते हैं,मान लो लड़ाई जहा हुई है और गुस्से में
कही और जाकर बोलेंगे, अगर मंगल का संबंध इनके लग्न,लग्नेश या चन्द्र से हो जाए तो
क्रोध में जान भी लेते हैं
|
9) धनु लग्न वाले
पूरी तरह जाग्रित होते हैं उनका
गुस्सा वाणी, मे वक़्त आने पर सोच समझ कर ही निकलता हैं इनका गुस्सा केवल
दिखाने के लिए ही नही होता बल्कि नुकसान वाला भी
होता हैं,अगर
इसमे मंगल का संबंध हो
जाए तो बात कुछ अलग
ही हो जाती है
।
1) मकर लग्न यह लोग अपने गुस्से का पता ही नही चलने
देते है गुस्सा पीते भी है निकालते भी है,बदला भी लेते है
यह आकस्मिकता लिए होते है मगरमच्छ
की तरह अचानक हमला कर देते हैं इनके
शत्रु सोचते रह जाते है की यह इसने किया क्या यह गुस्से की अवस्था मे केवल हमला
ही नही बल्कि सामने वाले का नुकसान
भी बहुत करते है ।
11) कुंभ वायू तत्व की राशि का है सामान्य तौर पर धीर गम्भीर स्वभाव वाला होने के बाद भी मौका आने पर ह गुस्सा दिखाते है,अगर
लग्नेश, लग्न या चन्द्र से मंगल का संबंध होतो अलग बात है
।
12) मीन लग्न सबसे अंत का लग्न होता हैं यह सबसे समझदार लग्न माना जाता हैं,यह क्रोध पीते है पूरी रात बेचैन
रहेंगे,मुझे यह बोलना चाहिए था, क्यों
नही बोला बोल भी सकता है मगर लडता नही है कड़वा बोलेगा मगर लड़ेगा नही अगर मंगल का
संबंध बना तो क्रोध उग्रता वाला होगा ।
गुस्सा अथवा क्रोध हर किसी व्यक्ति मे होता है,ज्योतिष अनुसार दुनिया मे ऐसा
कोई लग्न अथवा राशि नही
है जिसमे क्रोध
ना हो या ऐसा
कोई व्यक्ति नही जो क्रोधित ना
होता हो |
ज्योतिष अनुसार देखे तो लग्न,लग्नेश या चन्द्र से मंगल का
सम्बंध हो जाये तो जात्तक बेहद क्रोधित स्वभाव का होगा जो अपने इस क्रोध के कारण किसी की जान भी ले सकता है |
आईए लग्न/राशि अनुसार क्रोध की प्रवृति को जानने की कोशिश करते हैं |
1) मेष राशि राशि चक्र की सबसे पहली राशि
है ये राशि जल्दबाज स्वभाव,गुस्से वाली तथा भयंकर क्रोध वाली राशि होती हैं क्योंकि
यह अग्नि तत्व के मंगल
ग्रह की
राशि है,अगर इस मंगल का संबंध लग्न लग्नेश और चन्द्र से हो जाए तो इस राशि वाले अपने क्रोध के आवेश मे किसी की जान भी ले सकते हैं |
2) वृषभ राशि
पृथ्वी तत्व की राशि हैं और
इस राशि वाले जातक समान्यत: शांत प्रवृति के होते है परंतु जब इनको छेडा जाता हैं तो ये बेहद आक्रामक हो जाते हैं क्योंकि
वृषभ राशि का चिन्ह बैल है अगर यह एक बार गुस्से में आ जाये तो ये कुछ भी कर जाते हैं |
3) मिथुन वालो का
गुस्सा बच्चों जैसा है जितनी जल्दी आता उतनी जल्दी खत्म भी हों जाता है,गुस्से
के बाद यह बस
कल्पना करता है मुझे यह कहना था यह बोलना था, मौका मिलने पर
बोलेगा भी मगर जल्दी मरने मारने
पर उतारू नही होगा अगर इसमे मंगल का संबंध लग्न,लग्नेश,और चन्द्र से हो जाए तो परिणाम कुछ अलग हो सकता हैं ।
4) कर्क लग्न बहुत
भावुक लग्न माना जाता हैं जो बहुत
कुछ अंदर दबाके रखता हैं अपना गुस्सा
पी जाता है अंदर से घुटता है क्रोध इनको अंदर से मारता हैं अगर इस लग्न का मंगल से संबंध हो जाए तो क्रोध में हानी पहुंचा सकते हैं |
5) सिंह लग्न जब भी क्रोध करता
है तो उसका कोई
तर्क होता है, यह मूलभूत स्वभाव से क्रोधित है इनको जब क्रोध आता बहुत जबरदस्त आता
है,यह दिल के अच्छे,स्वतंत्र व अनुशाशित होते है अगर इनको दबाया जाए तो इनका गुस्सा बवाल मचाता है,अगर इसमे मंगल
का संबंध हो
जाए तो क्रोध में किसी
की भी जान भी ले सकते हैं
6) कन्या लग्न बुध का लग्न होने से मिथुन जैसा ही
है,यह गुस्सा शीघ्र नही दिखाता है यह व्यंग्यात्मक तरीके से गुस्सा दिखायेगा,यह सीधा क्रोध न
दिखाकर बातो से क्रोध दिखाते
हैं अगर लग्न लग्नेश अथवा चन्द्र से मंगल का संबंध हुआ परिणाम अलग होगा
7) तुला लग्न इनमे
भी गुस्सा होता है
मगर वक़्त आने पर ही ये दिखाते हैं हो सकता
आज जो अपमान हुआ उसका जवाब वो आज न दे पाया हो मगर समय आने पे वो अपना क्रोध और
बदला जरूर लेगा, उसका चिन्ह तराजू है जो एक पुरूष ने पकड़ा है
वक़्त आने पर हिसाब बराबर जरूर करेगा है अगर लग्न,लग्नेश
या चन्द्र से
मंगल हो तो रिजल्ट बदेलगा ।
8) वृश्चिक लग्न इस लग्न को गुस्से का लग्न कहना बिलकुल सही साबित होता हैं क्यूंकी ये बिच्छू की
तरह डंक मारते
है,यह भी वैसे गुस्सा पीते ही है ये गुस्सा अपने शब्दों से ही निकालते हैं,मान लो लड़ाई जहा हुई है और गुस्से में
कही और जाकर बोलेंगे, अगर मंगल का संबंध इनके लग्न,लग्नेश या चन्द्र से हो जाए तो
क्रोध में जान भी लेते हैं
|
9) धनु लग्न वाले
पूरी तरह जाग्रित होते हैं उनका
गुस्सा वाणी, मे वक़्त आने पर सोच समझ कर ही निकलता हैं इनका गुस्सा केवल
दिखाने के लिए ही नही होता बल्कि नुकसान वाला भी
होता हैं,अगर
इसमे मंगल का संबंध हो
जाए तो बात कुछ अलग
ही हो जाती है
।
1) मकर लग्न यह लोग अपने गुस्से का पता ही नही चलने
देते है गुस्सा पीते भी है निकालते भी है,बदला भी लेते है
यह आकस्मिकता लिए होते है मगरमच्छ
की तरह अचानक हमला कर देते हैं इनके
शत्रु सोचते रह जाते है की यह इसने किया क्या यह गुस्से की अवस्था मे केवल हमला
ही नही बल्कि सामने वाले का नुकसान
भी बहुत करते है ।
11) कुंभ वायू तत्व की राशि का है सामान्य तौर पर धीर गम्भीर स्वभाव वाला होने के बाद भी मौका आने पर ह गुस्सा दिखाते है,अगर
लग्नेश, लग्न या चन्द्र से मंगल का संबंध होतो अलग बात है
।
12) मीन लग्न सबसे अंत का लग्न होता हैं यह सबसे समझदार लग्न माना जाता हैं,यह क्रोध पीते है पूरी रात बेचैन
रहेंगे,मुझे यह बोलना चाहिए था, क्यों
नही बोला बोल भी सकता है मगर लडता नही है कड़वा बोलेगा मगर लड़ेगा नही अगर मंगल का
संबंध बना तो क्रोध उग्रता वाला होगा ।