3o अप्रैल २०११ से लगभग १५ दिनो के लिए पूर्वीय क्षितिज पर पर पांच ग्रह जिनमे चन्द्र, ब्रहस्पति, बुध,शुक्र और मंगल एक ही राशी मीन पर होंगे तब हमारी धरती सें इन्हें देखा जा सकेगा यह एक अद्भुत खगोलीय घटना होगी जो कई सालो मे देखने में आती हैं सूर्य कि परिक्रमा करते हुए जब कभी कई सारे ग्रह एक ही राशी पर आते हैं तब उस राशी पर विशेष प्रभाव उत्पन्न हो जाता हैं जिसका सीधा असर धरती पर पड़ता हैं क्यूंकि मीन राशी जलतत्व की राशी हैं इससे धरती पर जल सम्बन्धी घटनाएं व दुर्घटनाये हो सकती हैं |
ज्योतिषीय दृष्टी से भी एक ही राशी में ज्यादा ग्रहों का बैठना शुभ नहीं माना जाता हैं जिससे धरती पर हमेशा कुछ प्राकतिक दुर्घटनाये ही होती हैं (भूकंप,ज्वालामुखी फटना,भू स्खलन,बाढ़ आदि ) परन्तु हमारा इस लेख में यह सब बताने का प्रयास नहीं है | हम तो सिर्फ आप सबको यह बताना चाहते हैं की यदि आप सब इन ग्रहों को देखना चाहते हो तो ३० अप्रैल को प्रात: सूर्योदय से पहले पूर्व दिशा में इन सभी को देख सकते हैं सबसे ज्यादा चमकीला ग्रह शुक्र पहले दिखाई देगा फिर मंगल, गुरु, बुध और सूर्य दिखाई देंगे |