पिछले एक सप्ताह से आग की घटनाएं कुछ ज्यादा ही हो रही हैं | हमने अपनी पिछली पोस्ट में लिखा था की जैसे ही मंगल ग्रह राशी परिवर्तन कर सिंह राशी में प्रवेश करेंगे उनका दृष्टी सम्बन्ध वृश्चिक राशी में विराजित राहू से होगा जिससे ज्योतिषीय भाषा में अंगारक योग का निर्माण हो जायेगा | जैसा की नाम से ही पता चलता हैं की यह योग अग्नि प्रदान करने वाला हैं इनके अलावा सूर्य ने भी १६ तारीख को वृश्चिक राशी में प्रवेश किया जिससे यह राशी अग्नि तत्वों से भर गयी हैं |१५ तारीख को शनि के राशी बदलते ही वृश्चिक राशी पर ढैया का प्रभाव भी आरम्भ हो गया जिससे यह राशी बेहद संवेदनशील हो गयी अतः वृश्चिक राशी से सम्बंधित शहर व व्यक्तिओ पर असर दिखने लगा हैं चूँकि सूर्य अगली १६ तारीख तक इसी राशी पर रहेंगे यह अग्नि काण्ड होते ही रहेंगे अभी संचार से व बिजली से सम्बंधित घटनाओ का भी सामना करना पड़ेगा देखते रहिये .........इस बार मंगल ६ माह के लिए सिंह राशी पर जो रहेंगे |
हमारे कई मित्रो ने नंदनगरी में हुए हादसे के विषय में भी हमसे हमारे विचार जानने चाहे हैं जिसमे कई किन्नर हताहत हुए इसका ज्योतिषीय दृष्टी से आंकलन किया जाए तो यह तथ्य ध्यान में रखना पड़ेगा की कौन कौन से ग्रहों का यह प्रभाव हो सकता हैं और यह हादसा दिल्ली में ही क्यूँ हुआ | इस पर फिर कभी चर्चा अवश्य करेंगे |
हमारे कई मित्रो ने नंदनगरी में हुए हादसे के विषय में भी हमसे हमारे विचार जानने चाहे हैं जिसमे कई किन्नर हताहत हुए इसका ज्योतिषीय दृष्टी से आंकलन किया जाए तो यह तथ्य ध्यान में रखना पड़ेगा की कौन कौन से ग्रहों का यह प्रभाव हो सकता हैं और यह हादसा दिल्ली में ही क्यूँ हुआ | इस पर फिर कभी चर्चा अवश्य करेंगे |