सोमवार, 31 जनवरी 2011

सूचना 
आ़प सभी मित्रो पाठको को यह सूचित किया जा रहा हैं की जिन लोगो ने हमसे अपने वर्षफल के विषय में जानकारी मांगी थी उन सबको उनके वर्षफल भेज दिए गए हैं | जिन के वर्षफल अभी तक किसी कारण वश नहीं भेजे जा सके उन्हें जल्द ही भिजवा दिए जाएँगे कृपया इस सन्दर्भ में संपर्क ना करे | यदि कोई अन्य व्यक्ति अपने वर्षफल जानना अथवा बनाना चाहे तो वह शुल्क जमा कर हमसे संपर्क कर सकता हैं |

निशुल्क सेवा जो की हम प्रत्येक मंगल व शनिवार को दिया करते थे उसके समय में भी परिवर्तन किया गया हैं अब हम सुबह १० से १२ तथा रात ८ से १० बजे तक निशुल्क ज्योतिषीय समाधान हेतु उपलब्ध रहा करेंगे |

मंगलवार, 11 जनवरी 2011

भाग्यांक द्वारा सफलता पाए

बहुत से लोगो को अपनी जन्मपत्री व जन्मराशी पता नहीं होती हैं उन सभी के लिए केवल उनके भाग्यांक (जन्म तारीख की संख्याओ का जोड़ @ २१-३-१९८४=२+१+३+१+९+८+४=२८=१ )द्वारा सफलता पाने का मंत्र यहाँ पर दिया जा रहा हैं |

भाग्यांक १) एक ही ब्रांड की वस्तुए ज्यादा से ज्यादा इस्तमाल करे तथा नित्य किसी योग्य याचक को यथा संभव कुछ द्रव्य आदि  दान किया  करे व दुसरो की ज़रुरतो पर भी ध्यान दिया करे |

भाग्यांक २) प्रतिदिन वस्त्र परिवर्तन करके धारण किया करे तथा नित्य किन्ही दो बच्चो को दूध दान किया करे व अपनी सोच को स्थिर रखे |

भाग्यांक ३) केवल अपना लिखा ही व्यव्हार में लाये तथा दुसरो की राय लेकर ही अपनी लग्नशीलता बनाये रखे  |    

भाग्यांक ४) सोने का कोई भी एक आभूषण अवश्य पहने तथा अपनी ज़रुरतो के अनुसार  खर्चा अवश्य करे कंजूसी ना करे |

भाग्यांक ५) पीले रंग के पुष्प अपने जीवन साथी को हर माह भेंट किया करे तथा अपंग,लाचार व्यक्ति की सहायता किया करे |

भाग्यांक ६) कवर लगी गद्देदार कुर्सी का प्रयोग किया करे तथा दकियानूसी व पुराने विचार ना रखे |

भाग्यांक ७) प्रतिदिन ललाट पर रोली का तिलक लगाये तथा अन्धविश्वासी ना बने |
 
भाग्यांक ८) सफ़ेद एवं हरे  रंग का रुमाल प्रयोग करे तथा भावनात्मक लगाव एक सीमा तक ही रखे |

भाग्यांक ९) अपनी आँखों में कोई भी एक अंजन (सुरमा आदि) प्रयोग करे तथा विद्यार्थियो की सहायता किया करे |   

सोमवार, 10 जनवरी 2011

इस जाड़े से कैसे बचे |

लीजिये मित्रो हम फिर से उपस्थित हैं अपने इस चिठ्ठे  पर, काफी समय बाद हमारा आना हुआ पर क्या करे काम ही कुछ ऐसा हैं | कल हमारे एक मित्र रमेश जी ने हमसे इस सर्दी के विषय में कुछ लिखने को कहाँ  तो सोचा चलो इस सर्दी  से बचने के उपाए ही लिखे जाए |

प्राय: जब भी मंगल ग्रह अस्त होता हैं तो धरती पर गर्मी का प्रभाव कम हो जाता हैं चूँकि इस बार यह ११ मई  तक अस्त ही रहेगा जिस कारण गर्मी में कमी यानी सर्दी ज्यादा पड़ेगी या कहे पड़ रही हैं | गुरु ग्रह व शुक्र भी (लगभग ४ माह) अपनी अपनी राशी में ही रहे जिससे वर्षा खूब हुई और इसी वर्षा ने सर्दी को और बढाने का काम किया | 

इस जाड़े से कैसे बचे -इस भयंकर सर्दी से बचने के लिए राशि अनुसार हम कुछ उपाए यहाँ पर बता रहे हैं व आशा करते हैं की हमारे पाठक इससे लाभान्वित होंगे |

मेष राशी - गाय के घी में गेहू,गुड व बादाम के बने हलवे का सेवन  करे |

वृष राशी - दूध में लहसुन व मिश्री डालकर रोजाना सवेरे पीये |

मिथुन राशी - मूंगकी दाल का हलवा खाए |

कर्क राशी - केसर मिला दूध पिए |

सिंह राशी - मेष राशी वाला उपाए ही करे |

कन्या राशी- मूंग की दाल की बनी चाट पकोड़े खाए |

तुला राशी- लहसुन की बनी खीर का सेवन करे |

वृश्चिक राशी- सरसों के तेल की मालिश करे तथा गुड का सेवन करे |

धनु राशी- मेथी साग का सेवन करे |

मकर राशी- उड़द की दाल का बना पकवान खाए |

कुम्भ राशी- उड़द की दाल का सेवन ज्यादा करे |

मीन राशी- मेथी साग का प्रयोग खाने में करे |



शनिवार, 1 जनवरी 2011

भारत हेतु २०११

२०१० भारत  के लिए बेहद कामयाबी भरा साल रहा भारत ने हर क्षेत्र में समस्त विश्व में अपने परचम लहराया ऐसे में सन २०११ भारत के लिए कैसा रहेगा ? यह जानना प्रत्येक भारतवासी चाहता हैं | आइये ज्योतिषीय दृष्टी से जानने का प्रयास करते हैं की सन २०११ भारत के लिए कैसा रहेगा |

भारत की कुंडली वृष लग्न व कर्क राशी की हैं | वर्तमान दशा सूर्य में राहू की अक्तूबर  २०११ तक रहेगी | सूर्य तीसरे भाव में तथा राहू लग्न में हैं जिससे भारत के पडोसी देशो व भारत के उपरी  हिस्सों में ज़्यादातर प्रभाव पड़ेंगे चूँकि राहू लग्न में ही हैं अत: यह वर्ष भारत हेतु अत्यधिक विनाशकारी हो सकता हैं | वर्षारंभ में ही सूर्य ग्रहण होना,चार ग्रहों का एक राशी में होना,मंगल का ऊँच होना,२६ जनवरी को शनि का वक्री होना तथा सबसे अहम् वर्ष का आरम्भ शनिवार से होना, यह सभी संकेत भारत हेतु शुभता नहीं दिखा रहे हैं | इन  सबसे निम्नलिखित प्रभाव सामने आ सकते हैं |

१) सीमाओ पर आक्रमण हो सकता हैं | कोई छोटा युद्ध भी करना पड़ सकता हैं | विशेषकर पाकिस्तान व बंगलादेश से सावधान रहने की ज़रूरत हैं |

२) आतंकी घटनाएं व दुर्घटनाये (वायु व रेल) बढेगी |

३) पूर्वी भारत में आगजनी,हिंसा व सुखा जैसी स्थिति बनेगी |

४) उत्तर व मध्य भारत में भूकंप व बाढ़ जैसे हालत होंगे |

५) किसी महत्वपूर्ण व्यक्ति की हानि  हो सकती हैं |

६) अति विशिष्ठ नेता,मंत्री पर हमला हो सकता हैं (२६ जनवरी से २० जून तक )

७) महंगाई बहुत बढेगी,दूध व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित होगा |

८) खेलो में भारत का प्रदर्शन घटेगा |

९) विदेशो से संबंधो में कटुता बढेगी|

इस प्रकार यह कहा जा सकता हैं की यह वर्ष भारत के लिए शुभता नहीं दर्शा रहा हैं |

अंक ज्योतिष द्वारा आंकलन करने पर हमें निम्न आंकड़े मिलते हैं | भारत की आज़ादी का वर्षांक (१९४७)=३ आता हैं जबकि इस वर्ष का वर्षांक (२०११)=४ आता हैं | ३ का अंक गुरु का हैं जबकि ४ का अंक राहू का हैं भारत हेतु ४ का अंक हमेशा ही दुखदायी रहा हैं (१९४८,१९८४)

योगकारक एवं भाग्येश शनि(८) का २६ जनवरी से वक्री होना,गुरु ग्रह का राशी परिवर्तन भी इसी वर्ष होगा जिससे शनि का प्रभाव और बढेगा इन सब कारणों से भारतीय जनता में असंतुष्टि के भाव बढेंगे तथा जनता भयाक्रांत रहेगी |
अंक ज्योतिष के आधार पर भारत में कुछ इस तरह की घटनाएं हो सकती हैं |

१) भारत पर आतंकी हमला हो सकता हैं |

२) किसी प्रतिष्ठित कलाकार को अपमान का सामना करना पड़ सकता हैं |

३) शीर्ष नेता षड्यंत्र  का शिकार हो सकते हैं |

४) दुर्घटनाये व आगजनी बढेगी |

५) महंगाई बढेगी तथा अनाजो की कमी होगी |